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गुरुवार, 5 दिसंबर 2013

प्रेम से परिपूर्ण


   मेरे एक मित्र ने अपनी दादी को अपने जीवन में सबसे प्रभावी व्यक्तियों में से एक बताया। अपनी दादी से मिले भरपूर प्रेम और देखभाल के कारण वह उनके एक चित्र को सदा अपने कार्यस्थल की मेज़ पर रखे रहता है, जिससे वह सदा उनके निस्वार्थ प्रेम को स्मरण रखने पाए। उसका कहना है कि उन्होंने ही उसे प्रेम का अर्थ और प्रेम करना सिखाया है।

   सभी को ऐसा ही मानवीय प्रेम पाने का सौभाग्य चाहे ना मिला हो, लेकिन प्रभु यीशु मसीह में होकर संसार का प्रत्येक व्यक्ति परमेश्वर के प्रेम की परिपूर्णता को अनुभव कर सकता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित यूहन्ना द्वारा लिखित प्रथम पत्री के चौथे अध्याय में प्रेम शब्द 27 बार आया है, तथा प्रभु यीशु में होकर हमें प्राप्त होने वाले परमेश्वर के प्रेम को हमारे परमेश्वर तथा एक दुसरे के प्रति प्रेम का उदगम स्त्रोत बताया गया है: "प्रेम इस में नहीं कि हम ने परमेश्वर ने प्रेम किया; पर इस में है, कि उसने हम से प्रेम किया; और हमारे पापों के प्रायश्‍चित्त के लिये अपने पुत्र को भेजा" (पद 10); " और जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, उसको हम जान गए, और हमें उस की प्रतीति है; परमेश्वर प्रेम है: जो प्रेम में बना रहता है, वह परमेश्वर में बना रहता है; और परमेश्वर उस में बना रहता है" (पद 16); "हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उसने हम से प्रेम किया" (पद 19)।

   परमेश्वर का प्रेम बूँद-बूँद करके टपकने वाले नल या हमारे स्वयं खोदे जाने वाले किसी कुएँ के समान नहीं है जिस में से प्रेम-जल पाने के लिए हमें परिश्रम करना पड़े। वह तो एक बहती हुई नदी है जो उसके हृदय से निकलकर हमारे मनों में प्रवाहित होती रहती है और जिससे हम जब चाहें और जितना चाहें उतना शांतिदायक जीवन जल प्राप्त कर सकते हैं। हमारी पारिवारिक पृष्ठभूमि या जीवन के अनुभव चाहे जैसे भी रहे हों - चाहे हमने दूसरों से प्रेम पाने का अनुभव किया हो अथवा नहीं, लेकिन परमेश्वर से हमें सदा ही प्रेम मिलता रह सकता है। परमेश्वर के प्रेम के इस कभी ना खत्म होने वाले सोते से ना केवल हम तृप्त रह सकते हैं, वरन दूसरों को भी उसके पास इस तृप्ति के लिए ला सकते हैं।

   प्रभु यीशु में होकर संसार का प्रत्येक जन परमेश्वर के प्रेम से परिपूर्ण रह सकता है। - डेविड मैक्कैसलैंड


परमेश्वर के प्रेम से बढ़कर सामर्थी और कुछ नहीं है।

हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उसने हम से प्रेम किया। - 1 यूहन्ना 4:19 

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 4:7-21
1 John 4:7 हे प्रियों, हम आपस में प्रेम रखें; क्योंकि प्रेम परमेश्वर से है: और जो कोई प्रेम करता है, वह परमेश्वर से जन्मा है; और परमेश्वर को जानता है। 
1 John 4:8 जो प्रेम नहीं रखता, वह परमेश्वर को नहीं जानता है, क्योंकि परमेश्वर प्रेम है। 
1 John 4:9 जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, वह इस से प्रगट हुआ, कि परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है, कि हम उसके द्वारा जीवन पाएं। 
1 John 4:10 प्रेम इस में नहीं कि हम ने परमेश्वर ने प्रेम किया; पर इस में है, कि उसने हम से प्रेम किया; और हमारे पापों के प्रायश्‍चित्त के लिये अपने पुत्र को भेजा। 
1 John 4:11 हे प्रियो, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए। 
1 John 4:12 परमेश्वर को कभी किसी ने नहीं देखा; यदि हम आपस में प्रेम रखें, तो परमेश्वर हम में बना रहता है; और उसका प्रेम हम में सिद्ध हो गया है। 
1 John 4:13 इसी से हम जानते हैं, कि हम उस में बने रहते हैं, और वह हम में; क्योंकि उसने अपने आत्मा में से हमें दिया है। 
1 John 4:14 और हम ने देख भी लिया और गवाही देते हैं, कि पिता ने पुत्र को जगत का उद्धारकर्ता कर के भेजा है। 
1 John 4:15 जो कोई यह मान लेता है, कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है: परमेश्वर उस में बना रहता है, और वह परमेश्वर में। 
1 John 4:16 और जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, उसको हम जान गए, और हमें उस की प्रतीति है; परमेश्वर प्रेम है: जो प्रेम में बना रहता है, वह परमेश्वर में बना रहता है; और परमेश्वर उस में बना रहता है। 
1 John 4:17 इसी से प्रेम हम में सिद्ध हुआ, कि हमें न्याय के दिन हियाव हो; क्योंकि जैसा वह है, वैसे ही संसार में हम भी हैं। 
1 John 4:18 प्रेम में भय नहीं होता, वरन सिद्ध प्रेम भय को दूर कर देता है, क्योंकि भय से कष्‍ट होता है, और जो भय करता है, वह प्रेम में सिद्ध नहीं हुआ। 
1 John 4:19 हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उसने हम से प्रेम किया। 
1 John 4:20 यदि कोई कहे, कि मैं परमेश्वर से प्रेम रखता हूं; और अपने भाई से बैर रखे; तो वह झूठा है: क्योंकि जो अपने भाई से, जिसे उसने देखा है, प्रेम नहीं रखता, तो वह परमेश्वर से भी जिसे उसने नहीं देखा, प्रेम नहीं रख सकता। 
1 John 4:21 और उस से हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई अपने परमेश्वर से प्रेम रखता है, वह अपने भाई से भी प्रेम रखे।

एक साल में बाइबल: 
  • दानिय्येल 1-2 
  • 1 यूहन्ना 4