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मंगलवार, 27 नवंबर 2012

एबेनेज़र


   एक पुराना स्तुति गीत है "हे प्रभु आशीष के सोते" जो परमेश्वर के साथ मसीही विश्वासी की जीवन यात्रा के अनुभवों पर आधारित है। इस गीत में एक शब्द प्रयुक्त हुआ है ’एबेनेज़र’; यह शब्द परमेश्वर की प्रजा इस्त्राएल के उस अनुभव से लिया गया जब वे लोग अपने परमेश्वर के साथ के उनके निकट संबंध पूर्वसमान बनाने के प्रयास कर रहे थे। उनके आत्मिक अगुवे शमूएल ने उन्हें कहा कि यदि वे उन पराए देवताओं को, जिन्हें उन्होंने अपना लिया है, तज कर पूरे मन और सच्चे समर्पण के साथ परमेश्वर के पास वापस लौट आएंगे, तो वह उन्हें उनके आताताई पलिश्ति लोगों के आतंक से बचा लेगा (१ शमूएल ७:३)।

   जब उन लोगों ने ऐसा किया और अपने पापों से पश्चाताप किया, तब परमेश्वर ने उन्हें विजय दी।  इस विजय के उपलक्ष्य में "तब शमूएल ने एक पत्थर लेकर मिस्पा और शेन के बीच में खड़ा किया, और यह कहकर उसका नाम एबेनेजेर रखा, कि यहां तक यहोवा ने हमारी सहायता की है (१ शमूएल ७:१२)।"

   आज जब स्तुति गीत में हम गाते हैं कि, "एबेनेज़र तू मसीहा, हुआ मेरा तारणहार; इससे मैं भी पार उतरूँगा, शोक समुन्दर के उस पार" तो हम स्मरण करते हैं कि अपनी कमी घटी और आवश्यक्ता के समय में
हम भी पश्चाताप और समर्पण के साथ परमेश्वर की ओर लौट सकते हैं और वह हमारी सहायता करेगा। हमने चाहे जो भी किया हो, हम चाहे कहीं भी भटक गए हों, उसका अनुग्रह हमारे लिए उपलब्ध है और वह हमें, जो उसकी सन्तान हैं, सदा ही बहाल करने की चाह रखता है।

   अपने मनों में परमेश्वर के वचन को बसा लें, उसे अपना एबेनेज़र बना लें, और सदा स्मरण रखें कि जिस परमेश्वर ने आज तक और यहां तक आपको संभाला है, आपकी हर परिस्थिति में वह केवल एक प्रार्थना भर की दूरी पर आपकी प्रतीक्षा कर रहा है। - डेविड मैक्कैसलैंड


क्योंकि परमेश्वर हमारे साथ है, इसलिए हमें भविष्य का भय नहीं।

...यहां तक यहोवा ने हमारी सहायता की है। - १ शमूएल ७:१२

बाइबल पाठ: १ शमूएल ७:३-१४
1Sa 7:3  तब शमूएल ने इस्राएल के सारे घराने से कहा, यदि तुम अपने पूर्ण मन से यहोवा की ओर फिरे हो, तो पराए देवताओं और अश्तोरेत देवियों को अपने बीच में से दूर करो, और यहोवा की ओर अपना मन लगाकर केवल उसी की उपासना करो, तब वह तुम्हें पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाएगा। 
1Sa 7:4  तब इस्राएलियों ने बाल देवताओं और अशतोरेत देवियों को दूर किया, और केवल यहोवा ही की उपासना करने लगे।
1Sa 7:5  फिर शमूएल ने कहा, सब इस्राएलियों को मिस्पा में इकट्ठा करो, और मैं तुम्हारे लिये यहोवा से प्रार्थना करूंगा। 
1Sa 7:6  तब वे मिस्पा में इकट्ठे हुए, और जल भरके यहोवा के साम्हने उंडेल दिया, और उस दिन उपवास किया, और वहां कहने लगे, कि हम ने यहोवा के विरूद्ध पाप किया है। और शमूएल ने मिस्पा में इस्राएलियों का न्याय किया। 
1Sa 7:7  जब पलिश्तियों ने सुना कि इस्राएली मिस्पा में इकट्ठे हुए हैं, तब उनके सरदारों ने इस्राएलियों पर चढ़ाई की। यह सुनकर इस्राएली पलिश्तियों से भयभीत हुए। 
1Sa 7:8  और इस्राएलियों ने शमूएल से कहा, हमारे लिये हमारे परमेश्वर यहोवा की दोहाई देना न छोड़, जिस से वह हम को पलिश्तियों के हाथ से बचाए। 
1Sa 7:9  तब शमूएल ने एक दूधपिउवा मेम्ना ले सर्वांग होमबलि करके यहोवा को चढ़ाया; और शमूएल ने इस्राएलियों के लिये यहोवा की दोहाई दी, और यहोवा ने उसकी सुन ली। 
1Sa 7:10  और जिस समय शमूएल होमबलि हो चढ़ा रहा था उस समय पलिश्ती इस्राएलियों के संग युद्ध करने के लिये निकट आ गए, तब उसी दिन यहोवा ने पलिश्तियों के ऊपर बादल को बड़े कड़क के साथ गरजाकर उन्हें घबरा दिया, और वे इस्राएलियों से हार गए। 
1Sa 7:11  तब इस्राएली पुरूषों ने मिस्पा से निकल कर पलिश्तियों को खदेड़ा, और उन्हें बेतकर के नीचे तक मारते चले गए। 
1Sa 7:12  तब शमूएल ने एक पत्थर लेकर मिस्पा और शेन के बीच में खड़ा किया, और यह कहकर उसका नाम एबेनेजेर रखा, कि यहां तक यहोवा ने हमारी सहायता की है। 
1Sa 7:13  तब पलिश्ती दब गए, और इस्राएलियों के देश में फिर न आए, और शमूएल के जीवन भर यहोवा का हाथ पलिश्तियों के विरूद्ध बना रहा। 
1Sa 7:14  और एक्रोन और गत तक जितने नगर पलिश्तियों ने इस्राएलियों के हाथ से छीन लिए थे, वे फिर इस्राएलियों के वश में आ गए; और उनका देश भी इस्राएलियों ने पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाया। और इस्राएलियों और एमोरियों के बीच भी सन्धि हो गई।

एक साल में बाइबल: 

  • सभोपदेशक १-३ 
  • २ कुरिन्थियों ११:१६-३३

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