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गुरुवार, 3 जुलाई 2014

प्रार्थना


   कुछ समय पहले की बात है, मेरे एक मित्र का ऑपरेशन होना था; अपनी कमर और एड़ी की दशा के कारण वह बहुत पीड़ा में था। मैंने उसे आश्वस्त किया कि मैं उसके इलाज और स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करूँगा। प्रार्थना तो मैंने करी, लेकिन साथ ही मुझे लगा कि उसके लिए अच्छा होगा यदि मैं उसे प्रोत्साहित करने के लिए कुछ लिखित में भी दे सकूँ; इसलिए मैंने जो प्रार्थना उसके लिए करी, वही उसे ई-मेल के द्वारा भी भेज दी। 

   मैंने लिखा:
   "आज मैंने तुम्हारे लिए यह प्रार्थना करी: जीवित परमेश्वर, हमारे जीवन की हर घटना पर आपके प्रभुत्व के लिए मैं आपका धन्यवादी हूँ। आपके प्रीय सेवक के लिए मैं प्रार्थना करता हूँ कि आप उसे गहरी शांति प्रदान करें। मैं उसका इलाज कर रहे चिकित्सकों के लिए भी प्रार्थना करता हूँ कि जब वे अपना चिकित्सीय कौशल उस पर उपयोग करें तो आप उन्हें सर्वोत्तम परिणाम प्रदान करें। होने दें कि आपका चंगाई देने वाला हाथ उसे स्पर्श करे, स्वस्थ करे और वह पुनः आपकी सेवकाई में लौट सके। प्रभु यीशु के नाम में, आमीन।"

   परमेश्वर के वचन बाइबल में हम पाते हैं कि प्रेरित पौलुस ने भी अन्य मसीही विश्वासियों को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी पत्रियों में उन्हें उनके लिए करी गई अपनी प्रार्थनाएं लिखीं (फिलिप्पियों 1:9-11; कुलुस्सियों 1:9-12; 2 थिस्सुलुनीकियों 1:11-12)। पौलुस ने इफुसुस की मण्डली को लिखा: "[मैं] तुम्हारे लिये धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण किया करता हूं। कि हमारे प्रभु यीशु मसीह का परमेश्वर जो महिमा का पिता है, तुम्हें अपनी पहचान में, ज्ञान और प्रकाश का आत्मा दे" (इफिसियों 1:16-17)।

   क्या आपके ऐसे मित्र या परिवार जन हैं जिन्हें प्रोत्साहन तथा आपकी प्रार्थनाओं की आवश्यकता है? उन्हें यह बताने के साथ ही कि आप उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं, कुछ लिखित प्रार्थनाएं भी उन्हें भेज कर देखें। - डेनिस फिशर


दूसरों के लिए प्रार्थना करना मसीही विश्वासियों का सौभाग्य भी है तथा ज़िम्मेदारी भी।

परमेश्वर जिस की सेवा मैं अपनी आत्मा से उसके पुत्र के सुसमाचार के विषय में करता हूं, वही मेरा गवाह है; कि मैं तुम्हें किस प्रकार लगातार स्मरण करता रहता हूं। - रोमियों 1:9 

बाइबल पाठ: इफिसियों 1:15-23
Ephesians 1:15 इस कारण, मैं भी उस विश्वास का समाचार सुनकर जो तुम लोगों में प्रभु यीशु पर है और सब पवित्र लोगों पर प्रगट है। 
Ephesians 1:16 तुम्हारे लिये धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण किया करता हूं। 
Ephesians 1:17 कि हमारे प्रभु यीशु मसीह का परमेश्वर जो महिमा का पिता है, तुम्हें अपनी पहचान में, ज्ञान और प्रकाश का आत्मा दे। 
Ephesians 1:18 और तुम्हारे मन की आंखें ज्योतिर्मय हों कि तुम जान लो कि उसके बुलाने से कैसी आशा होती है, और पवित्र लोगों में उस की मीरास की महिमा का धन कैसा है। 
Ephesians 1:19 और उस की सामर्थ हमारी ओर जो विश्वास करते हैं, कितनी महान है, उस की शक्ति के प्रभाव के उस कार्य के अनुसार। 
Ephesians 1:20 जो उसने मसीह के विषय में किया, कि उसको मरे हुओं में से जिलाकर स्‍वर्गीय स्थानों में अपनी दाहिनी ओर। 
Ephesians 1:21 सब प्रकार की प्रधानता, और अधिकार, और सामर्थ, और प्रभुता के, और हर एक नाम के ऊपर, जो न केवल इस लोक में, पर आने वाले लोक में भी लिया जाएगा, बैठाया। 
Ephesians 1:22 और सब कुछ उसके पांवों तले कर दिया: और उसे सब वस्‍तुओं पर शिरोमणि ठहराकर कलीसिया को दे दिया। 
Ephesians 1:23 यह उसकी देह है, और उसी की परिपूर्णता है, जो सब में सब कुछ पूर्ण करता है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 119


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