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शुक्रवार, 15 जून 2018

भाषा



   अपने उत्तरी लंडन के इलाके में टहलते हुए मैं अनेकों भाषाओं में होते हुए वार्तालापों के स्वर सुन सकती हूँ। वहाँ रहने वाले भिन्न-भिन्न देशों के लोग अपनी-अपनी भाषाओं में वार्तालाप करते हैं, और चाहे मैं उनकी भाषा और वार्तालाप को समझ नहीं सकती हूँ, फिर भी इस विविधता में मुझे स्वर्ग की एक झलक दिखाई देती है। मैं कभी-कभी मनन करती हूँ कि पिन्तेकुस्त के दिन कैसा अद्भुत रहा होगा जब अनेकों देशों से आए हुए लोगों ने प्रभु यीशु के अनुयायियों द्वारा किए गए प्रचार को सुन और समझ लिया।

   परमेश्वर का वचन बाइबल बताती है कि उस दिन यहूदी तीर्थयात्री यरूशलेम में कटनी का पर्व मनाने के लिए एकत्रित हुए थे। उसी दिन पवित्र-आत्मा प्रभु यीशु के अनुयायियों पर उतरा और जब उन्होंने प्रचार करना आरंभ किया तो सुनने वाले उनकी बात को अपनी ही भाषा में समझ सके (प्रेरितों 2:5-6)। कैसा अद्भुत आश्चर्यकर्म कि अनेकों देशों से आए ये परदेशी परमेश्वर की प्रशंसा को अपनी ही भाषा में समझ सके, और उनमें से बहुतेरे प्रभु यीशु मसीह के बारे में जानने के लिए प्रोत्साहित हो सके।

   हो सकता है कि हम अनेकों भाषाएं बोलते या समझते नहीं हों, परन्तु हम मसीही विश्वासी यह जानते हैं कि हमारे अन्दर निवास करने वाला पवित्र-आत्मा हमें लोगों के साथ संपर्क करने के लिए सक्षम करता है। हम परमेश्वर के उद्देश्यों को पूरा करने, उसके स्वर्गीय राज्य की बढ़ोतरी के लिए, उसके उपयोगी पात्र हैं। आज किस प्रकार से हम, पवित्र-आत्मा की सहायता एवँ सामर्थ्य द्वारा, हम से भिन्न किसी अन्य व्यक्ति के पास प्रभु यीशु का सुसमाचार पहुँचा सकते हैं? – एमी बाउचर पाई


प्रेम ऐसी भाषा है जिसे सब समझते हैं।

यदि मैं मनुष्यों, और सवर्गदूतों की बोलियां बोलूं, और प्रेम न रखूं, तो मैं ठनठनाता हुआ पीतल, और झंझनाती हुई झांझ हूं। - 1 कुरिन्थियों 13:1

बाइबल पाठ: प्रेरितों 2:1-12
Acts 2:1 जब पिन्‍तेकुस का दिन आया, तो वे सब एक जगह इकट्ठे थे।
Acts 2:2 और एकाएक आकाश से बड़ी आंधी की सी सनसनाहट का शब्द हुआ, और उस से सारा घर जहां वे बैठे थे, गूंज गया।
Acts 2:3 और उन्हें आग की सी जीभें फटती हुई दिखाई दीं; और उन में से हर एक पर आ ठहरीं।
Acts 2:4 और वे सब पवित्र आत्मा से भर गए, और जिस प्रकार आत्मा ने उन्हें बोलने की सामर्थ दी, वे अन्य अन्य भाषा बोलने लगे।।
Acts 2:5 और आकाश के नीचे की हर एक जाति में से भक्त यहूदी यरूशलेम में रहते थे।
Acts 2:6 जब वह शब्द हुआ तो भीड़ लग गई और लोग घबरा गए, क्योंकि हर एक को यही सुनाईं देता था, कि ये मेरी ही भाषा में बोल रहे हैं।
Acts 2:7 और वे सब चकित और अचम्भित हो कर कहने लगे; देखो, ये जो बोल रहे हैं क्या सब गलीली नहीं?
Acts 2:8 तो फिर क्यों हम में से हर एक अपनी अपनी जन्म भूमि की भाषा सुनता है?
Acts 2:9 हम जो पारथी और मेदी और एलामी लोग और मिसुपुतामिया और यहूदिया और कप्‍पदूकिया और पुन्‍तुस और आसिया।
Acts 2:10 और फ्रूगिया और पमफूलिया और मिसर और लिबूआ देश जो कुरेने के आस पास है, इन सब देशों के रहने वाले और रोमी प्रवासी, क्या यहूदी क्या यहूदी मत धारण करने वाले, क्रेती और अरबी भी हैं।
Acts 2:11 परन्तु अपनी अपनी भाषा में उन से परमेश्वर के बड़े बड़े कामों की चर्चा सुनते हैं।
Acts 2:12 और वे सब चकित हुए, और घबराकर एक दूसरे से कहने लगे कि यह क्या हुआ चाहता है?
                                                 

एक साल में बाइबल: 
  • नहेम्याह 1-3
  • प्रेरितों 2:1-21



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