ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शनिवार, 23 अगस्त 2014

चित्रण


   एक दिन मेरे बेटे ने, जो अभी छोटा सा बच्चा ही है, एक पेन पकड़ा और अपने पिता का चित्र बनाया। उस बच्चे ने एक गोले में दो आँखें, एक नाक, दो कान बनाए तथा उस गोले के नीचे दो लंबी लकीरें बना दीं, जो उसके अनुसार मेरे पति की टाँगें थीं। उस चित्र को देखकर यद्यपि मैं उसे प्रयास करने के लिए अच्छे अंक दे दूँगी लेकिन उसका वह चित्र मेरे पति का वास्तविक चित्रण नहीं है; उस चित्र में उनकी नीली आँखें, भरोसेमन्द मुस्कुराहट, बालों पर चांदी की सी चमक कहीं दिखाई नहीं देती, लेकिन मेरे बेटे की नज़रों में वह चित्र अपने पिता का चित्रण है।

   परमेश्वर की सन्तान होने के नाते, हम भी कई बार ऐसे ही परमेश्वर के ऐसे चित्रण करते हैं जो सही नहीं होते; खासकर तब जब परमेश्वर हमारे अन्दर कोई सुधार लाने का प्रयास कर रहा हो। जब परमेश्वर हमारे जीवनों में से कोई पापमय बात निकालकर हमें सुधारने के प्रयास कर रहा होता है तब कई बार वह हमें प्रेमरहित और बेपरवाह प्रतीत होता है, क्योंकि अनुशासन अकसर दुखदाई होता है (इब्रानियों 12:11) और हम यह मान बैठते हैं कि परमेश्वर का यह सुधार उसके कोप और परिणामस्वरूप उसके प्रतिशोध का प्रगटिकरण है। जबकि उसका यह सुधार हमारे प्रति उसके प्रेम और परवाह का प्रमाण है। परमेश्वर के वचन बाइबल में लिखा है, "क्योंकि प्रभु, जिस से प्रेम करता है, उस की ताड़ना भी करता है; और जिसे पुत्र बना लेता है, उसको कोड़े भी लगाता है" (इब्रानियों 12:6)। वह इसलिए हमारी ताड़ना करता है जिससे हम उसकी पवित्रता के संभागी बन सकें और उसकी धार्मिकता से मिलने वाली शांति को अनुभव कर सकें (पद 10, 11)।

   आज यदि आप परमेश्वर के अनुशासन का सामना कर रहे हैं, तो स्मरण रखिए, वह ना तो आप को क्रोधित तेवर दिखा रहा है और ना ही आप की ओर प्रतिशोध का हाथ हिला रहा है। उसका चित्रण एक क्रोधी और प्रतिशोधपूर्ण दिव्य व्यक्तित्व के रूप में नहीं वरन एक ऐसे प्रेमी पिता के रूप में कीजिए जो सप्रेम अपने बच्चों को सुधारने में प्रयत्नशील रहता है। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


परमेश्वर के अनुशासन का हाथ, उसके प्रेम का प्रमाण है।

मैं जिन जिन से प्रीति रखता हूं, उन सब को उलाहना और ताड़ना देता हूं, इसलिये सरगर्म हो, और मन फिरा। - प्रकाशितवाक्य 3:19

बाइबल पाठ: इब्रानियों 12:1-11
Hebrews 12:1 इस कारण जब कि गवाहों का ऐसा बड़ा बादल हम को घेरे हुए है, तो आओ, हर एक रोकने वाली वस्तु, और उलझाने वाले पाप को दूर कर के, वह दौड़ जिस में हमें दौड़ना है, धीरज से दौड़ें। 
Hebrews 12:2 और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करने वाले यीशु की ओर ताकते रहें; जिसने उस आनन्द के लिये जो उसके आगे धरा था, लज्ज़ा की कुछ चिन्‍ता न कर के, क्रूस का दुख सहा; और सिंहासन पर परमेश्वर के दाहिने जा बैठा। 
Hebrews 12:3 इसलिये उस पर ध्यान करो, जिसने अपने विरोध में पापियों का इतना वाद-विवाद सह लिया कि तुम निराश हो कर हियाव न छोड़ दो। 
Hebrews 12:4 तुम ने पाप से लड़ते हुए उस से ऐसी मुठभेड़ नहीं की, कि तुम्हारा लोहू बहा हो। 
Hebrews 12:5 और तुम उस उपदेश को जो तुम को पुत्रों की नाईं दिया जाता है, भूल गए हो, कि हे मेरे पुत्र, प्रभु की ताड़ना को हलकी बात न जान, और जब वह तुझे घुड़के तो हियाव न छोड़। 
Hebrews 12:6 क्योंकि प्रभु, जिस से प्रेम करता है, उस की ताड़ना भी करता है; और जिसे पुत्र बना लेता है, उसको कोड़े भी लगाता है। 
Hebrews 12:7 तुम दुख को ताड़ना समझकर सह लो: परमेश्वर तुम्हें पुत्र जान कर तुम्हारे साथ बर्ताव करता है, वह कौन सा पुत्र है, जिस की ताड़ना पिता नहीं करता? 
Hebrews 12:8 यदि वह ताड़ना जिस के भागी सब होते हैं, तुम्हारी नहीं हुई, तो तुम पुत्र नहीं, पर व्यभिचार की सन्तान ठहरे! 
Hebrews 12:9 फिर जब कि हमारे शारीरिक पिता भी हमारी ताड़ना किया करते थे, तो क्या आत्माओं के पिता के और भी आधीन न रहें जिस से जीवित रहें। 
Hebrews 12:10 वे तो अपनी अपनी समझ के अनुसार थोड़े दिनों के लिये ताड़ना करते थे, पर यह तो हमारे लाभ के लिये करता है, कि हम भी उस की पवित्रता के भागी हो जाएं। 
Hebrews 12:11 और वर्तमान में हर प्रकार की ताड़ना आनन्द की नहीं, पर शोक ही की बात दिखाई पड़ती है, तौभी जो उसको सहते सहते पक्के हो गए हैं, पीछे उन्हें चैन के साथ धर्म का प्रतिफल मिलता है।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 17-20