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बुधवार, 10 मई 2017

साधारण


   बहुत सी ऐसी माताएं, जिनके बच्चे अभी छोटे ही थे, प्रार्थनाओं के उत्साहजनक उत्तरों के बारे में अपने अनुभव साझा कर रही थीं। परन्तु फिर भी एक महिला ने कहा कि अपनी व्यक्तिगत आवश्यकताओं को लेकर परमेश्वर को परेशान करना उसे स्वार्थी लगता है। उसने समझाया, "परमेश्वर का सामने सारे संसार की इतनी बड़ी-बड़ी समस्याएं और आवश्यकताएं हैं; ऐसे में मेरी परिस्थितियाँ और आवश्यकताएं उन्हें बहुत साधारण और ध्यान देने योग्य नहीं लगते होंगे।" कुछ ही पल बाद उस महिला का बेटा चिल्लाकर रोता हुआ अपनी माँ के पास भागता हुआ आया; उसकी अँगुली दरवाज़े में दब गई थी। उस महिला ने अपने बेटे के साथ बहुत कोमलता और करुणा दिखाई; तब उस महिला ने अपने बेटे से यह नहीं कहा कि, "मैं इतनी व्यस्त हूँ और तुम हो कि एक छोटी सी चोट के कारण मुझे परेशान कर रहे हो।" यह उस प्रेम के कारण था जो वह महिला अपने पुत्र से करती थी।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 103:13 हमें परमेश्वर के प्रेम के बारे में समझाता है, उसके प्रेम को पिता के प्रेम के समान बताता है। यशायाह 49 में परमेश्वर कहता है कि चाहे माता अपने बच्चे पर करुणा करना भूल जाए लेकिन परमेश्वर अपने बच्चों को कभी नहीं भूलता है (पद 15)। इस विषय में परमेश्वर ने अपने लोगों को आश्वासन दिया है, "देख, मैं ने तेरा चित्र हथेलियों पर खोदकर बनाया है; तेरी शहरपनाह सदैव मेरी दृष्टि के साम्हने बनी रहती है" (पद 16)।

   परमेश्वर के साथ ऐसी निकटता उन ही की होती है जो उसका भय मानते हैं, और स्वयं अपने ऊपर निर्भर रहने के स्थान पर परमेश्वर पर निर्भर रहते हैं। जैसे वह बच्चा अपनी दुःखती हुई अँगुली लेकर निःसंकोच अपनी माँ के पास भागा चला आया, उसी प्रकार हम भी अपनी प्रत्येक समस्या और परिस्थिति को लेकर प्रतिदिन परमेश्वर के पास आया करें।

   हमारा करुणामय परमेश्वर हमारी चिन्ताओं और आवश्यकताओं के समाधान के लिए किसी अन्य की उपेक्षा नहीं करता है। उसके पास अपनी प्रत्येक सन्तान की प्रत्येक चिंता तथा आवश्यकता के लिए असीम समय, प्रेम और संसाधन हैं। उसके लिए हमारी कोई चिंता, कोई समस्या, कोई आवश्यकता साधारण नहीं है। - जोनी योडर


परमेश्वर अपने बच्चों को अपनी हथेली में थामे रहता है।

उदयाचल अस्ताचल से जितनी दूर है, उसने हमारे अपराधों को हम से उतनी ही दूर कर दिया है। जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है, वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर दया करता है। क्योंकि वह हमारी सृष्टि जानता है; और उसको स्मरण रहता है कि मनुष्य मिट्टी ही है। भजन 103:12-14

बाइबल पाठ: यशायाह 49:13-18
Isaiah 49:13 हे आकाश, जयजयकार कर, हे पृथ्वी, मगन हो; हे पहाड़ों, गला खोल कर जयजयकार करो! क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है।
Isaiah 49:14 परन्तु सिय्योन ने कहा, यहोवा ने मुझे त्याग दिया है, मेरा प्रभु मुझे भूल गया है। 
Isaiah 49:15 क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूधपिउवे बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे? हां, वह तो भूल सकती है, परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता। 
Isaiah 49:16 देख, मैं ने तेरा चित्र हथेलियों पर खोदकर बनाया है; तेरी शहरपनाह सदैव मेरी दृष्टि के साम्हने बनी रहती है। 
Isaiah 49:17 तेरे लड़के फुर्ती से आ रहे हैं और खण्डहर बनाने वाले और उजाड़ने वाले तेरे बीच से निकले जा रहे हैं। 
Isaiah 49:18 अपनी आंखें उठा कर चारों ओर देख, वे सब के सब इकट्ठे हो कर तेरे पास आ रहे हैं। यहोवा की यह वाणी है कि मेरे जीवन की शपथ, तू निश्चय उन सभों को गहने के समान पहिल लेगी, तू दुल्हिन की नाईं अपने शरीर में उन सब को बान्ध लेगी।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 राजा 10-12
  • यूहन्ना 1:29-51