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सोमवार, 3 सितंबर 2012

बचने के तरीके


   पांच वर्षीय जेना के दिन का आरंभ अच्छा नहीं हुआ था। अपनी इच्छा के अनुसार हर कार्य को करने के उसके प्रयास सफल नहीं हो रहे थे। तर्क करना किसी काम नहीं आया, मुँह फुलाना और बिगड़ी हुई सूरत बनाकर बैठ जाना व्यर्थ रहा, रोने और हठ करने से कुछ हासिल नहीं हुआ। उसकी इन हरकतों से परेशान होकर उसकी माँ ने उसे वह बाइबल पद स्मरण दिलाया जिसे जेना याद करने में लगी हुई थी: "मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं" (भजन ११९:११)।

   संभवतः जेना इस पद पर कुछ विचार कर चुकी थी; उसने तुरंत उत्तर दिया, "माँ ठीक है, किंतु इस पद में पाप न करने की संभावना के बारे में कहा गया है, निश्चितता के बारे में नहीं।" जेना का तर्क एक जाना पहचाना तर्क है। किसी नियम का उल्लंघन करना, किसी आज्ञा को तोड़ना, और ऐसा करने के लिए तोड़-मरोड़ कर शब्दों के प्रयोग या उनके अर्थों को निकालने कुछ लोगों को बड़ा अच्छा लगता है; वे ऐसे अवसरों की तलाश में रहते हैं।

   यह वर्तमान समय ही की बात नहीं है और ना ही केवल संसार के सामान्य लोगों की बात है। प्रभु यीशु ने अपने समय के धार्मिक अगुवों में भी इसी प्रवृत्ति को पाया जो परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन अपनी स्वार्थसिधी के लिए करते थे और संसार के समक्ष नियमों की अवहेलना के दोष से बचने के तरीके रखते थे (मरकुस ७:१-१३)। परमेश्वर के नियम और आज्ञाएं उन्हें अपने माता-पिता की आवश्यकताओं की पूर्ति करने और अपनी संपत्ति द्वारा उनका ध्यान रखने को कहते थे। इस कारण वे अगुवे इस ज़िम्मेदारी से बचने के लिए अपनी संपत्ति परमेश्वर को उसके मन्दिर में ’कुर्बान’ कर देते थे। अब परमेश्वर को ’कुर्बान’ इस संपत्ति का उपयोग भला मन्दिर के बाहर कैसे हो सकता था? किंतु क्योंकि उन धार्मिक अगुवों का पालन-पोषण मन्दिर से होता था, इसलिए उनके अपने लिए वह संपत्ति उपलब्ध रहती थी! ऐसे तर्क देकर वे समाज को धोखा दे सकते थे, समाज की नज़रों में दोषी होने से बच सकते थे; लेकिन वे परमेश्वर को धोखा नहीं दे सकते थे, वे उसके समक्ष अनाज्ञाकारी होने के न्याय से नहीं बच सकते थे। प्रभु यीशु ने उन अगुवों को इसी बात के लिए कठोर शब्दों में चिताया।

   अपने जीवन में सावधान रहिए; जब भी आप किसी आज्ञा से बचने के तरीके ढ़ूंढते हैं, वास्तव में आप अनाज्ञाकारिता के तरीके खोजते हैं। - जूली ऐकैरमैन लिंक


चाहे हम किसी आज्ञा के ना मानने को वैध ठहराने के लिए कोई भी बहाना क्यों ना बना लें, परमेश्वर उसे अनाज्ञाकारिता ही मानता है।

मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरूद्ध पाप न करूं। - भजन ११९:११

बाइबल पाठ: मरकुस ७:१-१३
Mar 7:1   तब फरीसी और कई एक शास्त्री जो यरूशलेम से आए थे, उसके पास इकट्ठे हुए। 
Mar 7:2  और उन्‍होंने उसके कई चेलों को अशुद्ध अर्थात बिना हाथ धोए रोटी खाते देखा। 
Mar 7:3  क्‍योंकि फरीसी और सब यहूदी, पुरिनयों की रीति पर चलते हैं और जब तक भली भांति हाथ नहीं धो लेते तब तक नहीं खाते। 
Mar 7:4  और बाजार से आकर, जब तक स्‍नान नहीं कर लेते, तब तक नहीं खाते; और बहुत सी और बातें हैं, जो उन के पास मानने के लिये पहुंचाई गई हैं, जैसे कटोरों, और लोटों, और तांबे के बरतनों को धोना-मांझना। 
Mar 7:5  इसलिये उन फरीसियों और शास्‍त्रियों ने उस से पूछा, कि तेरे चेले क्‍यों पुरिनयों की रीतों पर नहीं चलते, और बिना हाथ धोए रोटी खाते हैं? 
Mar 7:6   उस ने उन से कहा; कि यशायाह ने तुम कपटियों के विषय में बहुत ठीक भविष्यद्ववाणी की; जैसा लिखा है, कि ये लोग होठों से तो मेरा आदर करते हैं, पर उन का मन मुझ से दूर रहता है। 
Mar 7:7  और ये व्यर्थ मेरी उपासना करते हैं, क्‍योंकि मनुष्यों की आज्ञाओं को धर्मोपदेश करके सिखाते हैं। 
Mar 7:8  क्‍योंकि तुम परमेश्वर की आज्ञा को टालकर मनुष्यों की रीतियों को मानते हो। 
Mar 7:9  और उस ने उन से कहा; तुम अपनी रीतियों को मानने के लिये परमेश्वर आज्ञा कैसी अच्‍छी तरह टाल देते हो! 
Mar 7:10 क्‍योंकि मूसा ने कहा है कि अपने पिता और अपनी माता का आदर कर; ओर जो कोई पिता वा माता को बुरा कहे, वह अवश्य मार डाला जाए। 
Mar 7:11 परन्‍तु तुम कहते हो कि यदि कोई अपने पिता वा माता से कहे, कि जो कुछ तुझे मुझ से लाभ पहुंच सकता था, वह कुरबान अर्थात संकल्प हो चुका। 
Mar 7:12  तो तुम उस को उसके पिता वा उस की माता की कुछ सेवा करने नहीं देते। 
Mar 7:13 इस प्रकार तुम अपनी रीतियों से, जिन्‍हें तुम ने ठहराया है, परमेश्वर का वचन टाल देते हो; और ऐसे ऐसे बहुत से काम करते हो।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन १४०-१४२ 
  • १ कुरिन्थियों १४:१-२०