ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

मंगलवार, 9 फ़रवरी 2010

हैरी को क्या हुआ?

रोज़ सुबह हैरी नामक एक मसीही अपने दफ्तर में एक गाना गाते हुए प्रवेश करता था - "ओह कितना सुन्दर सवेरा, ओह कितना सुन्दर है दिन! मुझे एक भला एहसास है, कि सब कुछ है मेरे लिये।"

एक सुबह वह बिना गाना गाते हुए आया। कुछ देर में उसने देखा कि दफ्तर में उदासी छायी है। हैरी ने अपने एक सहकर्मी से पूछा कि क्या हुआ, सब उदास क्यों हैं? उसने जवाब दिया, "तुम आज सवेरे गाना गाते हुए नहीं आये तो हमने सोचा कि तुम किसी कारण से परेशान हो।"

हैरी अपने उत्साह और आनन्द भरी भावना के लिये इतना प्रसिद्ध था कि उसके सहकर्मियों ने सोचा कि उस दिन अवश्य उसके साथ कुछ बुरा हुआ है। हैरी ने सोचा भी न था के लोग उसके आचरण को इतनी नज़दीकी से देख रहे हैं। उस समय से उसने सदैव गाते हुए आने का निश्चय किया।

१ पतरस दुसरा अध्याय हमें स्मरण दिलाता है कि लोग हमारे जीवन का निरीक्षण करते हैं (पद ११,१२)। पतरस कहता है कि यीशु मसीह के अच्छे प्रतिनिधि होने के लिये हमें अधिकारियों के आधीन होना है, आदरणीय जीवन जीना है, भले काम करना है, सबका सम्मान करना है और परमेश्वर से डरना है (पद १२-१७)।

हमारे जीवन की गवाही हमें यीशु के सुसमाचार को बांटने के अवसर देती है। हमें स्वयं से पूछना है, "लोग मुझमें क्या देखते हैं?" - ऐनि सेटास


क्या दूसरे लोग तुम में यीशु को देखते हैं?


बाइबल पाठ: १ पतरस २:१-१७


मन आनन्दित होने से मुख पर भी प्रसन्नता छा जाती है। - नीतिवचन १५:१३


एक साल में बाइबल:
  • लैव्यवस्था ६,७
  • मत्ती २५:१-३०