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गुरुवार, 24 अप्रैल 2014

भली विरासत


   मिशिगन प्रांत के मूल रेड इंडियन निवासी ही वहाँ के राजमार्ग बनाने वाले आरंभिक इंजीनियर थे। कुछ अपवादों को छोड़, आज के मिशिगन प्रांत के सभी राजमार्ग, उन मूल निवासियों द्वारा सैकड़ों वर्ष पहले जंगलों के बीच से निकाले गए मार्गों पर ही बनाए गए हैं। उन मूल निवासियों ने पहले तो पगडंडियाँ बनाई थीं जो 12-18 इंच चौड़ी हुआ करती थीं क्योंकि सुरक्षा के लिए लोग एक दूसरे के पीछे होकर ही चलते थे। फिर जब वे उन पगडंडी मार्गों पर घोड़े लेकर चलने लगे तो वे कुछ और चौड़े हो गए। अमेरिका में श्वेत निवासियों के आने और बस जाने के बाद घोड़ा गाड़ियाँ आईं जिनके लिए मार्ग और बड़े और बेहतर हुए और धीरे धीरे जैसे जैसे यातायात के साधन और यातायात करने वाले बढ़ते गए, वे कच्चे मार्ग पक्के मार्ग बने और फिर वर्तमान के राजमार्ग बन गए।

   ऐसे ही, राजा सुलेमान भी अपने पिता के दिखाए मार्ग पर चला और अपने बाद अपने पुत्रों और पोतों के लिए अनुसरण करने का मार्ग छोड़ गया। यह मार्ग था उसकी शिक्षाओं पर ध्यान लगाकर चलना जैसे वह अपने पिता राजा दाऊद की शिक्षाओं पर चलता रहा था (नीतिवचन 4:4-5)। परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद को "परमेश्वर के मन के अनुसार व्यक्ति" कहा गया है (1 शमूएल 13:14; प्रेरितों 13:22)। राजा सुलेमान ने ऐसे "परमेश्वर के मन के अनुसार व्यक्ति" की शिक्षाओं का अनुसरण किया और अपने बाद अपनी सन्तान के लिए भी इस अनुसरण की शिक्षा छोड़ गया। परमेश्वर के विश्वासियों की युवा पीढ़ी अपने परिवार से ही परमेश्वर के बारे में सर्वोत्तम सीख सकती है।

   आज भी हमारी शारीरिक और आत्मिक सन्तान हमें ग़ौर से देखती हैं कि हम किस मार्ग पर चल रहे हैं। जीवते सच्चे परमेश्वर प्रभु यीशु मसीह की विश्वासी होने के कारण, यह हमारा कर्तव्य है कि हम परमेश्वर के वचन बाइबल के अनुसार खरी, बुद्धिमतापूर्ण और स्पष्ट शिक्षाओं की पगडंडियाँ अपने अभिभावकों के लिए तैयार करके छोड़ें, जो आती पीढ़ीयों में उनके लिए भले राजमर्ग बन सकें। यही परमेश्वर की महिमा के लिए निरन्तर उपयोग होने वाली भली विरासत है। - डेव एगनैर


जब हम परमेश्वर का अनुसरण करते हैं तो हम अपने पीछे आने वालों के लिए एक मार्ग बना कर देते हैं।

जो शिक्षा को सुनी-अनसुनी करता, वह अपने प्राण को तुच्छ जानता है, परन्तु जो डांट को सुनता, वह बुद्धि प्राप्त करता है। नीतिवचन 15:32 

बाइबल पाठ: नीतिवचन 4:1-7
Proverbs 4:1 हे मेरे पुत्रो, पिता की शिक्षा सुनो, और समझ प्राप्त करने में मन लगाओ। 
Proverbs 4:2 क्योंकि मैं ने तुम को उत्तम शिक्षा दी है; मेरी शिक्षा को न छोड़ो। 
Proverbs 4:3 देखो, मैं भी अपने पिता का पुत्र था, और माता का अकेला दुलारा था, 
Proverbs 4:4 और मेरा पिता मुझे यह कह कर सिखाता था, कि तेरा मन मेरे वचन पर लगा रहे; तू मेरी आज्ञाओं का पालन कर, तब जीवित रहेगा। 
Proverbs 4:5 बुद्धि को प्राप्त कर, समझ को भी प्राप्त कर; उन को भूल न जाना, न मेरी बातों को छोड़ना। 
Proverbs 4:6 बुद्धि को न छोड़, वह तेरी रक्षा करेगी; उस से प्रीति रख, वह तेरा पहरा देगी। 
Proverbs 4:7 बुद्धि श्रेष्ट है इसलिये उसकी प्राप्ति के लिये यत्न कर; जो कुछ तू प्राप्त करे उसे प्राप्त तो कर परन्तु समझ की प्राप्ति का यत्न घटने न पाए।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 4-6


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