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शनिवार, 23 मार्च 2013

धन्यवाद


   जब हम मैक्सिको देश गए तो मेरी इच्छा थी कि मैं भी स्पैनिश भाषा बोल पाती। मुझे स्पैनिश के बस तीन शब्द ही आते थे - ग्रासियास (धन्यवाद), मुए बिन (बहुत अच्छा) और होला (हैलो)। कुछ ही समय में मैं अपने मिलने वाले लोगों से या यदि कोई मेरी सहायातार्थ कुछ करता उससे बस "ग्रासियास" कहते कहते उबा गई। लेकिन एक है जिसे हम चाहे जितना भी धन्यवाद दें वह उसके द्वारा हम मसीही विश्वासियों के जीवन में किए गए और हो रहे कार्यों के लिए कम ही रहेगा - परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह।

   राजा दाऊद इस बात को और परमेश्वर के प्रति धन्यवादी होने के महत्व को भली-भांति समझता था। इस्त्राएल का राजा होने के बाद उसने परमेश्वर की वाचा के सन्दूक, जहाँ परमेश्वर की उपस्थिति इस्त्राएलियों के मध्य रहती थी, और आराधना स्थल के लिए तम्बू बनवाया। दाऊद की इच्छा तो मन्दिर बनवाने कि थी परन्तु परमेश्वर ने उसे यह कहकर मना किया कि मन्दिर उसका पुत्र सुलेमान बनवाएगा। दाऊद ने कुछ लेवियों को नियुक्त किया कि वे "इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की चर्चा और उसका धन्यवाद और स्तुति किया करें" (1 इतिहास 16:4) और अन्य लोगों को नियुक्त किया कि "प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार वे सन्दूक के साम्हने नित्य सेवा टहल किया करें" (1 इतिहास 16:37-38)।

   दाऊद ने परमेश्वर की स्तुति गाने वाले आसाप और उसके भाईयों को धन्यवाद का भजन भी लिख कर दिया जिसमें उसने परमेश्वर के कार्यों, चम्तकारों, न्याय के कार्यों, उद्धार और परमेश्वर के भला, करुणामय और पवित्र होने के गुणों का वर्णन किया।

   दाऊद के समान ही आज हमें भी परमेश्वर को सदा धन्यवादी रहना चाहिए, उस सब के लिए जो वह है और जो उसने किया है। अपने धन्यवाद की भेंट उसे अर्पित करने के लिए प्रतिदिन समय अवश्य निकालें। - ऐनी सेटास


परमेश्वर की प्रशंसा और धन्यवाद से भरा हृदय परमेश्वर को प्रसन्नता और जीवन में आशीष देता रहेगा।

यहोवा का धन्यवाद करो, उस से प्रार्थना करो; देश देश में उसके कामों का प्रचार करो। - 1 इतिहास 16:8

बाइबल पाठ: 1 इतिहास 16:7-10, 23-29
1 Chronicles 16:7 तब उसी दिन दाऊद ने यहोवा का धन्यवाद करने का काम आसाप और उसके भाइयों को सौंप दिया।
1 Chronicles 16:8 यहोवा का धन्यवाद करो, उस से प्रार्थना करो; देश देश में उसके कामों का प्रचार करो।
1 Chronicles 16:9 उसका गीत गाओ, उसका भजन करो, उसके सब आश्चर्य-कर्मों का ध्यान करो।
1 Chronicles 16:10 उसके पवित्र नाम पर घमंड करो; यहोवा के खोजियों का हृदय आनन्दित हो।
1 Chronicles 16:23 हे समस्त पृथ्वी के लोगो यहोवा का गीत गाओ। प्रतिदिन उसके किए हुए उद्धार का शुभ समाचार सुनाते रहो।
1 Chronicles 16:24 अन्यजातियों में उसकी महिमा का, और देश देश के लोगों में उसके आश्चर्य-कर्मों का वर्णन करो।
1 Chronicles 16:25 क्योंकि यहोवा महान और स्तुति के अति योग्य है, वह तो सब देवताओं से अधिक भययोग्य है।
1 Chronicles 16:26 क्योंकि देश देश के सब देवता मूतिर्यां ही हैं; परन्तु यहोवा ही ने स्वर्ग को बनाया है।
1 Chronicles 16:27 उसके चारों ओर वैभव और ऐश्वर्य है; उसके स्थान में सामर्थ और आनन्द है।
1 Chronicles 16:28 हे देश देश के कुलो, यहोवा का गुणानुवाद करो, ।
1 Chronicles 16:29 यहोवा की महिमा और सामर्थ को मानो। यहोवा के नाम की महिमा ऐसी मानो जो उसके नाम के योग्य है। भेंट ले कर उसके सम्मुख आाओ, पवित्रता से शोभायमान हो कर यहोवा को दण्डवत करो।

एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 13-15 
  • लूका 1:57-80

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