ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 27 मई 2012

पक्षपात

   रूथ रेचल पेशे से भोजनालयों, होटलों और रेस्टुरैंटों के स्तर, कार्य और व्यवस्था की समीक्षा करने वाली महिला थीं, जो देश के जाने माने अखबार "The New York Times" में प्रकाशित होने वाली अपनी प्रभावकारी समीक्षा और अलोचना के लिए जानी जाती थीं। अपनी रोचक पुस्तक "Garlic and Sapphires: the Secret Life of a Critic in Disguise" में रेचल अपने ६ वर्ष के अनुभवों को बताती हैं। क्योंकि उनकी आलोचनाओं और समीक्षाओं का व्यापक प्रभाव होता था, इसलिए बड़े बड़े और नामी होटलों तथा रेस्टुरैंटों ने उनकी तस्वीर लगा कर रखी हुई थी जिससे उनके कर्मचारी उन्हें पहचान लें और उनकी आव-भगत तथा सेवा में कोई कमी न रहे, और वे उनके बारे में अच्छे लेख लिख सकें।

   पहचाने जाने के कारण असामान्य ध्यान और सेवा मिलने से बचने और सच्ची समीक्षा लिख पाने के लिए रेचल ने एक कुशल उपाय लागू किया, वे भेष बदल कर होटलों और रेस्टुरैंटों में जाने लगीं, जिससे उनके साथ भी वहां के किसी सामान्य ग्राहक के समान ही बर्ताव हो सके। एक बार वे एक वृद्ध महिला बनकर गईं, और पाया कि रेस्टुरैंट में बैठाए जाने के लिए उन्हें लंबी प्रतीक्षा करनी पड़ी, और फिर उनकी ओर कोई विशेष ध्यान भी नहीं दिया गया, उनके आग्रहों को अन्देखा किया गया।

   ऐसे पक्षपाती व्यवहार के विरुद्ध परमेश्वर का वचन बाइबल स्पष्ट निर्देश देती है। याकूब ने अपनी पत्री में लिखा: "हे मेरे भाइयों, हमारे महिमायुक्त प्रभु यीशु मसीह का विश्वास तुम में पक्षपात के साथ न हो। क्‍योंकि यदि एक पुरूष सोने के छल्ले और सुन्‍दर वस्‍त्र पहिने हुए तुम्हारी सभा में आए और एक कंगाल भी मैले कुचैले कपड़े पहिने हुए आए। और तुम उस सुन्‍दर वस्‍त्र वाले का मुंह देख कर कहो कि तू वहां अच्‍छी जगह बैठ; और उस कंगाल से कहो, कि तू यहां खड़ा रह, या मेरे पांव की पीढ़ी के पास बैठ। तो क्‍या तुम ने आपस में भेद भाव न किया और कुविचार से न्याय करने वाले न ठहरे?" (याकूब २:१-४)

   जब कोई व्यक्ति हमारे चर्च या मण्डली में आता है तो उसके साथ कैसे व्यवहार होता है? क्या हम धनवानों और प्रसिद्धी प्राप्त लोगों के प्रति पक्षपाती होते हैं? परमेश्वर की इच्छा है कि हम सब के साथ समान व्यवहार करें, सबके लिए बराबर चिंता करें, उन में एक समान रुचि दिखाएं, ना कि ऊपरी रीति से या बाहर से प्रतीत होने वाले उनके धन और सामाजिक स्तर के अनुसार।

   अपने प्रभु की आराधना और उपासना में हम सब को समान स्तर और रीति से स्वागत करें और उन्हें समानता के साथ सम्मिलित करें। - डेनिस फिशर


जब परमेश्वर हमें, जैसे हम हैं वैसे ही, अपने साथ सहभागी करता है, अपने निकट लाता है तो फिर दूसरों के साथ भेद-भाव करने वाले हम कौन होते हैं?

पर यदि तुम पक्षपात करते हो, तो पाप करते हो, और व्यवस्था तुम्हें अपराधी ठहराती है। - याकूब २:९

बाइबल पाठ: याकूब २:१-९
Jas 2:1   हे मेरे भाइयों, हमारे महिमायुक्त प्रभु यीशु मसीह का विश्वास तुम में पक्षपात के साथ न हो।
Jas 2:2  क्‍योंकि यदि एक पुरूष सोने के छल्ले और सुन्‍दर वस्‍त्र पहिने हुए तुम्हारी सभा में आए और एक कंगाल भी मैले कुचैले कपड़े पहिने हुए आए।
Jas 2:3  और तुम उस सुन्‍दर वस्‍त्र वाले का मुंह देख कर कहो कि तू वहां अच्‍छी जगह बैठ; और उस कंगाल से कहो, कि तू यहां खड़ा रह, या मेरे पांव की पीढ़ी के पास बैठ।
Jas 2:4  तो क्‍या तुम ने आपस में भेद भाव न किया और कुविचार से न्याय करने वाले न ठहरे?
Jas 2:5  हे मेरे प्रिय भाइयों सुनो? क्‍या परमेश्वर ने इस जगत के कंगालों को नहीं चुना कि विश्वास में धर्मी, और उस राज्य के अधिकारी हों, जिस की प्रतिज्ञा उस ने उन से की है जो उस से प्रेम रखते हैं?
Jas 2:6  पर तुम ने उस कंगाल का अपमान किया: क्‍या धनी लोग तुम पर अत्याचार नहीं करते और क्‍या वे ही तुम्हें कचहिरयों में घसीट घसीट कर नहीं ले जाते?
Jas 2:7  क्‍या वे उस उत्तम नाम की निन्‍दा नहीं करते जिस के तुम कहलाए जाते हो?
Jas 2:8  तौभी यदि तुम पवित्र शास्‍त्र के इस वचन के अनुसार, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख, सचमुच उस राज-व्यवस्था को पूरी करते हो, तो अच्‍छा करते हो।
Jas 2:9   पर यदि तुम पक्षपात करते हो, तो पाप करते हो, और व्यवस्था तुम्हें अपराधी ठहराती है।


एक साल में बाइबल: 

  • २ इतिहास १-३ 
  • यूहन्ना १०:१-२३

1 टिप्पणी:

  1. परमेशवर अपना सुर्य अच्छे- बुरो दोनो पर उदय करता है और दोनो पर हि जल बरसाता है, जब वह पक्षपात नही करता तो हम पक्षपात करने वाले कौन होते है

    जवाब देंहटाएं