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बुधवार, 18 अक्तूबर 2017

महाराजा


   लंडन में स्थित वेस्टमिनिस्टर ऐब्बी (विशाल चर्च और उसके मैदान) की भव्य एतिहासिक पृष्ठभूमि है। दस्वीं शताब्दी में बेनेडिक्ट मठ के मठवासियों ने यहाँ परमेश्वर की दैनिक आराधना की प्रथा का आरंभ किया था, जो आज भी बना हुआ है। यह एब्बी अनेकों प्रसिध्द लोगों को दफनाने का स्थान भी रहा है; और सन 1066 से लेकर आज तक सभी अंग्रेज़ी सम्राटों का राज्याभिषेक यहीं पर होता आया है। राज्याभिषेक हुए उन सम्राटों में से 17 यहीं दफनाए भी गए हैं - जहाँ से उन सम्राटों का शासन आरंभ हुआ, फिर वहीं पर समाप्त भी हुआ।

   चाहे उनके दफनाया जाना कितना भी भव्य रहा हो, संसार के शासकों का उदय और अस्त होना चलता रहता है; वे जीते हैं और मर भी जाते हैं। परन्तु समस्त संसार के इतिहास में एकमात्र महाराजाधिराज यीशु ही है, जो एक बार मरा तो तथा परन्तु फिर तीसरे दिन फिर जी उठा, आज उसकी कब्र खाली है और वह जीवित है। अपने पृथ्वी पर प्रथम आगमन के समय उसे काँटों का मुकुट पहनाया गया और उसे ठट्ठों में उड़ाते हुए "यहूदियों का राजा" (यूहन्ना 19:3, 19) कहकर क्रूस पर लटा दिया गया। परन्तु वह तीसरे दिन म्रुतकों में से जी उठा और लोगों के बीच अपने आप को पृथ्वी पर 40 दिन तक जीवित प्रगट करता रहा।

   क्योंकि प्रभु यीशु मृत्यु पर जयवंत होकर जी उठा, हम मसीही विश्वासियों के लिए कब्र के बाद भी आशा है, उसके साथ अनन्त जीवन जीते रहने का आश्वासन है। प्रभु यीशु ने कहा, "यीशु ने उस से कहा, पुनरुत्थान और जीवन मैं ही हूं, जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि मर भी जाए, तौभी जीएगा। और जो कोई जीवता है, और मुझ पर विश्वास करता है, वह अनन्तकाल तक न मरेगा" (यूहन्ना 11:25-26)।

   हम मसीही एक जीवित महाराजा के सेवक हैं! हम आज अपने जीवनों को उसकी आधीनता में, उसकी सेवकाई और महिमा के लिए समर्पित करें और उस आने वाले दिन की बाट जोहें जब "प्रभु हमारा परमेश्वर" (प्रकाशितवाक्य 19:6) अनन्तकाल के लिए राज्य करेगा। - बिल क्राउडर


प्रभु यीशु के मृतकों में से पुनरुत्थान  नें मत्यु को मार दिया।

इसलिये जब कि लड़के मांस और लोहू के भागी हैं, तो वह आप भी उन के समान उन का सहभागी हो गया; ताकि मृत्यु के द्वारा उसे जिसे मृत्यु पर शक्ति मिली थी, अर्थात शैतान को निकम्मा कर दे। और जितने मृत्यु के भय के मारे जीवन भर दासत्‍व में फंसे थे, उन्हें छुड़ा ले। - इब्रानियों 2:14-15

बाइबल पाठ: यूहन्ना 19:21-30
John 19:21 तब यहूदियों के महायाजकों ने पीलातुस से कहा, यहूदियों का राजा मत लिख परन्तु यह कि “उसने कहा, मैं यहूदियों का राजा हूं”। 
John 19:22 पीलातुस ने उत्तर दिया, कि मैं ने जो लिख दिया, वह लिख दिया।
John 19:23 जब सिपाही यीशु को क्रूस पर चढ़ा चुके, तो उसके कपड़े ले कर चार भाग किए, हर सिपाही के लिये एक भाग और कुरता भी लिया, परन्तु कुरता बिन सीवन ऊपर से नीचे तक बुना हुआ था: इसलिये उन्होंने आपस में कहा, हम इस को न फाडें, परन्तु इस पर चिट्ठी डालें कि वह किस का होगा। 
John 19:24 यह इसलिये हुआ, कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो कि उन्होंने मेरे कपड़े आपस में बांट लिये और मेरे वस्‍त्र पर चिट्ठी डाली: सो सिपाहियों ने ऐसा ही किया। 
John 19:25 परन्तु यीशु के क्रूस के पास उस की माता और उस की माता की बहिन मरियम, क्‍लोपास की पत्‍नी और मरियम मगदलीनी खड़ी थी। 
John 19:26 यीशु ने अपनी माता और उस चेले को जिस से वह प्रेम रखता था, पास खड़े देखकर अपनी माता से कहा; हे नारी, देख, यह तेरा पुत्र है। 
John 19:27 तब उस चेले से कहा, यह तेरी माता है, और उसी समय से वह चेला, उसे अपने घर ले गया।
John 19:28 इस के बाद यीशु ने यह जानकर कि अब सब कुछ हो चुका; इसलिये कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो कहा, मैं प्यासा हूं। 
John 19:29 वहां एक सिरके से भरा हुआ बर्तन धरा था, सो उन्होंने सिरके में भिगोए हुए इस्‍पंज को जूफे पर रखकर उसके मुंह से लगाया। 
John 19:30 जब यीशु ने वह सिरका लिया, तो कहा पूरा हुआ और सिर झुका कर प्राण त्याग दिए।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 53-55
  • 2 थिस्सलुनीकियों 1