ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शनिवार, 4 जून 2011

हम अकेले नहीं

न्यू यॉर्क शहर की भूमिगत रेल में दो युवकों ने रेल गाड़ी के अन्दर सोया हुआ प्रतीत होने वाले और अमीर दिखने वाले व्यक्ति को लूटने का प्रयास किया। जैसे ही उन्होंने यह वारदात अन्जाम दी, मानो रेल का सारा डिब्बा सजीव हो उठा। वह सोया हुआ प्रतीत होने वाला व्यक्ति चोरों को फंसाने के लिए था, और जिन मुसाफिरों ने बिजली की तेज़ी से उन चोरों पर हमला किया और उन्हें पकड़ लिया वे सब पुलिस कर्मी थे जिन्हें आम यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेल के डिब्बों में तैनात किया गया था। यद्यपि ये यात्रि दिखने वाले पुलिस कर्मी विदित नहीं थे, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा के लिए वे तत्पर और तैयार वहीं उपस्थित थे।

ऐसी ही सुरक्षा की एक तसवीर हम २ राजा ६ अध्याय में पढ़ते हैं। इस्त्राएल को अरामी सेना ने युद्ध के लिए घेर रखा था, लेकिन परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता एलीशा बिलकुल निश्चिंत था। जब एलीशा के दास ने अरामियों को लेकर अपनी चिंता एलीशा पर प्रकट करी तो एलीशा ने परमेश्वर से प्रार्थना करी और परमेश्वर ने उस दास की आँखें खोलीं जिससे वह वहाँ चारों ओर विद्यमान अग्निमय रथों और घोड़ों वाली स्वर्गदूतों की सेना को देखने पाया जो अरामी सेना से इस्त्राएल की सुरक्षा के लिए परमेश्वर ने तैनात कर रखी थी।

परमेश्वरीय संरक्षण केवल किताबों में लिखी कहानी नहीं है। परमेश्वर की इच्छा पूरी करने वाले उसके विश्वासियों को आज भी उसका भरपूर संरक्षण उपलबद्ध है; और हम निश्चिंत इस सुरक्षा में विश्वास कर सकते हैं, और निडर होकर शत्रु शैतान का सामना कर सकते हैं। अस्त्य और अविश्वास की सेनाओं के विरुद्ध चाहे यह युद्ध कितना भी विषम क्यों न हो, हमें परमेश्वर पर अपना भरोसा नहीं छोड़ना है, क्योंकि जैसा एलीशा ने अपने दास से कहा: " मत डर; क्योंकि जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं" (२ राजा ६:१६)। मार्ट डी हॉन


जब परमेश्वर हमारे साथ हो और उसकी बाहें हमें संभाले हुए हों तो किसी भी परिस्थिति का सामना करने में कोई झिझक नहीं।

जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं। - २ राजा ६:१६


बाइबल पाठ: २ राजा ६:८-२३

2Ki 6:8 ओर अराम का राजा इस्राएल से युद्ध कर रहा था, और सम्मति करके अपने कर्मचारियों से कहा, कि अमुक स्थान पर मेरी छावनी होगी।
2Ki 6:9 तब परमेश्वर के भक्त ने इस्राएल के राजा के पास कहला भेजा, कि चौकसी कर और अमुक स्थान से होकर न जाना क्योंकि वहां अरामी चढ़ाई करनेवाले हैं।
2Ki 6:10 तब इस्राएल के राजा ने उस स्थान को, जिसकी चर्चा करके परमेश्वर के भक्त ने उसे चिताया था, भेजकर, अपनी रक्षा की और इस प्रकार एक दो बार नहीं वरन बहुत बार हुआ।
2Ki 6:11 इस कारण अराम के राजा का मन बहुत घबरा गया; सो उस ने अपने कर्मचारियों को बुलाकर उन से पूछा, क्या तुम मुझे न बताओगे कि हम लोगों में से कौन इस्राएल के राजा की ओर का है? उसके एक कर्मचारी ने कहा, हे मेरे प्रभु ! हे राजा ! ऐसा नहीं,
2Ki 6:12 एलीशा जो इस्राएल में भविष्यद्वक्ता है, वह इस्राएल के राजा को वे बातें भी बताया करता है, जो तू शयन की कोठरी में बोलता है।
2Ki 6:13 राजा ने कहा, जाकर देखो कि वह कहां है, तब मैं भेजकर उसे पकड़वा मंगाऊंगा। और उसको यह समाचार मिला कि वह दोतान में है।
2Ki 6:14 तब उस ने वहां घोड़ों और रथों समेत एक भारी दल भेजा, और उन्होंने रात को आकर नगर को घेर लिया।
2Ki 6:15 भोर को परमेश्वर के भक्त का टहलुआ उठा और निकल कर क्या देखता है कि घोड़ों और रथों समेत एक दल नगर को घेरे हुए पड़ा है। और उसके सेवक ने उस से कहा, हाय ! मेरे स्वामी, हम क्या करें?
2Ki 6:16 उस ने कहा, मत डर; क्योंकि जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं।
2Ki 6:17 तब एलीशा ने यह प्रार्थना की, हे यहोवा, इसकी आंखें खोल दे कि यह देख सके। तब यहोवा ने सेवक की आंखें खोल दीं, और जब वह देख सका, तब क्या देखा, कि एलीशा के चारों ओर का पहाड़ अग्निमय घोड़ों और रथों से भरा हुआ है।
2Ki 6:18 जब अरामी उसके पास आए, तब एलीशा ने यहोवा से प्रार्थना की कि इस दल को अन्धा कर डाल। एलीशा के इस वचन के अनुसार उस ने उन्हें अन्धा कर दिया।
2Ki 6:19 तब एलीशा ने उन से कहा, यह तो मार्ग नहीं है, और न यह नगर है, मेरे पीछे हो लो; मैं तुम्हें उस मनुष्य के पास जिसे तुम ढूंढ़ रहे हो पहुंचाऊंगा। तब उस ने उन्हें शोमरोन को पहुंचा दिया।
2Ki 6:20 जब वे शोमरोन में आ गए, तब एलीशा ने कहा, हे यहोवा, इन लोगों की आंखें खोल कि देख सकें। तब यहोवा ने उनकी आंखें खोलीं, और जब वे देखने लगे तब क्या देखा कि हम शोमरोन के मध्य में हैं।
2Ki 6:21 उनको देखकर इस्राएल के राजा ने एलीशा से कहा, हे मेरे पिता, क्या मैं इनको मार लूं? मैं उनको मार लूं?
2Ki 6:22 उस ने उत्तर दिया, मत मार। क्या तू उनको मार दिया करता है, जिनको तू तलवार और धनुष से बन्धुआ बना लेता है? तू उनको अन्न जल दे, कि खा पीकर अपने स्वामी के पास चले जाएं।
2Ki 6:23 तब उस ने उनके लिये बड़ी जेवनार की, और जब वे खा पी चुके, तब उस ने उन्हें विदा किया, और वे अपने स्वामी के पास चले गए। इसके बाद अराम के दल इस्राएल के देश में फिर न आए।

एक साल में बाइबल:
  • २ इतिहास २१-२२
  • यूहन्ना १४