ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 6 दिसंबर 2012

परिवर्तन


   अमेरीकी गुप्त सेवा (United States Secret Service) का गठन सन १८६५ में नकली मुद्रा बनाने वालों से अमेरीकी मुद्रा - डॉलर, और अमेरीकी आर्थिक व्यवस्था की रक्षा करने के लिए हुआ था। एक निश्चित उद्देश्य से स्थापित इस कानून तथा देश की रखवाली करने वाली संस्था के उद्देश्यों में १९०२ में परिवर्तन किया गया। यद्यपि अब इस संस्था के कार्य अनेक प्रकार के हैं किंतु आज वे मुख्यतः अमेरीकी राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए जाने जाते हैं। उनके कार्यों और ज़िम्मेदारियों में यह एक अति महत्वपूर्ण दिशा परिवर्तन था।

   किंतु थिस्सलुनीकियों के मसीही विश्वासियों के जीवन में आए, और प्रत्येक मसीही विश्वासी के जीवन में मसीही विश्वास में आने से होने वाले परिवर्तन के सामने यह कुछ भी नहीं है। मसीही विश्वास द्वारा जीवन में होने वाले परिवर्तन के प्रभाव दूर दूर तक लोगों को दिखाई देते हैं, जैसे थिस्सलुनीकियों के विश्वासियों के जीवन में दिखाई दिए। प्रेरित पौलुस ने उन्हें लिखी अपनी पत्री में उनके विश्वास और संमर्पण की सराहना करते हुए उन्हें लिखा: "यहां तक कि मकिदुनिया और अखया के सब विश्वासियों के लिये तुम आदर्श बने। क्‍योंकि तुम्हारे यहां से न केवल मकिदुनिया और अखया में प्रभु का वचन सुनाया गया, पर तुम्हारे विश्वास की जो परमेश्वर पर है, हर जगह ऐसी चर्चा फैल गई है, कि हमें कहने की आवश्यकता ही नहीं। क्‍योंकि वे आप ही हमारे विषय में बताते हैं कि तुम्हारे पास हमारा आना कैसा हुआ; और तुम क्‍योंकर मूरतों से परमेश्वर की ओर फिरे ताकि जीवते और सच्‍चे परमेश्वर की सेवा करो" (१ थिस्सलुनीकियों १:७-९)।

   थिस्सलुनीकियों के विश्वासियों के जीवनों में आया यह परिवर्तन अद्भुत था - उन्होंने मूरतों को पूजना छोड़कर जीवते सच्चे परमेश्वर में विश्वास किया, प्रभु यीशु में पापों की क्षमा और विश्वास द्वारा परमेश्वर से अपना व्यक्तिगत संबंध जोड़ा; और इस परिवर्तन से आए प्रभाव तथा बदलाव सब लोगों के सामने विदित थे, यहां तक कि थिस्सलुनीकिए के वे विश्वासी अब अन्य लोगों के लिए आदर्श बन गए।

   क्या आज मसीही विश्वास में आने के बाद हमारे जीवनों में भी ऐसा परिवर्तन लोगों को दिखाई देता है? क्या हमें और हमारे जीवन को देखकर लोग मसीह यीशु की ओर आकर्षित होते हैं? क्या हमारे मसीही विश्वास की चर्चा लोगों को एक भले जीवन के लिए प्रोत्साहित करती है? - बिल क्राउडर


मसीह यीशु के साथ विश्वास द्वारा जुड़ जाना किसी ज्ञान और बुद्धि की बात नहीं वरन मन और जीवन का संपूर्ण परिवर्तन है।

क्‍योंकि वे आप ही हमारे विषय में बताते हैं कि तुम्हारे पास हमारा आना कैसा हुआ; और तुम क्‍योंकर मूरतों से परमेश्वर की ओर फिरे ताकि जीवते और सच्‍चे परमेश्वर की सेवा करो। - १ थिस्सलुनीकियों १:९

बाइबल पाठ: १ थिस्सलुनीकियों १:१-१०
1Th 1:1 पौलुस और सिलवानुस और तीमुथियुस की ओर से थिस्‍सलुनिकियों की कलीसिया के नाम जो परमेश्वर पिता और प्रभु यीशु मसीह में है। अनुग्रह और शान्‍ति तुम्हें मिलती रहे।
1Th 1:2  हम अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण करते और सदा तुम सब के विषय में परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं। 
1Th 1:3  और अपने परमेश्वर और पिता के साम्हने तुम्हारे विश्वास के काम, और प्रेम का परिश्रम, और हमारे प्रभु यीशु मसीह में आशा की धीरता को लगातार स्मरण करते हैं। 
1Th 1:4  और हे भाइयो, परमेश्वर के प्रिय लोगों हम जानतें हैं, कि तुम चुने हुए हो। 
1Th 1:5 क्‍योंकि हमारा सुसमाचार तुम्हारे पास न केवल वचन मात्र ही में वरन सामर्थ और पवित्र आत्मा, और बड़े निश्‍चय के साथ पहुंचा है; जैसा तुम जानते हो, कि हम तुम्हारे लिये तुम में कैसे बन गए थे। 
1Th 1:6 और तुम बड़े क्‍लेश में पवित्र आ्त्मा के आनन्‍द के साथ वचन को मानकर हमारी और प्रभु की सी चाल चलने लगे। 
1Th 1:7  यहां तक कि मकिदुनिया और अखया के सब विश्वासियों के लिये तुम आदर्श बने। 
1Th 1:8 क्‍योंकि तुम्हारे यहां से न केवल मकिदुनिया और अखया में प्रभु का वचन सुनाया गया, पर तुम्हारे विश्वास की जो परमेश्वर पर है, हर जगह ऐसी चर्चा फैल गई है, कि हमें कहने की आवश्यकता ही नहीं। 
1Th 1:9 क्‍योंकि वे आप ही हमारे विषय में बताते हैं कि तुम्हारे पास हमारा आना कैसा हुआ; और तुम क्‍योंकर मूरतों से परमेश्वर की ओर फिरे ताकि जीवते और सच्‍चे परमेश्वर की सेवा करो। 
1Th 1:10 और उसके पुत्र के स्‍वर्ग पर से आने की बाट जोहते रहो जिसे उस ने मरे हुओं में से जिलाया, अर्थात यीशु की, जो हमें आने वाले प्रकोप से बचाता है।

एक साल में बाइबल: 
  • दानिय्येल ३-४ 
  • १ यूहन्ना ५