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मंगलवार, 3 मई 2016

बदला जीवन


   कंप्यूटर को निज प्रयोग के लिए सरल और व्यक्तिगत बनाने में अति प्रमुख भूमिका निभाने वाले पथप्रदर्शक स्टीव जोब का जब 2011 में निधन हुआ तो संसार भर से दस लाख से भी अधिक लोगों ने इंटरनैट द्वारा उन्हें श्र्द्धांजली भेजी। इन श्रद्धांजलियों में एक सामन्य बात थी लोगों द्वारा व्यक्त किए जाना कि कैसे स्टीव जोब के कार्य ने उनके जीवनों को प्रभावित किया और बदल दिया। उन लोगों ने व्यक्त किया कि उसकी रचनात्मक कृतियों के कारण आज वे जीवन भिन्न रीति से जी पा रहे हैं, और इसके लिए वे जोब के लिए अपनी प्रशंसा और उसके निधन पर अपना दुःख व्यक्त करना चाहते हैं। स्टीव जोब द्वारा बनाए गए गए टैबलेट कंप्यूटर iPad को आधार बनाकर एक टैबलेट कंप्यूटर पर बड़े अक्षरों में किसी ने लिख कर कहा: iSad!

   कृतज्ञता से भावनाओं की अभिव्यक्ति होती है; और यही बात परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 107 में कही गई है: "यहोवा के छुड़ाए हुए ऐसा ही कहें, जिन्हें उसने द्रोही के हाथ से दाम दे कर छुड़ा लिया है" (पद 2)। इस भजन का प्रसंग है बड़ी कठिनाई में पड़े लोगों का परमेश्वर द्वारा बचाया जाना। बचाए गए लोगों में से कुछ बेघर और बेआसरा थे (पद 4-5), कुछ ने परमेश्वर की आज्ञाओं के विरुद्ध बलवा किया था (पद 10-11), कुछ अपनी बुद्धि लगाकर भी निराश ही हुए थे और अन्ततः उन्होंने परमेश्वर को पुकारा (पद 26-27)। उनकी परेशानी और परिस्थिति का कारण चाहे जो भी रहा हो, जब उन्होंने परमेश्वर को पुकारा तो परमेश्वर ने उनकी सहायता भी करी, और उन्हें परिस्थितियों से छुड़ाया भी (पद 8, 15, 21, 31)।

   जब हम परमेश्वर के प्रेम और क्षमा की महानता पर ध्यान करते हैं, प्रभु यीशु को संसार में बलिदान होने और फिर मृतकों में से उसके पुनरुत्थान के लिए भेजने के उसके अनुग्रह के बारे में विचार करते हैं, यह समझते-पहिचानते हैं हैं कि प्रभु ने हमें कैसे हमारे पापों और उनके दुषपरिणामों से छुड़ाया है, तो हम उसकी आराधना और स्तुति करे बिना रह नहीं पाते और प्रभु यीशु में होकर सेंत-मेंत मिलने वाली क्षमा तथा उद्धार के बारे में बताने से और अपने बदले हुए जीवन के बारे में गवाही देने से रह नहीं पाते। - डेविड मैक्कैसलैंड


हमारे उद्धार के लिए प्रभु परमेश्वर के प्रति हमारी कृतज्ञता, 
दूसरों को इस बात कि साक्षी देने को उत्तेजित करती है।

परन्तु पतरस और यूहन्ना ने उन को उत्तर दिया, कि तुम ही न्याय करो, कि क्या यह परमेश्वर के निकट भला है, कि हम परमेश्वर की बात से बढ़कर तुम्हारी बात मानें। क्योंकि यह तो हम से हो नहीं सकता, कि जो हम ने देखा और सुना है, वह न कहें। - प्रेरितों 4:19-20

बाइबल पाठ: भजन 107:1-16
Psalms 107:1 यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है! 
Psalms 107:2 यहोवा के छुड़ाए हुए ऐसा ही कहें, जिन्हें उसने द्रोही के हाथ से दाम दे कर छुड़ा लिया है, 
Psalms 107:3 और उन्हें देश देश से पूरब- पश्चिम, उत्तर और दक्खिन से इकट्ठा किया है।
Psalms 107:4 वे जंगल में मरूभूमि के मार्ग पर भटकते फिरे, और कोई बसा हुआ नगर न पाया; 
Psalms 107:5 भूख और प्यास के मारे, वे विकल हो गए। 
Psalms 107:6 तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी, और उसने उन को सकेती से छुड़ाया; 
Psalms 107:7 और उन को ठीक मार्ग पर चलाया, ताकि वे बसने के लिये किसी नगर को जा पहुंचे। 
Psalms 107:8 लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण, जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें! 
Psalms 107:9 क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्ट करता है, और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है।
Psalms 107:10 जो अन्धियारे और मृत्यु की छाया में बैठे, और दु:ख में पड़े और बेड़ियों से जकड़े हुए थे, 
Psalms 107:11 इसलिये कि वे ईश्वर के वचनों के विरुद्ध चले, और परमप्रधान की सम्मति को तुच्छ जाना। 
Psalms 107:12 तब उसने उन को कष्ट के द्वारा दबाया; वे ठोकर खाकर गिर पड़े, और उन को कोई सहायक न मिला। 
Psalms 107:13 तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी, और उस ने सकेती से उनका उद्धार किया; 
Psalms 107:14 उसने उन को अन्धियारे और मृत्यु की छाया में से निकाल लिया; और उन के बन्धनों को तोड़ डाला। 
Psalms 107:15 लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें! 
Psalms 107:16 क्योंकि उसने पीतल के फाटकों को तोड़ा, और लोहे के बेण्डों को टुकड़े टुकड़े किया।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजा 14-15
  • लूका 22:21-46