ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 6 जून 2010

कठिन दिन

टेलिविज़न पर प्रसारित होने वाले एक सिरीयल कार्यक्रम "बैण्ड ऑफ ब्रदर्स" में योरप को नाट्ज़ी कबज़े से छुड़ाने के मुख्य प्रयास के दौरान सेना की एक टुकड़ी को वायुयानों द्वारा युद्ध के क्षेत्र के उपर से लेजा कर पैराशूट द्वारा वहां उतारा जाता है। सीरियल का मुख्य पात्र लैफटिनैंट रिचर्ड विनटर्स जब पैराशूट से उतर रहा होता है तब उनके विरुद्ध मशीन गन और तोपों की भारी गोलाबारी चल रही होती है।

विनटर्स बाद में युद्ध में अपने प्रथम दिन को याद करके कहता है, "उस रात मैंने परमेश्वर का धन्यवाद किया कि उसने मुझे उस सब से कठिन दिन में सुरक्षित रखा।....मैंने परमेश्वर से वायदा किया कि अगर मैं सुरक्षित घर लौटा तो मैं किसी शांत स्थान पर एक छोटा सा ज़मीन का टुकड़ा खरीदकर, वहां शांति से रहुंगा।" परन्तु विनटर्स यह भी जानता था कि ऐसा दिन के आने तक, उसे युद्ध में सब कुछ सहते रहना है।

बाइबल बताती है कि विश्वासी भी शैतान द्वारा परमेश्वर के विरोध में छेड़े गए युद्ध में फंसे हैं। इस कारण उन्हें "मसीह यीशु के अच्छे योद्धा के समान दुख उठाने" की चुनौती है (२ तिमुथियुस २:१०)। पौलुस के ज़माने में रोमी सम्राट के योद्धा अपने सम्राट के लिये तकलीफें उठाते थे। यीशु के अनुयायी होने के नाते, हमें भी उस ’राजाओं के राजा’ की सेवा के लिये दुख उठाने को तैयार रहना चाहिये।

स्वर्ग में हमें कोई भी कष्ट नहीं उठाना पड़ेगा, वरन हम अपने उद्धारकर्ता के साथ अनन्त शांति में रहेंगे। परन्तु अभी हमें विश्वास के साथ उसके लिये स्थिर रहना और सब कुछ निभाना है। - डेनिस फिशर


जो दुख सहने को तैयार हैं उनकी जीत अवश्यंभावी है।


बाइबल पाठ: २ तिमुथियुस २:१-४


मसीह यीशु के अच्‍छे योद्धा की नाई मेरे साथ दुख उठा। - २ तिमुथियुस २:३


एक साल में बाइबल:
  • २ इतिहास २५-२७
  • यूहन्ना १६

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें