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बुधवार, 20 जून 2012

अन्त और अनन्त

   अक्तूबर १९ २००८ को मैंने समाचार सुना कि मोटाउन नगर की जानी मानी संगीत मण्डली The Four Tops के प्रमुख गायक लेवी स्टब्स का ७२ वर्ष की आयु में देहान्त हो गया है। अपने लड़कपन में मुझे The Four Tops के गीत और संगीत को सुनना बहुत पसन्द था, विशेषकर स्टब्स की भावनाओं से भरी गहरी आवाज़ मुझे बहुत अच्छी लगती थी। यद्यपि मैं स्टब्स से कभी मिला नहीं और ना ही मैंने कभी उसे प्रत्यक्ष गाते हुए देखा था, किंतु उसकी मृत्यु के समाचार ने मुझे पर गहरा प्रभाव डाला।

   उसकी मृत्यु से जुड़ी मेरी उदासी के पीछे शायद यह भी कारण था कि मुझे भी एहसास हुआ कि कि मैं भी उम्र में बढ़ रहा हूँ, और जिसे मैं लड़कपन में जानता था, जब वह जाता रहा, तो मेरा भी समय पूरा होने के निकट आ रहा है; मेरा समय भी तेज़ी से समाप्ती की ओर अग्रसर है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में, मूसा द्वारा रचित भजन ९० में, मूसा ने लिखा "हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं" (भजन ९०:१०)। यह एक ऐसी बात है जिसे हम सुनना नहीं चाहते; हम सदा ही जवान रहना चाहते हैं, जीवन के अन्त के बारे में सुनना और सोचना नहीं चाहते। लेकिन परमेश्वर का वचन हमें चिताता है कि समय कभी भी स्थिर नहीं रहता, प्रतिपल आयु के पल समाप्त होते रहते हैं और अचानक ही वह समय आ जाता है जब हमें अपने अनन्त के लिए इस पृथ्वी से कूच करना ही होता है।

   यह हमारे सामने दो महत्वपूर्ण प्रश्न लाकर रखता है: क्या प्रभु यीशु में विश्वास और पापों की क्षमा द्वारा, मैंने पृथ्वी से कूच कर के एक भले और आनन्दमय अनन्त में प्रवेश करने की तैयारी कर ली है? क्या मेरे जितने दिन इस पृथ्वी पर बचे हैं उन्हें मैं अपने उस प्रभु को प्रसन्न करने के लिए बिता रहा हूँ जिसने मुझ से अनन्त काल का प्रेम किया है?

   आज आप की क्या स्थिति है? आपकी उम्र चाहे कितनी भी हो, एक दिन समाप्त अवश्य होगी, किस दिन यह कोई नहीं जानता। इसलिए यहां के अन्त से पहले, समय रहते, वहां के अनन्त के लिए तैयार होने तथा तैयार रहने में ही बुद्धिमानी है।

   क्या आज आप उस आते अनन्त के लिए तैयार हैं? - बिल क्राउडर


आप अपने जीवन काल को तो निर्धारित नहीं कर सकते, किंतु जीवन के प्रभावी होने और अपने अनन्त के स्थान को अवश्य ही निर्धारित कर सकते हैं।

हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं। - भजन ९०:१०

बाइबल पाठ: भजन ९०
Psa 90:1  हे प्रभु, तू पीढ़ी से पीढ़ी तक हमारे लिये धाम बना है।
Psa 90:2  इस से पहिले कि पहाड़ उत्पन्न हुए, वा तू ने पृथ्वी और जगत की रचना की, वरन अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू ही ईश्वर है।
Psa 90:3  तू मनुष्य को लौटा कर चूर करता है, और कहता है, कि हे आदमियों, लौट आओ!
Psa 90:4  क्योंकि हजार वर्ष तेरी दृष्टि में ऐसे हैं, जैसा कल का दिन जो बीत गया, वा रात का एक पहर।
Psa 90:5  तू मनुष्यों को धारा में बहा देता है? वे स्वप्न से ठहरते हैं, वे भोर को बढ़ने वाली घास के समान होते हैं।
Psa 90:6  वह भोर को फूलती और बढ़ती है, और सांझ तक कटकर मुर्झा जाती है।
Psa 90:7  क्योंकि हम तेरे क्रोध से नाश हुए हैं; और तेरी जलजलाहट से घबरा गए हैं।
Psa 90:8  तू ने हमारे अधर्म के कामों को अपने सम्मुख, और हमारे छिपे हुए पापों को अपने मुख की ज्योति में रखा है।
Psa 90:9  क्योंकि हमारे सब दिन तेरे क्रोध में बीत जाते हैं, हम अपने वर्ष शब्द की नाई बिताते हैं।
Psa 90:10  हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं, और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष के भी हो जाएं, तौभी उनका घमण्ड केवल नष्ट और शोक ही शोक है; क्योंकि वह जल्दी कट जाती है, और हम जाते रहते हैं।
Psa 90:11  तेरे क्रोध की शक्ति को और तेरे भय के योग्य रोष को कौन समझता है?
Psa 90:12  हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएं।
Psa 90:13  हे यहोवा लौट आ ! कब तक? और अपने दासों पर तरस खा !
Psa 90:14  भोर को हमें अपनी करूणा से तृप्त कर, कि हम जीवन भर जयजयकार और आनन्द करते रहें।
Psa 90:15  जितने दिन तू हमें दु:ख देता आया, और जितने वर्ष हम क्लेश भोगते आए हैं उतने ही वर्ष हम को आनन्द दे।
Psa 90:16  तेरा काम तेरे दासों को, और तेरा प्रताप उनकी सन्तान पर प्रगट हो।
Psa 90:17  और हमारे परमेश्वर यहोवा की मनोहरता हम पर प्रगट हो, तू हमारे हाथों का काम हमारे लिये दृढ़ कर, हमारे हाथों के काम को दृढ़ कर।


एक साल में बाइबल: 

  • एस्तेर १-२ 
  • प्रेरितों ५:१-२१

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