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शनिवार, 15 सितंबर 2018

सहायक



      परमेश्वर के वचन बाइबल के नए नियम खण्ड में 30  से भे अधिक बार प्रयुक्त हुआ का एक रहस्यमय वाक्याँश है “मसीह की देह।” प्रेरित पौलुस ने विशेषकर चर्च, अर्थात कलीसिया के लिए इस वाक्याँश को प्रयोग किया है। प्रभु यीशु के स्वर्गारोहण के पश्चात, उन्होंने पृथ्वी पर अपने कार्य को हम जैसे गलतियां करने वाले, अनाड़ी पुरुषों और महिलाओं को  सौंप दिया। उन्होंने स्वयं कलीसिया के सिर की भूमिका अपना ली, और हमें उस देह के अन्य अंगों, जैसे कि हाथ, पैर, कान, आँखें, और आवाज़ आदि के कार्य करने का दायित्व सौंप दिया।

      प्रभु यीशु का निर्णय कि वह इस विशाल देह के अदृश्य सिर का कार्य करेगा, हम पर यह जिम्मेदारी डाल देता है कि आवश्यकता के अनुसार, हम विभिन्न “अंग” एक दूसरे की सहयाता करेंगे, एक दूसरे को संभालेंगे। प्रेरित पौलुस के मन में यही बात रही होगी जब उन्होंने लिखा: “वह हमारे सब क्‍लेशों में शान्‍ति देता है; ताकि हम उस शान्‍ति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शान्‍ति दे सकें, जो किसी प्रकार के क्‍लेश में हों। क्योंकि जैसे मसीह के दुख हम को अधिक होते हैं, वैसे ही हमारी शान्‍ति भी मसीह के द्वारा अधिक होती है” (2 कुरिन्थियों 1:4-5)। अपनी सारी सेवकाई के दौरान, पौलुस इसी सिद्धान्त का निर्वाह करता रहा; उसकी सेवकाई के भाग थे: अकाल-पीड़ितों के लिए दाने एकत्रित करना, परेशानियों के क्षेत्रों में सहायकों को भेजना, विश्वासियों द्वारा उसे दी गई भेंटों को परमेश्वर की ओर से मिली हुई भेंटें मानना, आदि।

      वाक्याँश, “मसीह की देह” उस कार्य को भली-भांति व्यक्त करता है जिसे करने के लिए हमें बुलाया गया है: अपनी देह में सँसार के लोगों के समक्ष मसीह के कार्य को प्रकट करना, उन्हें प्रभु यीशु मसीह में पापों से छुटकारे और उद्धार के मार्ग को पाने के लिए उनका सहायक बनना। - फिलिप यैन्सी


परमेश्वर की उपस्थिति हमें शान्ति देता है, 
हमें औरों को शान्ति का यह मार्ग दिखाना है।

तुम्हारा परमेश्वर यह कहता है, मेरी प्रजा को शान्ति दो, शान्ति! – यशायाह 40:1

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 1: 2-7
2 Corinthians 1:2 हमारे पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह की ओर से तुम्हें अनुग्रह और शान्‍ति मिलती रहे।।
2 Corinthians 1:3 हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर, और पिता का धन्यवाद हो, जो दया का पिता, और सब प्रकार की शान्‍ति का परमेश्वर है।
2 Corinthians 1:4 वह हमारे सब क्‍लेशों में शान्‍ति देता है; ताकि हम उस शान्‍ति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शान्‍ति दे सकें, जो किसी प्रकार के क्‍लेश में हों।
2 Corinthians 1:5 क्योंकि जैसे मसीह के दुख हम को अधिक होते हैं, वैसे ही हमारी शान्‍ति भी मसीह के द्वारा अधिक होती है।
2 Corinthians 1:6 यदि हम क्‍लेश पाते हैं, तो यह तुम्हारी शान्‍ति और उद्धार के लिये है और यदि शान्‍ति पाते हैं, तो यह तुम्हारी शान्‍ति के लिये है; जिस के प्रभाव से तुम धीरज के साथ उन क्‍लेशों को सह लेते हो, जिन्हें हम भी सहते हैं।
2 Corinthians 1:7 और हमारी आशा तुम्हारे विषय में दृढ़ है; क्योंकि हम जानते हैं, कि तुम जैसे दुखों के वैसे ही शान्‍ति के भी सहभागी हो।


एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 22-24
  • 2 कुरिन्थियों 8



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