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सोमवार, 16 मई 2011

स्तुति संगीत

एक पुरानी यहूदी किवदन्ती है कि जब परमेश्वर संसार की सृष्टि कर चुका तो उसने सभी स्वर्गदूतों को अपने पास बुलाया और उनसे पूछा कि वे इस रचना के विष्य में क्या विचार रखते हैं। उनमें से एक ने कहा, "बस एक बात की कमी है, यहाँ सृष्टिकर्ता की स्तुति नहीं सुनाई पड़ रही।" तब परमेश्वर ने संगीत सृजा, और वह हवा के बहने, पक्षियों की आवाज़ों और संसार की विभिन्न बातों में प्रकट होने लगा। परमेश्वर ने मनुष्य को संगीत की धुन पर गीत गाने का हुनर भी दिया, और सदियों से संगीत अनगिनित लोगों को प्रफुल्लित और आनन्दित करता आ रहा है।

संगीत परमेश्वर द्वारा दिये गये जीवन के उन अनुग्रहों में से है जिन्हें हम बहुत सामन्य समझते हैं और साधारणत्या उसकी कोई विशेष कीमत नहीं आंकते। यह एक ऐसा वरदान है जिसे हमने परमेश्वर से लेकर उसका सदुप्योग कम तथा दुरुप्योग अधिक किया है। हम संसार में संगीत के गलत प्रयोग और उसके साथ जुड़ी शर्मनाक व्यवहार की बातों को भली भांति जानते हैं। लेकिन भला संगीत परमेश्वर से मिली आशीश है; उससे दुखते हृदय सांत्वना पाते हैं, समयनुसार लोगों को प्रेर्णा मिलती है और विचिलित मन शांति पाते हैं। परमेश्वर की स्तुति संगीत में होकर हम अपने हृदयों को स्तुति में परम्श्वर के सम्मुख उठाते हैं और वह हमें मसीह के लिए जीने को प्रोत्साहित भी करता है।

हमें जब कभी मौका मिले, संगीत द्वारा अपने आत्मा की आवाज़ को अन्य विश्वासियों के साथ मिलाकर हम अपने हृदयों को परमेश्वर की स्तुति के लिए उठाएं, यह परमेश्वर को आदर देता है और हम विश्वासी भाई-बहिनों को उभारता है, आनन्दित करता है।

जब आप अन्य विश्वासियों के साथ मिलकर परमेश्वर की स्तुति गाएं तो स्तुति में संगीत के महत्व के एक नए एहसास के साथ ऐसा करें, परमेश्वर की महिमा के लिए एक नया गीत गाएं। - रिचर्ड डी हॉन


अपने भक्तों के सच्चे हृदय से निकले सतुति के गीतों से बढ़कर परमेश्वर के लिए कोई संगीत नहीं है।

हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो! आनन्द से यहोवा की आराधना करो! जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ! - भजन १००:१, २


बाइबल पाठ: भजन १००

Psa 100:1 हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो!
Psa 100:2 आनन्द से यहोवा की आराधना करो! जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ!
Psa 100:3 निश्चय जानो, कि यहोवा ही परमेश्वर है। उसी ने हम को बनाया, और हम उसी के हैं; हम उसकी प्रजा, और उसकी चराई की भेड़ें हैं।
Psa 100:4 उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!
Psa 100:5 क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करूणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।

एक साल में बाइबल:
  • २ राजा २४-२५
  • यूहन्ना ५:१-२४

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