ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 8 जून 2012

सहायता का हाथ

   कुछ समय पहले की बात है कि मैं अपने कुछ मित्रों के साथ नदी में मछली पकडने गया, और धीरे धीरे आगे बढ़ते बढ़ते, अनजाने ही में पानी के तेज़ बहाव वाले स्थान में पहुंच गया। यह एक जाना-माना तथ्य है कि तेज़ बहाव में जाना तो सरल है, पर सुरक्षित निकल पाना कठिन है। यह पहचान कर कि अब मैं जान के जोखिम वाली कठिन परिस्थिति में पड़ गया हूं, मेरे अन्दर से घबराहट उठने लगी। मैं एक कदम और इधर-उधर बढ़ाता, तो पानी की तेज़ धारा मुझे असंतुलित कर, बहा के ले जाती।

   ऐसे में मैंने वही किया जो मैं तब सोच सका; मैंने, मेरे निकट उपस्थित, मुझसे कम उम्र के और सामर्थी, एक मित्र को आवाज़ लगाई और सहायता मांगी। वह आया, अपना हाथ मेरी ओर बढ़ाया, और उसे पकड़ कर, और उसकी सहायता से मैं खतरे के स्थान से निकल कर सुरक्षित स्थान पर आ सका।

   इस घटना के कुछ दिन पश्चात जब मैं परमेश्वर के वचन बाइबल से भजन ११९ पढ़ रहा था, तो मैंने उसके १७३ पद में परमेश्वर के विषय में लिखा पाया: "तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों को अपनाया है।" मेरा ध्यान उस दिन की घटना की ओर गया जब मेरी जोखिम की स्थिति में से मेरे मित्र के बढ़ाए हुए हाथ ने मुझे खींच कर निकाला था, और मुझे स्मरण हो आया कैसे जब अपनी क्षमताओं का गलत आंकलन करके मैं ने अपने आप को, अपने परिवार जनों और मित्रों को परेशानीयों में डाला, और वहां से परमेश्वर को पुकारा तो परमेश्वर ने हमें उन सब मुसीबतों से निकाला।

   संभव है कि मेरी ही तरह आप भी किसी ऐसी ही परेशानी या जोखिम में पड़े हैं; घबराइये मत, सहायता निकट ही है। एक ऐसा मित्र जो सर्वसामर्थी है, जिसका हाथ हर परिस्थिति में सुरक्षित थामे रहने में सक्षम है (भजन १३९:१०), आपके पुकारने भर की दूरी पर आपकी सहायता के लिए तत्पर खड़ा है। उसके लिए भजनकार ने लिखा: "तेरी भुजा बलवन्त है, तेरा हाथ शक्तिमान और तेरा दहिना हाथ प्रबल है" (भजन ८९:१३)।

   परमेश्वर को पुकार कर तो देखिए, उसके सामर्थी हाथों में अपने आप को निढाल छोड़कर तो देखिए; इस लोक या परलोक के लिए, उसके हाथों से सामर्थी और सुरक्षित सहायता के हाथ आपको कहीं नहीं मिलेंगे। - डेविड रोपर


हर परिस्थिति में परमेश्वर की सहायता का हाथ हमारे लिए उपलब्ध रहता है।

तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है, क्योंकि मैं ने तेरे उपदेशों को अपनाया है। - भजन ११९:१७३

बाइबल पाठ: भजन १३९:७-१२
Psa 139:7  मैं तेरे आत्मा से भाग कर किधर जाऊं? वा तेरे साम्हने से किधर भागूं?
Psa 139:8  यदि मैं आकाश पर चढूं, तो तू वहां है! यदि मैं अपना बिछौना अधोलोक में बिछाऊं तो वहां भी तू है!
Psa 139:9  यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़ कर समुद्र के पार जा बसूं,
Psa 139:10  तो वहां भी तू अपने हाथ से मेरी अगुवाई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा।
Psa 139:11  यदि मैं कहूं कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊंगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा,
Psa 139:12  तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं।


एक साल में बाइबल: 

  • २ इतिहास ३०-३१ 
  • यूहन्ना १८:१-१८

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें