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रविवार, 30 अगस्त 2015

जोखिम


   सितंबर 7, 1838 को ग्रेस डार्लिंग नामक एक महिला ने, जो समुद्र के किनारे के खतरों के प्रति सचेत करने के लिए बनाए गए प्रकाश सतंभ के रखवाले की बेटी थी, समुद्र में डूबते हुए जलपोत और बचने के लिए किनारे की ओर तैरने का प्रयास करते हुए लोगों को देखा। अपने पिता के साथ मिलकर ग्रेस लगभग एक मील दूर तक नाव को खेकर गई और बहुत से लोगों को बचाया। अपने जीवन को जोखिम में डालकर दूसरों के प्रति अनुकंपा दिखाने और स्थिर हाथों से उनकी जान बचाने के प्रयास के लिए ग्रेस प्रसिद्ध हो गई।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने एक अन्य स्त्री-पुरुष की जोड़ी के बारे में उल्लेख किया जिन्होंने दूसरों की सहायता के लिए जोखिम उठाए। पौलुस ने प्रिसका एवं अक्वीला के बारे में लिखा, जो प्रभु यीशु में उसके सहकर्मी थे; पौलुस ने उनके विषय में लिखा कि "उन्होंने मेरे प्राण के लिये अपना ही सिर दे रखा था और केवल मैं ही नहीं, वरन अन्यजातियों की सारी कलीसियाएं भी उन का धन्यवाद करती हैं" (रोमियों 16:4)।

   पौलुस ने यह तो स्पष्ट नहीं लिखा कि उन दोनों ने उसके लिए क्या जोखिम उठाया, लेकिन पौलुस के मसीही सेवकाई के जीवन में उसे जैसे पीटे जाने, बन्दीगृह में डाले जाने, जलयान के समुद्र में टूटने, जान की धमकी दिए जाने आदि बातों के द्वारा जोखिम उठाने पड़े थे, उससे यह समझना कठिन नहीं है कि उस दंपत्ति को अपने मित्र पौलुस के लिए कैसे जोखिम को उठाना पड़ा होगा। संभवतः उन दोनों के लिए पौलुस की जान बचाना उनकी अपनी सुरक्षा से बढ़कर था।

   दुसरों को खतरों से, वो चाहे शारीरिक हों या आत्मिक, बचाने का प्रयास करना अकसर जोखिम भरा होता है। लेकिन जब हम यह जोखिम उठाकर दूसरों की सहायातार्थ अपना हाथ बढ़ाते हैं तो हम अपने तथा सारे जगत के उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह के मन को, जिसने हमारे लिए अपना सब कुछ दे दिया, प्रतिबिंबित करते हैं। - डेनिस फिशर


यदि आप बचा लिए गए हैं तो फिर आप औरों के बचाए जाने के लिए प्रयास करेंगे।

इसलिये, जैसा मसीह ने भी परमेश्वर की महिमा के लिये तुम्हें ग्रहण किया है, वैसे ही तुम भी एक दूसरे को ग्रहण करो। - रोमियों 15:7

बाइबल पाठ: रोमियों 16:1-7
Romans 16:1 मैं तुम से फीबे की, जो हमारी बहिन और किंख्रिया की कलीसिया की सेविका है, बिनती करता हूं।
Romans 16:2 कि तुम जैसा कि पवित्र लोगों को चाहिए, उसे प्रभु में ग्रहण करो; और जिस किसी बात में उसको तुम से प्रयोजन हो, उस की सहायता करो; क्योंकि वह भी बहुतों की वरन मेरी भी उपकारिणी हुई है।ज़ 
Romans 16:3 प्रिसका और अक्विला को जो मसीह यीशु में मेरे सहकर्मी हैं, नमस्कार। 
Romans 16:4 उन्होंने मेरे प्राण के लिये अपना ही सिर दे रखा था और केवल मैं ही नहीं, वरन अन्यजातियों की सारी कलीसियाएं भी उन का धन्यवाद करती हैं। 
Romans 16:5 और उस कलीसिया को भी नमस्कार जो उन के घर में है। मेरे प्रिय इपैनितुस को जो मसीह के लिये आसिया का पहिला फल है, नमस्कार। 
Romans 16:6 मरियम को जिसने तुम्हारे लिये बहुत परिश्रम किया, नमस्कार। 
Romans 16:7 अन्द्रुनीकुस और यूनियास को जो मेरे कुटम्बी हैं, और मेरे साथ कैद हुए थे, और प्रेरितों में नामी हैं, और मुझ से पहिले मसीह में हुए थे, नमस्कार।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 129-131
  • 1 कुरिन्थियों 11:1-16


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