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शुक्रवार, 17 अगस्त 2012

सच्ची समृद्धि


   कुछ वर्ष पहले सिटीकोर्प नामक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की बैंक संस्था ने धन और जीवन से संबंधित विज्ञापनों की एक श्रंखला चलाई। उनके विज्ञापनों में जो लिखा था उसके उदाहरण हैं: "धन एक से दूसरा हाथ बदलता रहता है - ध्यान रखिए, यह कहीं आपको ही ना बदल दे"; "यदि लोग कहने लगें कि आप पैसे से बने हैं, तो आपको अपने व्यक्तित्व पर ध्यान देने और उसे सुधारने की आवश्यकता है।" ऐसे विज्ञापन धन और समृद्धि के बारे में समाज को सोचने पर बाध्य करते हैं और एक नया दृष्टिकोण देते हैं।

   धन और सांसारिक समृद्धि को लेकर परमेश्वर का भी एक दृष्टिकोण है। उसके दृष्टिकोण से, सांसारिक संपदा में आप भरपूरी से हो सकते हैं किंतु आत्मिक रीति से बिलकुल कंगाल। या, आप सांसारिक रीति से कंगाल किंतु परमेश्वर के मापदण्डों पर अति संपन्न हो सकते हैं।

   चरित्र और व्यक्तित्व को बिगाड़ सकने की धन की इस सामर्थ से मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में दी गई धनी युवक की घटना स्मरण हो आती है: एक धनी और ’धार्मिक’ प्रवृति का किंतु जीवन से असंतुष्ट नवयुवक प्रभु यीशु के पास आया कि जान सके उसे अनन्त जीवन पाने के लिए लिए क्या करना चाहिए। उसकी बात सुनने और उससे बातचीत के बाद प्रभु यीशु ने उस से कहा कि उसे अपना सारा धन निर्धनों में दान करके प्रभु के पीछे हो लेना चाहिए। लेकिन यह उस धनी व्यक्ति को स्वीकार्य नहीं था और वह निराश होकर मुँह लटकाए हुए चला गया। इसपर, "यीशु ने चारों ओर देख कर अपने चेलों से कहा, धनवानों को परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है!" (मरकुस १०:२३)

   ऐसा नहीं है कि परमेश्वर और प्रभु यीशु धन-दौलत के विरोधी हैं; किंतु वे धन को मनुष्य के जीवन में परमेश्वर से अधिक महत्वपूर्ण स्थान देने के विरुद्ध हैं। हम मेहनत करके धन कमा सकते हैं, किंतु यदि यह धन कमाने की लालसा हमारे जीवन का मुख्य उद्देश्य बन जाती है और परमेश्वर का स्थान हमारे जीवनों में महत्वहीन हो जाता है तो बात चिंताजनक है क्योंकि तब हम सांसारिक समृद्धि किंतु आत्मिक कंगाली में आ जाते हैं। बेहतर हो कि आत्मिक समृद्धि किंतु सांसारिक कंगाली में रहें जिससे हमारा अनन्त काल कंगाली का ना हो।

   सच्ची समृद्धि पानी है तो प्रभु यीशु को जीवन में प्रथम स्थान दीजिए, तब सांसारिक और आत्मिक दोनो संपन्नता आपके साथ रहेंगीं। - जो स्टोवैल


सावधान, धन या धन की लालसा कहीं आपको परमेश्वर के मार्ग से भटका न दे।

यीशु ने चारों ओर देख कर अपने चेलों से कहा, धनवानों को परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है! - मरकुस १०:२३

बाइबल पाठ: मरकुस १०:१७-३०
Mar 10:17  और जब वह निकल कर मार्ग में जाता था, तो एक मनुष्य उसके पास दौड़ता हुआ आया, और उसके आगे घुटने टेककर उस से पूछा हे उत्तम गुरू, अनन्‍त जीवन का अधिकारी होने के लिये मैं क्‍या करूं?
Mar 10:18  यीशु ने उस से कहा, तू मुझे उत्तम क्‍यों कहता है? कोई उत्तम नहीं, केवल एक अर्थात परमेश्वर। 
Mar 10:19  तू आज्ञाओं को तो जानता है; हत्या न करना, व्यभिचार न करना, चोरी न करना, झूठी गवाही न देना, छल न करना, अपने पिता और अपनी माता का आदर करना। 
Mar 10:20  उस ने उस से कहा, हे गुरू, इन सब को मैं लड़कपन से मानता आया हूं। 
Mar 10:21  यीशु ने उस पर दृष्‍टि कर के उस से प्रेम किया, और उस से कहा, तुझ में एक बात की घटी है; जा, जो कुछ तेरा है, उसे बेच कर कंगालों को दे, और तुझे स्‍वर्ग में धन मिलेगा, और आकर मेरे पीछे हो ले। 
Mar 10:22  इस बात से उसके चेहरे पर उदासी छा गई, और वह शोक करता हुआ चला गया, क्‍योंकि वह बहुत धनी था। 
Mar 10:23  यीशु ने चारों ओर देख कर अपने चेलों से कहा, धनवानों को परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है! 
Mar 10:24  चेले उस की बातों से अचम्भित हुए, इस पर यीशु ने फिर उन को उत्तर दिया, हे बालको, जो धन पर भरोसा रखते हैं, उन के लिये परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है! 
Mar 10:25  परमेश्वर के राज्य में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है!
Mar 10:26  वे बहुत ही चकित होकर आपस में कहने लगे तो फिर किस का उद्धार हो सकता है? 
Mar 10:27 यीशु ने उन की ओर देखकर कहा, मनुष्यों से तो यह नहीं हो सकता, परन्‍तु परमेश्वर से हो सकता है; क्‍योंकि परमेश्वर से सब कुछ हो सकता है। 
Mar 10:28  पतरस उस से कहने लगा, कि देख, हम तो सब कुछ छोड़कर तेरे पीछे हो लिये हैं। 
Mar 10:29  यीशु ने कहा, मैं तुम से सच कहता हूं, कि ऐसा कोई नहीं, जिस ने मेरे और सुसमाचार के लिये घर या भाइयों या बहिनों या माता या पिता या लड़के-बालों या खेतों को छोड़ दिया हो। 
Mar 10:30 और अब इस समय सौ गुणा न पाए, घरों और भाइयों और बहिनों और माताओं और लड़के-बालों और खेतों को पर, उपद्रव के साथ और परलोक में अनन्‍त जीवन।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन ९७-९९
  •  रोमियों १६

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