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शनिवार, 3 मार्च 2018

विश्वास और समर्पण



   मेरे पडौस में धार्मिक लिखावटें बहुत देखने को मिलती हैं – पट्टियों, दीवारों, चौखटों, वाहनों पर, और यहाँ तक कि व्यवस्याओं के नाम में भी। एक मिनी-बस पर लिखा था, By The Grace of God (परमेश्वर के अनुग्रह से); एक किताबों की दूकान पर लिखा था God’s Divine Favor Bookshop (ईश्वरीय कृपा किताबों की दूकान); और एक दिन मैंने एक मर्सिडीज-बेंज़ कार पर लिखा देखा Keep Off – Angesl on Guard! (दूर रहो – स्वर्गदूत रक्षक हैं), जिसे पढ़ कर मैं मुस्कुराए बिना नहीं रह सका।

   लेकिन धार्मिक लेख, वे चाहे दीवारों पर लगी पट्टियों पर हों, या आभाशुणों और वस्त्रों पर, किसी भी व्यक्ति के परमेश्वर के प्रति वास्तविक प्रेम के सच्चे सूचक नहीं होते हैं। जिनका महत्व और अर्थ होता है वह बाहर लिखे हुए शब्द नहीं, परन्तु वह सत्य है जो हम अपने अन्दर लेकर चलते हैं। वही दिखाता है कि हम परमेश्वर द्वारा परिवर्तित किए जाने के लिए कितने इच्छुक हैं।

   मुझे एक स्थानीय मसीही सेवकाई द्वारा चलाया गया कार्यक्रम ध्यान में आता है जिसके अन्तर्गत लोगों को परमेश्वर के वचन को स्मरण करवाने के लिए बाइबल के पदों को कार्ड्स के दोनों ओर छपवाकर लोगों में वितृत किया गया था। यह परमेश्वर के निर्देश पर मूसा द्वारा इस्राएलियों को सिखाई गई बात के अनुरूप है कि उन्हें इन वचनों को, “अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना” (व्यवस्थाविवरण 6:9) था। हमें परमेश्वर के वचन को अपने हृदयों में बसा लेना है, उन्हें अपने बच्चों के मनों में भर देना है, और यात्रा में, सोते, उठते समय उसके बारे में वार्तालाप करना है (पद 6, 7)।

   प्रभु करे कि उसके प्रति हमारा विश्वास सच्चा और समर्पण खरा हो, जिससे हम वास्तव में अपने प्रभु परमेश्वर से अपने सारे हृदय, प्राण और शक्ति से प्रेम रख सकें। - लौरेंस दर्मानी


जब परमेश्वर का वचन हमारे हृदयों में बसा रहेग, 
तो उसके मार्ग हमारे मार्ग बन जाएँगे।

मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्‍तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ। - कुलुस्सियों 3:16

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 6:1-12
Deuteronomy 6:1 यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो;
Deuteronomy 6:2 और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूं, अपने जीवन भर चलते रहें, जिस से तू बहुत दिन तक बना रहे।
Deuteronomy 6:3 हे इस्राएल, सुन, और ऐसा ही करने की चौकसी कर; इसलिये कि तेरा भला हो, और तेरे पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस देश में जहां दूध और मधु की धाराएं बहती हैं तुम बहुत हो जाओ।
Deuteronomy 6:4 हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है;
Deuteronomy 6:5 तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन, और सारे जीव, और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना।
Deuteronomy 6:6 और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;
Deuteronomy 6:7 और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना।
Deuteronomy 6:8 और इन्हें अपने हाथ पर चिन्हानी कर के बान्धना, और ये तेरी आंखों के बीच टीके का काम दें।
Deuteronomy 6:9 और इन्हें अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना।
Deuteronomy 6:10 और जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में पहुंचाए जिसके विषय में उसने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब नाम, तेरे पूर्वजों से तुझे देने की शपथ खाई, और जब वह तुझ को बड़े बड़े और अच्छे नगर, जो तू ने नहीं बनाए,
Deuteronomy 6:11 और अच्छे अच्छे पदार्थों से भरे हुए घर, जो तू ने नहीं भरे, और खुदे हुए कुंए, जो तू ने नहीं खोदे, और दाख की बारियां और जलपाई के वृक्ष, जो तू ने नहीं लगाए, ये सब वस्तुएं जब वह दे, और तू खाके तृप्त हो,
Deuteronomy 6:12 तब सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है।


एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 28-30
  • मरकुस 8:22-38



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