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शनिवार, 15 मई 2010

भेद की बात

यदि आप प्रसिद्ध पुस्तक ’द सीक्रिट’ की जानी-मानी लेखिका रहोंडा बायर्ने की मानें तो, "जीवन में कुछ भी पाने का आसान मार्ग है अब, वर्तमान में, खुश रहना"। उनकी राय में इसका संबंध ’आकर्षण के नियम’ से है - यदि आप केवल उन ही बातों के बारे में सोचें जो आपको खुश रखती हैं, तो खुश रखने वाली बातें आपकी ओर आकर्षित होंगी।

यह बहुत आसान लगता है।

परन्तु बाइबल सिखाती है कि जीवन के ’भेद की बात’ कुछ और ही है; और उसका संबंध ’जीवन की आत्मा की व्यवस्था’ से है, जिसने हमें ’पाप की और मृत्यु की व्यवस्था से स्वतंत्र कर दिया’ (रोमियों ८:२)।

पौलुस प्रेरित के अनुसार, जानने योग्य सबसे महत्वपूर्ण बात है ’यीशु मसीह वरन क्रूस पर चढ़ाया गया मसीह’ (१ कुरिन्थियों २:२)। जिन लोगों की धारणा केवल वर्तमान की खुशी के बारे में ही है, उन्हें आत्मा की यह बातें मूर्खता लगती हैं (पद १४)। वे इन्हें कमज़ोरी मानते हैं और इनमें उन्हें परमेश्वर की सामर्थ नज़र नहीं आती।

परमेश्वर ने हम में रहस्य की बातें जानने की उत्सुक्ता रची है। उसने, अपनी बुद्धिमानी में कुछ बातों को कुछ समय के लिये गुप्त रखा। परन्तु अब, अपनी पवित्र आत्मा के द्वारा उसने इन बातों को प्रगट किया है। जो भेद की बात अब उसने प्रगट करी है उसका संबंध अच्छे विचारों द्वारा अच्छी वस्तुएं पाने से बिलकुल नहीं है। उन बातों का संबंध है मसीह जैसा मन होने से (पद १६)। - जूली ऐकैरमैन लिंक


अनन्त आनन्द यीशु मसीह को जानने में है।


बाइबल पाठ: १ कुरिन्थियों २:६-१६


हम परमेश्वर का यह गुप्त ज्ञान, भेद की रीति पर बताते हैं, जिसे परमेश्वर ने सनातन से हमारी महिमा के लिये ठहराया है। - १ कुरिन्थियों २:७


एक साल में बाइबल:
  • २ राजा २२, २३
  • यूहन्ना ४:३१-५४