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शुक्रवार, 18 सितंबर 2015

योजना


   मेरी सहेली लिंडा बचपन से ही परमेश्वर से बहुत प्रेम करती आई है और उसकी सेवकाई करना चाहती रही है। वह बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती थी जिससे संसार के उन स्थानों पर जा सके जहाँ चिकित्सीय सहायता कम है और वहाँ अपने चिकत्सीय कौशल के साथ सुसमाचार प्रचार द्वारा परमेश्वर की सेवा कर सके। लेकिन उसके जीवन के लिए परमेश्वर की योजना कुछ और थी। आज लिंडा चिकित्सीय क्षेत्र में ही परमेश्वर की सेवा तो कर रही है, परन्तु उस रीति से नहीं जैसा वह करने की योजना बना रही थी।

   14 वर्ष की आयु में लिंडा को एक ऐसी दीर्घकालीन स्वास्थ्य समस्या ने घेर लिया जिसके लिए उसे गंभीर ऑपरेशनों के लिए वर्ष में ही अनेक बार अस्पताल में भरती होना पड़ा। उसे दिमाग़ का संक्रमण हो गया जिससे वह 2 स्पताह तक बेहोश और 6 महीनों तक अंधी रही। एक बार उसने अपने दो लगातार जन्मदिन, बिना बीच में घर गए, अस्पताल ही में मनाए। उसे कई बार ऐसे अनुभवों से होकर निकलना पड़ा है जिनमें उसके जीवित बच निकलने की कोई आशा नहीं थी। लेकिन आज लिंडा जैसी जोश और उल्लास से भरी तथा परमेश्वर के प्रति कृतज्ञ महिला आपको शायद ही कोई मिले। उसने एक बार मुझ से कहा, कि जैसा उसने चाहा था, उसकी सेवकाई का क्षेत्र अस्पताल ही है, लेकिन वहाँ डॉक्टर के रूप में कार्य करने की बजाए, वह अस्पताल के मरीज़ के रूप में सेवकाई करती है। उसके स्वास्थ्य की दशा चाहे जैसी भी हो, परमेश्वर की ज्योति लिंडा के व्यक्तित्व में होकर चमकती रहती है।

   लिंडा परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पतरस द्वारा कही गई बात को सजीव दिखाती है; वह अपनी इन परीक्षाओं के बावजूद आनन्दित रहती है, उसने परमेश्वर की योजनाओं को अपने जीवन में सहर्ष स्वीकार किया है और उसके मसीही विश्वास की वास्तविकता उसके जीवन से प्रभु परमेश्वर के लिए "...प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण..." (1 पतरस 1:7) ठहरती है। - जूली ऐकैरमैन लिंक


अपने जीवन के लिए योजनाएं अवश्य बनाए, परन्तु परमेश्वर को उन्हें कार्यन्वित करने दें।

यहोवा को अपने सुख का मूल जान, और वह तेरे मनोरथों को पूरा करेगा। अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़; और उस पर भरोसा रख, वही पूरा करेगा। - भजन 37:4-5

बाइबल पाठ: 1 पतरस 1:1-9
1 Peter 1:1 पतरस की ओर से जो यीशु मसीह का प्रेरित है, उन परदेशियों के नाम, जो पुन्‍तुस, गलतिया, कप्‍पदुकिया, आसिया, और बिथुनिया में तित्तर बित्तर हो कर रहते हैं। 
1 Peter 1:2 और परमेश्वर पिता के भविष्य ज्ञान के अनुसार, आत्मा के पवित्र करने के द्वारा आज्ञा मानने, और यीशु मसीह के लोहू के छिड़के जाने के लिये चुने गए हैं। तुम्हें अत्यन्‍त अनुग्रह और शान्‍ति मिलती रहे।। 
1 Peter 1:3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद दो, जिसने यीशु मसीह के मरे हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जन्म दिया। 
1 Peter 1:4 अर्थात एक अविनाशी और निर्मल, और अजर मीरास के लिये। 
1 Peter 1:5 जो तुम्हारे लिये स्वर्ग में रखी है, जिन की रक्षा परमेश्वर की सामर्थ से, विश्वास के द्वारा उस उद्धार के लिये, जो आने वाले समय में प्रगट होने वाली है, की जाती है। 
1 Peter 1:6 और इस कारण तुम मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अब कुछ दिन तक नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण उदास हो। 
1 Peter 1:7 और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग से ताए हुए नाशमान सोने से भी कहीं, अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे। 
1 Peter 1:8 उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास कर के ऐसे आनन्‍दित और मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है। 
1 Peter 1:9 और अपने विश्वास का प्रतिफल अर्थात आत्माओं का उद्धार प्राप्त करते हो।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 30-31
  • 2 कुरिन्थियों 11:1-15