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गुरुवार, 22 मार्च 2018

सर्वोत्तम


   हमारे परिवार में मार्च महीने का अर्थ केवल शरद ॠतु का अन्त ही नहीं होता है। इसका अर्थ होता ही कॉलेज के बास्केट-बौल के प्रदर्शन के लिए “मार्च की दीवानगी” का आगमन हो चुका है। उत्साही प्रशंसकों के समान हम बास्केट-बौल स्पर्धाओं को देखते हैं; अपनी पसंदीदा टीम को लेकर उत्साहित होते हैं। यदि हम रेडियो अथवा टीवी पर प्रसारण को थोड़ा सा पहले से सुनना या देखना आरंभ करते  हैं, तो हमें खेल के बारे में प्रसारकों की टिप्पणियाँ और आने वाले खेल का विश्लेषण सुनने, देखने को मिलता है। साथ ही खिलाड़ियों द्वारा किए जा रहे खेल से पहले के अभ्यास को भी देखने और सुनने पाते हैं जिसमें खिलाड़ी अपने टीम के सदस्यों के साथ अभ्यास करते हुए दिखाई देते हैं।

   इस पृथ्वी पर हमारे जीवन बास्केट-बौल के मुख्य खेल से पहले के पूर्व के खेल के समान होने वाले अभ्यास के समान हैं। जीवन रोचक और आने वाली बातों की प्रतिज्ञाओं से भरा पड़ा है, परन्तु हम मसीही विश्वासियों के लिए हमारे परमेश्वर पिता ने जो कुछ आते समय के लिए रख छोड़ा है, उसके सामने वर्तमान की बातें कुछ भी नहीं हैं। यह जानने के आनन्द के विषय थोड़ा विचार कीजिए, कि आज यदि जीवन सुखद भी है तो भी सर्वोत्तम तो अभी आना शेष है। या, जब हम उदारता और आनन्द के साथ उनकी आर्थिक सहायता करते हैं जो किसी कमी-घटी से होकर निकल रहे हैं, तो यह हमारी ओर से स्वर्गीय खजाने को पाने के लिए किए गए उस निवेश के समान है, जिसका प्रतिफल हमें आने वाले अनन्तकाल में मिलेगा। दुःख और पीड़ा के समयों में हम इस तथ्य पर मनन करने से आनन्द और शान्ति प्राप्त कर सकते हैं कि हम मसीही विश्वासियों के लिए पीड़ा और आंसुओं से मुक्त अनन्तकाल प्रतीक्षा कर रहा है। इसलिए इसमें कोई अचरज की बात नहीं के पौलुस हमें उभारते हुए कहता है, “पृथ्वी पर की नहीं परन्तु स्‍वर्गीय वस्‍तुओं पर ध्यान लगाओ” (कुलुस्सियों 3:2)।

   जिस भविष्य की परमेश्वर हम से प्रतिज्ञा करता है, वह हमें जीवन को सभी आयामों में नए दृष्टिकोण से देखने के लिए सक्षम करता है। हो सकता है कि यह जीवन उत्तम हो, परन्तु सर्वोत्तम आना तो अभी शेष है। यह एक अद्भुत सौभाग्य है कि हम आज यहाँ उस आने वाले सर्वोत्तम की प्रत्याशा में जीवन व्यतीत कर सकते हैं। - जो स्टोवैल


भविष्य के लिए जीना, वर्तमान को सही परिपेक्ष्य में ले आता है।

परन्तु जैसा लिखा है, कि जो आंख ने नहीं देखी, और कान ने नहीं सुनीं, और जो बातें मनुष्य के चित्त में नहीं चढ़ीं वे ही हैं, जो परमेश्वर ने अपने प्रेम रखने वालों के लिये तैयार की हैं। - 1 कुरिन्थियों 2:9

बाइबल पाठ: कुल्लुस्सियों 3:1-11
Colossians 3:1 सो जब तुम मसीह के साथ जिलाए गए, तो स्‍वर्गीय वस्‍तुओं की खोज में रहो, जहां मसीह वर्तमान है और परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठा है।
Colossians 3:2 पृथ्वी पर की नहीं परन्तु स्‍वर्गीय वस्‍तुओं पर ध्यान लगाओ।
Colossians 3:3 क्योंकि तुम तो मर गए, और तुम्हारा जीवन मसीह के साथ परमेश्वर में छिपा हुआ है।
Colossians 3:4 जब मसीह जो हमारा जीवन है, प्रगट होगा, तब तुम भी उसके साथ महिमा सहित प्रगट किए जाओगे।
Colossians 3:5 इसलिये अपने उन अंगो को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्‍कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है।
Colossians 3:6 इन ही के कारण परमेश्वर का प्रकोप आज्ञा न मानने वालों पर पड़ता है।
Colossians 3:7 और तुम भी, जब इन बुराइयों में जीवन बिताते थे, तो इन्‍हीं के अनुसार चलते थे।
Colossians 3:8 पर अब तुम भी इन सब को अर्थात क्रोध, रोष, बैरभाव, निन्‍दा, और मुंह से गालियां बकना ये सब बातें छोड़ दो।
Colossians 3:9 एक दूसरे से झूठ मत बोलो क्योंकि तुम ने पुराने मनुष्यत्‍व को उसके कामों समेत उतार डाला है।
Colossians 3:10 और नए मनुष्यत्‍व को पहिन लिया है जो अपने सृजनहार के स्‍वरूप के अनुसार ज्ञान प्राप्त करने के लिये नया बनता जाता है।
Colossians 3:11 उस में न तो यूनानी रहा, न यहूदी, न खतना, न खतनारिहत, न जंगली, न स्‍कूती, न दास और न स्‍वतंत्र: केवल मसीह सब कुछ और सब में है।


एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 10-12
  • लूका 1:39-56