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मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

स्मृतियाँ



      परमेश्वर के स्तुतिगान के स्वरों से भरे चर्च में प्रवेश करते ही मैंने उस नए-साल की पूर्व संध्या पर एकत्रित हुए लोगों की भीड़ को देखा, और उसपर एक नज़र दौड़ाई। उन सब को देखकर मेरा हृदय आनन्द और आशा से भर गया; मुझे बीते हुए वर्ष की प्रार्थनाएं स्मरण हो आईं। हमारी चर्च-मण्डली ने सामूहिक रूप से बिगड़े हुए बच्चों, प्रिय जनों के देहांत, लोगों के कार्यों की हानि, और टूटे हुए रिश्तों के लिए शोक मनाया था, उनके लिए प्रार्थनाएं की थीं। हमने परमेश्वर के अनुग्रह का स्वाद भी चखा था जब हमने हृदयों को परिवर्तित होते, और व्यक्तिगत संबंधों को सुधरते हुए देखा था। हमने साथ मिलकर विजयों, विवाहों, दीक्षांत समारोहों, और परमेश्वर के परिवार में सम्मिलित होते समय बप्तिस्मों का उत्सव मनाया था। हमने मण्डली में जन्में, या गोद लिए गए, या परमेश्वर को समर्पित किए गए बच्चों का भी स्वागत किया था।

      हमारे चर्च-मण्डली परिवार ने जिन परेशानियों और परीक्षाओं का अनुभव किया, उन्हें स्मरण करते समय, वैसे ही जैसे यिर्मयाह ने अपने दुःख और मारे-मारे फिरने” को स्मरण किया था (विलापगीत 3:19), मुझे भी यिर्मयाह ही के समान यही विश्वास था कि “हम मिट नहीं गए; यह यहोवा की महाकरुणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है” (पद 22)। उस भविष्यद्वकता ने अपने आपको बीते समय में परमेश्वर की विश्वासयोग्यता के द्वारा आश्वस्त किया, और उसके शब्दों “जो यहोवा की बाट जोहते और उसके पास जाते हैं, उनके लिये यहोवा भला है” (पद 25) ने मुझे भी शान्ति और सांत्वना दी।

      उस रात्रि, हमारी मण्डली का प्रत्येक सदस्य परमेश्वर के जीवन परिवर्तित करने वाले प्रेम का प्रतीक था। आते वर्ष में हमें चाहे जिस भी बात का सामना करना पड़े, मसीह की परस्पर निर्भर देह के अंग होने के नाते, हम उन सभी पर जयवंत रहने के लिए अपने प्रभु परमेश्वर पर भरोसा बनाए रख सकते हैं। और जब हम उसके खोजी तथा एक-दूसरे के सहायक बने रहते हैं, तो हम भी यिर्मयाह के समान अपने विश्वास की पुष्टि और दृढ़ होने की आशा, अपनी प्रेरणादायक स्मृतियों के द्वारा बनाए रख सकते हैं; क्योंकि यह सब परमेश्वर के कभी न बदलने वाले चरित्र और विश्वासयोग्यता पर आधारित है। - जोशील डिक्सन

हम जब नए वर्ष की ओर देखते हैं, 
तो हम यह कभी न भूलें कि 
परमेश्वर सदैव विश्वासयोग्य बना रहा है और बना रहेगा।

आहा, तेरी भलाई क्या ही बड़ी है जो तू ने अपने डरवैयों के लिये रख छोड़ी है, और अपने शरणागतों के लिये मनुष्यों के साम्हने प्रगट भी की है! – भजन 31:19

बाइबल पाठ: विलापगीत 3:19-26
Lamentations 3:19 मेरा दु:ख और मारा मारा फिरना, मेरा नागदौने और-और विष का पीना स्मरण कर!
Lamentations 3:20 मैं उन्हीं पर सोचता रहता हूँ, इस से मेरा प्राण ढला जाता है।
Lamentations 3:21 परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ, इसीलिये मुझे आाशा है:
Lamentations 3:22 हम मिट नहीं गए; यह यहोवा की महाकरुणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है।
Lamentations 3:23 प्रति भोर वह नई होती रहती है; तेरी सच्चाई महान है।
Lamentations 3:24 मेरे मन ने कहा, यहोवा मेरा भाग है, इस कारण मैं उस में आशा रखूंगा।
Lamentations 3:25 जो यहोवा की बाट जोहते और उसके पास जाते हैं, उनके लिये यहोवा भला है।
Lamentations 3:26 यहोवा से उद्धार पाने की आशा रख कर चुपचाप रहना भला है।

एक साल में बाइबल: 
  • मलाकी 1-4
  • प्रकाशितवाक्य 22



सोमवार, 30 दिसंबर 2019

कार्य



      वर्ष के अंत में, अपूर्ण कार्यों का बोझ हमें व्यथित कर सकता है। घर के अन्दर की और बाहर की जिम्मेदारियों का कोई अंत दिखता प्रतीत नहीं होता है, और आज के अपूर्ण कार्य कल में चले जाते हैं। परन्तु मसीही विश्वास की हमारी यात्रा में ऐसे समय आते हैं जब हमें थोड़ा थम कर पूर्ण हो चुके कार्यों के लिए तथा हमारे साथ उसकी सदा बनी रही विश्वासयोग्यता के लिए परमेश्वर का धन्यवाद करना चाहिए।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस और बरनबास अपनी पहली प्रचार यात्रा के अंत में, “वहां से जहाज से अन्‍ताकिया में आए, जहां से वे उस काम के लिये जो उन्होंने पूरा किया था परमेश्वर के अनुग्रह पर सौंपे गए थे” (प्रेरितों 14:26)। यद्यपि प्रभु यीशु के सुसमाचार का अन्य लोगों के साथ बाँटने का बहुत सा कार्य अभी शेष था, फिर भी उन्होंने जितना कार्य हो गया था उसके लिए परमेश्वर का धन्यवाद दिया, सारे चर्च के साथ मिलकर, “वहां पहुंचकर, उन्होंने कलीसिया इकट्ठी की और बताया, कि परमेश्वर ने हमारे साथ हो कर कैसे बड़े बड़े काम किए! और अन्यजातियों के लिये विश्वास का द्वार खोल दिया” (पद 27)।

      परमेश्वर ने आप में होकर इस बीते वर्ष में क्या कुछ किया है? आपके किसी प्रिय जन के लिए परमेश्वर ने कैसे विश्वास के द्वार को खोला? हम जिनके बारे में सोच भी नहीं कर सकते हैं ऐसे तरीकों से परमेश्वर ने हम में होकर कार्य किए हैं, चाहे हमें वे कार्य महत्वहीन या अपूर्ण प्रतीत होते हों।

      जब हम प्रभु की सेवकाई में अपने अपूर्ण कार्यों को लेकर क्षुब्ध होते हैं, तो हम उन बातों के लिए धन्यवादी होना न भूलें जो प्रभु परमेश्वर ने हम में होकर की हैं। अपने अनुग्रह में होकर जो परमेश्वर ने हमारे लिए और हम में होकर किया है, वह उस आने वाले कार्य के लिए जो वह हम में तथा हमारे द्वारा करने जा रहा है, तैयारी करवाता है। - डेविड मैक्कैसलैंड

परमेश्वर सदा कार्यरत रहता है – हम में भी और हमारे द्वारा भी।

परमेश्वर तो प्राचीन काल से मेरा राजा है, वह पृथ्वी पर उद्धार के काम करता आया है। - भजन 74:12

बाइबल पाठ: प्रेरितों 14:21-18
Acts 14:21 और वे उस नगर के लोगों को सुसमाचार सुनाकर, और बहुत से चेले बनाकर, लुस्‍त्रा और इकुनियम और अन्‍ताकिया को लौट आए।
Acts 14:22 और चेलों के मन को स्थिर करते रहे और यह उपदेश देते थे, कि हमें बड़े क्‍लेश उठा कर परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना होगा।
Acts 14:23 और उन्होंने हर एक कलीसिया में उन के लिये प्राचीन ठहराए, और उपवास सहित प्रार्थना कर के, उन्हें प्रभु के हाथ सौंपा जिस पर उन्होंने विश्वास किया था।
Acts 14:24 और पिसिदिया से होते हुए वे पंफूलिया में पहुंचे;
Acts 14:25 और पिरगा में वचन सुनाकर अत्तलिया में आए।
Acts 14:26 और वहां से जहाज से अन्‍ताकिया में आए, जहां से वे उस काम के लिये जो उन्होंने पूरा किया था परमेश्वर के अनुग्रह पर सौंपे गए थे।
Acts 14:27 वहां पहुंचकर, उन्होंने कलीसिया इकट्ठी की और बताया, कि परमेश्वर ने हमारे साथ हो कर कैसे बड़े बड़े काम किए! और अन्यजातियों के लिये विश्वास का द्वार खोल दिया।
Acts 14:28 और वे चेलों के साथ बहुत दिन तक रहे।

एक साल में बाइबल: 
  • ज़कर्याह 13-14
  • प्रकाशितवाक्य 21



रविवार, 29 दिसंबर 2019

मनन



      हिन्दी में फूलचुसनी कही जाने वाली चिड़िया को अंग्रेज़ी में हमिंगबर्ड कहते हैं, क्योंकि इसके तेज़ी से फड़फड़ाते हुए पंखों के कारण एक गुनगुनाने की सी ध्वनि उत्पन्न होती है। अन्य भाषाओं में भी इस चिड़िया के विभिन्न नाम हैं, पुर्तगाली में इसे फूलों का चुम्बन लेने वाली, और स्पैनिश में इस उड़ती हुई मणि कहते हैं। किन्तु मेरा सबसे प्रिय नाम है मेक्सिको की ज़ेपोटेक का शब्द बियुलू जिसका अर्थ ओता है “आँखों में बस जाने वाला” – एक बार हमिंगबर्ड को देख लेंगे तो फिर उसे कभी नहीं भूलेंगे।

      जी. के. चेस्टरटन ने लिखा, “संसार में कभी अजूबों का अकाल नहीं होगा, परन्तु अचरज का हो सकता है।” हमिंगबर्ड भी संसार का एक अजूबा है। इन छोटे से प्राणियों में क्या अनोखा और रोमांचित कर देने वाला है? हो सकता है कि यह इनका छोटा सा आकार है – मात्र दो या तीन इंच का; या फिर यह इनके पंखों के फड़फड़ाने की गति है – एक सेकेंड में 50 से लेकर 200 बार तक।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 104 किसका लिखा हुआ है, हमें इसका तो पता नहीं है; किन्तु इसे लिखने वाला भजनकार प्रकृति की सुन्दरता से मुग्ध था। प्रकृति के अनेकों अजूबों का वर्णन करने के पश्चात, जैसे कि लबानोन के देवदारु और जंगली गदहे आदि, वह कहता है, “यहोवा अपने कामों से आन्दित होवे!” (पद 31)। फिर वह प्रार्थना करता है, “मेरा ध्यान करना, उसको प्रिय लगे” (पद 34)।

      प्रकृति में अनेकों बातें हैं जो आँखों में बनी रह सकती हैं, उनकी सुन्दरता और सिद्धता के कारण। हम उन बातों पर मनन करने के द्वारा परमेश्वर को कैसे प्रसन्न कर सकते हैं? हम उन पर ध्यान दे सकते हैं, उन से आनंदित हो सकते हैं, और उन के लिए परमेश्वर का धन्यवाद कर सकते हैं। परमेश्वर के अद्भुत कार्यों के अजूबों का ध्यान तथा उन पर मनन करके हम परमेश्वर के धन्यवादी हो सकते हैं। - कीला ओकोआ

अचरज से कृतज्ञता आती है।

हे यहोवा, तेरी सारी सृष्टि तेरा धन्यवाद करेगी, और तेरे भक्त लोग तुझे धन्य कहा करेंगे! भजन 145:10

बाइबल पाठ: भजन 104:24-35
Psalms 104:24 हे यहोवा तेरे काम अनगिनित हैं! इन सब वस्तुओं को तू ने बुद्धि से बनाया है; पृथ्वी तेरी सम्पत्ति से परिपूर्ण है।
Psalms 104:25 इसी प्रकार समुद्र बड़ा और बहुत ही चौड़ा है, और उस में अनगिनित जलचर जीव- जन्तु, क्या छोटे, क्या बड़े भरे पड़े हैं।
Psalms 104:26 उस में जहाज भी आते जाते हैं, और लिव्यातान भी जिसे तू ने वहां खेलने के लिये बनाया है।
Psalms 104:27 इन सब को तेरा ही आसरा है, कि तू उनका आहार समय पर दिया करे।
Psalms 104:28 तू उन्हें देता हे, वे चुन लेते हैं; तू अपनी मुट्ठी खोलता है और वे उत्तम पदार्थों से तृप्त होते हैं।
Psalms 104:29 तू मुख फेर लेता है, और वे घबरा जाते हैं; तू उनकी सांस ले लेता है, और उनके प्राण छूट जाते हैं और मिट्टी में फिर मिल जाते हैं।
Psalms 104:30 फिर तू अपनी ओर से सांस भेजता है, और वे सिरजे जाते हैं; और तू धरती को नया कर देता है।
Psalms 104:31 यहोवा की महिमा सदा काल बनी रहे, यहोवा अपने कामों से आन्दित होवे!
Psalms 104:32 उसकी दृष्टि ही से पृथ्वी कांप उठती है, और उसके छूते ही पहाड़ों से धुआं निकलता है।
Psalms 104:33 मैं जीवन भर यहोवा का गीत गाता रहूंगा; जब तक मैं बना रहूंगा तब तक अपने परमेश्वर का भजन गाता रहूंगा।
Psalms 104:34 मेरा ध्यान करना, उसको प्रिय लगे, क्योंकि मैं तो यहोवा के कारण आनन्दित रहूंगा।
Psalms 104:35 पापी लोग पृथ्वी पर से मिट जाएं, और दुष्ट लोग आगे को न रहें! हे मेरे मन यहोवा को धन्य कह! याह की स्तुति करो!

एक साल में बाइबल: 
  • ज़कर्याह 9-12
  • प्रकाशितवाक्य 20



शनिवार, 28 दिसंबर 2019

मुस्कराहट



      मैंने अपनी कार में अपना खरीदा हुआ सामान रखा, और बड़ी सावधानी से मैं कार को पार्किंग के स्थान से बाहर निकालने लगी। अचानक ही एक आदमी सड़क के किनारे से द्रुत गति से चलता हुआ मेरी कार के सामने आ गया, उसने यह ध्यान नहीं किया था कि मैं कार निकाल रही हूँ। मैंने तुरंत बल पूर्वक कार के ब्रेक्स लगाए, और वह बस बाल-बाल ही बचा। उसने चकित होकर मेरी और देखा। उस पल मुझे पता था कि मेरे पास दो विकल्प हैं; या तो मैं आँखें चढ़ाकर उसे घूर कर देखूँ और उसपर अपनी खिसियाहट व्यक्त करूं, या फिर उसे क्षमा करके अपनी क्षमा को उसे व्यक्त करने के लिए उसकी ओर मुस्कुरा कर देखूँ। मैंने मुस्कुरा कर उसे देखा। उसके चेहरे तुरंत शान्ति का भाव आ गया और उसने भी अपना धन्यवाद व्यक्त करने के लिए मुझे हल्की सी मुस्कुराहट के साथ देखा।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन 15:13 में लिखा है, “मन आनन्दित होने से मुख पर भी प्रसन्नता छा जाती है, परन्तु मन के दु:ख से आत्मा निराश होती है।” क्या नीतिवचन का लेखक हमें जीवन में आने वाली प्रत्येक बाधा, निराशा, और असुविधा में मुसकुराते रहने के लिए कह रहा है? कदापि नहीं! निःसंदेह ऐसे भी समय आते हैं जब अन्याय के प्रति वास्तविक शोक, हताशा, और यहाँ तक कि क्रोध भी व्यक्त किया जाता है। परन्तु हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन में एक मुस्कराहट के द्वारा, आगे बढ़ते रहने के लिए शान्ति, आशा, और अनुग्रह मिल सकता है, व्यक्त किया जा सकता है।

      संभवतः नीतिवचन के इस पद का उद्देश्य यह बताना है कि स्वाभाविक है कि मुस्कराहट हमारी भीतरी दशा से आती है। एक “प्रसन्न मन” वह है जो शांत, संतुष्ट, और परमेश्वर को समर्पित है। ऐसे मन के होते हुए, जो अन्दर से प्रसन्न है, हम अप्रत्याशित तथा चकित करने वाली परिस्थितियों के प्रति भी एक वास्तविक मुस्कराहट के साथ प्रतिक्रिया दे सकते हैं। हमारी शान्ति, औरों को भी प्रभु परमेश्वर से मिलाने वाली शान्ति के प्रति उत्सुक्त और लालायित कर सकती है। - एलिसा मॉर्गन

इस कारण एक दूसरे को शान्‍ति दो, और एक दूसरे की उन्नति के कारण बनो, निदान, तुम ऐसा करते भी हो। - 1 थिस्सलुनीकियों 5:11

बाइबल पाठ: नीतिवचन 15:13-15
Proverbs 15:13 मन आनन्दित होने से मुख पर भी प्रसन्नता छा जाती है, परन्तु मन के दु:ख से आत्मा निराश होती है।
Proverbs 15:14 समझने वाले का मन ज्ञान की खोज में रहता है, परन्तु मूर्ख लोग मूढ़ता से पेट भरते हैं।
Proverbs 15:15 दुखिया के सब दिन दु:ख भरे रहते हैं, परन्तु जिसका मन प्रसन्न रहता है, वह मानो नित्य भोज में जाता है।

एक साल में बाइबल: 
  • ज़कर्याह 5-8
  • प्रकाशितवाक्य 19



शुक्रवार, 27 दिसंबर 2019

धन्यवादी



      मैं जब नई मसीही विश्वासी ही थी, तब एक आत्मिक सलाहकार ने मुझे प्रोत्साहित किया कि मैं एक “धन्यवादी दैनिकी” रखा करूं। वह एक छोटी सी नोटबुक थी, जो मेरे साथ रहती थी, और जिसमें मैं समय पाकर परमेश्वर द्वारा मेरे हित में किए गए कार्यों के बारे में लिखती रहती थी। कभी-कभी मैं धन्यवाद के कारण को तुरंत ही लिख लेती थी, और कभी उसे सप्ताह के अंत में, मनन करते हुए लिखती थी।

      धन्यवाद के विषयों का ध्यान रखना एक अच्छी आदत है – मैं उसे फिर से आरम्भ करने की सोच रही हूँ। इससे मुझे परमेश्वर की मेरे साथ बनी रहने वाली उपस्थिति का एहसास रहता है और मैं उसके प्रति उससे मिलने वाली देखभाल के लिए उसकी कृतज्ञ भी बनी रहती हूँ।

      परमेश्वर के वचन बाइबल के सबसे छोटे भजन, भजन 117 में भजनकार सभी को परमेश्वर का धन्यवादी होने के लिए प्रोत्साहित करता है क्योंकि “क्योंकि उसकी करूणा हमारे ऊपर प्रबल हुई है...” (पद 2)।

      इसपर थोड़ा विचार करें: परमेश्वर ने आपके प्रति अपने प्रेम को किस प्रकार प्रकट किया है – आज, इस सप्ताह, इस महीने, इस वर्ष? केवल अद्भुत के बारे ही में नहीं सोचें, क्योंकि उसका प्रेम तो प्रतिदिन की सामान्य बातों और परिस्थितियों एवं कार्यों में भी दिखाई देता है। इसके बाद इस पर भी विचार करें कि परमेश्वर का प्रेम आपके परिवार, आपके चर्च, और अन्य लोगों के प्रति किस प्रकार से प्रगट रहा है? सभी के प्रति उसके प्रेम के विस्तार को अपने चित में उतर जाने दें।

      भजनकार ने यह भी लिखा, “...और यहोवा की सच्चाई सदा की है याह की स्तुति करो” (पद 2)। दूसरे शब्दों में, हमारे प्रति उसके प्रेम का कभी अंत नहीं होगा! इसलिए हमारे पास उसकी स्तुति, आराधना और धन्यवाद करने के अवसर तथा कारण सदा बने रहेंगे। उसके प्रिय बच्चे होने के कारण, होने दें कि परमेश्वर का धन्यवाद और स्तुति करना हमारे जीवनों का एक अभिन्न भाग बन जाए, और हम सदा उसके धन्यवादी बने रहें। - पो फैंग चिया

प्रत्येक बात के लिए, चाहे साधारण हो या असाधारण, परमेश्वर के धन्यवादी बने रहें।

किसी भी बात की चिन्‍ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं। - फिलिप्पियों 4:6

बाइबल पाठ: भजन 117
Psalms 117:1 हे जाति जाति के सब लोगों यहोवा की स्तुति करो! हे राज्य राज्य के सब लोगो, उसकी प्रशंसा करो!
Psalms 117:2 क्योंकि उसकी करूणा हमारे ऊपर प्रबल हुई है; और यहोवा की सच्चाई सदा की है याह की स्तुति करो!

एक साल में बाइबल: 
  • ज़कर्याह 1-4
  • प्रकाशितवाक्य 18



गुरुवार, 26 दिसंबर 2019

भरोसा



      जब एन्ड्रयू चीटल ने समुद्र तट पर अपना फोन खोया तो उसे भरोसा नहीं था कि वह उसे कभी मिल जाएगा। किन्तु इसके लगभग एक सप्ताह के बाद, एक मछुआरे, ग्लेन केरली ने, उसे फोन किया। ग्लेन को एन्ड्रयू का फोन एक 25 पौंड वज़न की मछली के पेट में से मिला था, और उसे सुखा लेने के पश्चात, वह फिर भी काम कर रहा था।

      जीवन विचित्र घटनाओं से भरा पड़ा है, और परमेश्वर के वचन बाइबल में भी ऐसी घटनाओं की कोई कमी नहीं है। हम प्रभु यीशु के जीवन से संबंधित घटनाओं में पाते हैं कि एक बार मंदिर का कर लेने वाले कुछ अधिकारी प्रभु के शिष्य पतरस के पास आए, और उससे पूछा, “क्या तुम्हारा गुरू मन्दिर का कर नहीं देता?” (मत्ती 17:24)। प्रभु यीशु ने इस अवसर को एक शिक्षा देने का अवसर बना दिया। प्रभु चाहता था कि पतरस प्रभु के राजा होने को समझे। राजा की संतानों से कर नहीं लिए जाते थे, और प्रभु ने यह स्पष्ट किया कि न तो राजा और न ही उसकी संतान मंदिर का कर देने के लिए बाध्य थे (पद 25-26)।

      परन्तु प्रभु किसी को कोई “ठोकर” भी नहीं देना चाहते थे (पद 27), इसलिए प्रभु ने पतरस से कहा कि वह जाकर मछली पकड़े – और यह इस घटना का विचित्र भाग है – जो पहली मछली पतरस ने पकड़ी, उसके मुंह में एक सिक्का था; प्रभु ने कहा कि उस सिक्के से वह मंदिर का कर चुका दे।

      प्रभु यीशु यहाँ पर क्या भरोसा दिला रहे हैं? चाहे लोग उसे न भी पहचानें, किन्तु इस सृष्टि के सार्वभौमिक राजा और अधिकारी वे ही हैं। सारी सृष्टि की हर वस्तु उनकी आज्ञा मानती है। जब हम अपने जीवनों में उन्हें प्रभु मानकर, अपना जीवन उन्हें सच्चे मन और स्वेच्छा से पूर्णतः समर्पित कर देते हैं, उनपर विश्वास करने लगते हैं, तो हम उनकी संतान हो जाते हैं।

      जीवन अपनी विभिन्न मांगें फिर भी हमारे सामने उठाएगा, परन्तु हम हर परिस्थिति में भरोसा रख सकते हैं कि प्रभु हमारी प्रत्येक आवश्यकता की पूर्ति करेगा। जैसे कि भूतपूर्व पास्टर डेविड पौमपो ने कहा, “जब हम अपने स्वर्गीय परमेश्वर पिता के लिए मछुआरे बन जाते हैं, तो हम अपनी प्रत्येक आवश्यकता की पूर्ति के लिए उस पर भरोसा रख सकते हैं।” – टिम गुस्ताफ्सन

हम मसीही विश्वासी राजा की संतान हैं!

परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं। - यूहन्ना 1:12-13

बाइबल पाठ: मत्ती 17:24-27
Matthew 17:24 जब वे कफरनहूम में पहुंचे, तो मन्दिर के लिये कर लेने वालों ने पतरस के पास आकर पूछा, कि क्या तुम्हारा गुरू मन्दिर का कर नहीं देता? उसने कहा, हां देता तो है।
Matthew 17:25 जब वह घर में आया, तो यीशु ने उसके पूछने से पहिले उस से कहा, हे शमौन तू क्या समझता है पृथ्वी के राजा महसूल या कर किन से लेते हैं? अपने पुत्रों से या परायों से? पतरस ने उन से कहा, परायों से।
Matthew 17:26 यीशु ने उस से कहा, तो पुत्र बच गए।
Matthew 17:27 तौभी इसलिये कि हम उन्हें ठोकर न खिलाएं, तू झील के किनारे जा कर बंसी डाल, और जो मछली पहिले निकले, उसे ले; तो तुझे उसका मुंह खोलने पर एक सिक्का मिलेगा, उसी को ले कर मेरे और अपने बदले उन्हें दे देना।

एक साल में बाइबल: 
  • हाग्गै 1-2
  • प्रकाशितवाक्य 17



बुधवार, 25 दिसंबर 2019

धन्यवाद



      इस क्रिसमस पर जब आप क्रिसमस की विशेष मिठाई, कैंडी केन का स्वाद लें तो जर्मनी के लोगों को “डैंके सकोन” बोलें, क्योंकि वह कैंडी सबसे पहले जर्मनी के कोलोन शहर में बनी थी। जब आप क्रिसमस की ऋतु में खिलने वाले पोइंसेटिया के फूलों का आनन्द लें तो मेक्सिको के लोगों को “ग्रासियास” कहें, जहां से यह पौधा लाया गया और सब स्थानों पर पहुँच गया। इस त्यौहार के अवसर पर फ्रांस के लोगों को उनकी भाषा के शब्द ‘नोएल’ के लिए “मर्सी बौकूप” कहें, और क्रिसमस ट्री तथा दीवारों पर सजावट के लिए लगाई जाने वाली ‘मिसलटो’ की बेल के लिए अंग्रजों का धन्यवाद करें।

      लेकिन क्रिसमस के समय विभिन्न परंपराओं एवं उत्सवों – वे रीति-रिवाज़ जो संसार के भिन्न स्थानों से एकत्रित हुए हैं, का आनन्द लेते समय, हमारा सबसे निष्ठावान और हृदय से निकला धन्यवाद हमारे भले, दयालु, और प्रेमी परमेश्वर के लिए हो। क्योंकि परमेश्वर ही से हमें क्रिसमस मनाने का कारण प्राप्त हुआ – 2000 वर्ष से भी अधिक पहले बैतलहम की चरनी में जन्मा शिशु यीशु। उनके आगमन की सूचना मानव-जाति को एक स्वर्गदूत ने यह कहकर दी, “...देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा। कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है” (लूका 2:10-11)।

      इस क्रिसमस के समय, रौशनी से जगमगाते क्रिसमस ट्री और उसके चारों ओर रखे खुले हुए नए उपहारों के होते हुए भी सच्ची खुशी की उत्तेजना प्रभु यीशु की ओर ध्यान करने और उनके संसार में आने के उद्देश्य, “...तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा” (मत्ती 1:21) पर मनन करने से ही होती है। प्रभु का जन्म परंपराओं से बढ़कर है: परमेश्वर के इस अवर्णनीय उपहार के लिए वही हमारे स्तुतिगान और धन्यवाद का केंद्र बिंदु है। - डेव ब्रैनन

सो परमेश्वर जो आशा का दाता है तुम्हें विश्वास करने में सब प्रकार के आनन्द और शान्ति से परिपूर्ण करे, कि पवित्र आत्मा की सामर्थ से तुम्हारी आशा बढ़ती जाए - रोमियों 15:13

बाइबल पाठ: लूका 2:1-10
Luke 2:1 उन दिनों में औगूस्‍तुस कैसर की ओर से आज्ञा निकली, कि सारे जगत के लोगों के नाम लिखे जाएं।
Luke 2:2 यह पहिली नाम लिखाई उस समय हुई, जब क्‍विरिनियुस सूरिया का हाकिम था।
Luke 2:3 और सब लोग नाम लिखवाने के लिये अपने अपने नगर को गए।
Luke 2:4 सो यूसुफ भी इसलिये कि वह दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
Luke 2:5 कि अपनी मंगेतर मरियम के साथ जो गर्भवती थी नाम लिखवाए।
Luke 2:6 उन के वहां रहते हुए उसके जनने के दिन पूरे हुए।
Luke 2:7 और वह अपना पहिलौठा पुत्र जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा: क्योंकि उन के लिये सराय में जगह न थी।
Luke 2:8 और उस देश में कितने गड़ेरिये थे, जो रात को मैदान में रहकर अपने झुण्ड का पहरा देते थे।
Luke 2:9 और प्रभु का एक दूत उन के पास आ खड़ा हुआ; और प्रभु का तेज उन के चारों ओर चमका, और वे बहुत डर गए।
Luke 2:10 तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा।

एक साल में बाइबल: 
  • सपन्याह 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 16



मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

सन्देश



      रेजिनल्ड फेसेंडेन कई वर्षों से बेतार रेडियो संचार पर कार्य कर रहे थे जिससे बेतार रेडियो संपर्क किया जा सके। अन्य वैज्ञानिकों को उनके विचार अविश्वसनीय और अपारंपरिक लगते थे, और उन्हें संदेह रहता था कि वे कभी अपने प्रयासों में सफल हो भी पाएंगे। परन्तु फेसेंडेन का दावा है कि 24 दिसंबर, 1906 की संध्या को वे रेडियो पर संगीत प्रसारित करने वाले सर्वप्रथम व्यक्ति बन गए।

      फेसेंडेन का एक फलों का व्यापार करने वाली कंपनी के साथ अनुबंध था, और उस कंपनी ने अपनी लगभग एक दर्जन नावों पर बेतार प्रणाली लगा रखी थे जिससे केलों की फसल की काटने और बेचने से संबंधित जानकारी भेजी जा सके। उस क्रिसमस की पूर्व-संध्या को, फेसेंडेन ने बताया, कि उन्होंने उन सभी नावों के बेतार यंत्रों के चलाने वालों को बताया कि वे ध्यान दें, और उन्होंने संध्या 9 बजे, फेसेंडेन की आवाज़ सुनी।

      कहा जाता है कि फेसेंडेन ने एक संगीत नाटक का रिकॉर्ड बजाया, फिर अपने वायलिन पर “ओ पवित्र रात” गीत बजाया, और बजाते हुए उसके अंतिम छंद के शब्दों को गाया भी। अंत में उन्होंने क्रिसमस की शुभकामनाएं देते हुए परमेश्वर के वचन बाइबल से लूका 2 में से स्वर्गदूतों द्वारा बैतलेहम में चरवाहों को प्रभु यीशु के जन्म का समाचार सुनाए जाने वाले खंड को पढ़ा भी।

      दो हज़ार से भी अधिक वर्ष पहले के उन चरवाहों, तथा 1906 में उस फल व्यापार की कंपनी के नाविकों ने, अंधेरी रात में एक अप्रत्याशित तथा चकित कर देने वाला आशा से भरा सन्देश सुना। और आशा का यही सन्देश परमेश्वर आज हमें भी देता है। हमारे लिए एक मुक्तिदाता ने जन्म लिया है – प्रभु यीशु मसीह! (लूका 2:11)। इस अद्भुत आशा के सन्देश के प्रत्युत्तर में हम सदियों से मसीह यीशु में विश्वास लाने वाले लोगों के साथ सम्मिलित होकर, स्वर्गदूतों द्वारा की बात को दोहरा सकते हैं कि, “आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्‍ति हो” (पद 14)। - एमी पीटरसन

मसीह यीशु के बिना कोई आशा नहीं है। - चार्ल्स स्पर्जन

और उस स्त्री से कहा, अब हम तेरे कहने ही से विश्वास नहीं करते; क्योंकि हम ने आप ही सुन लिया, और जानते हैं कि यही सचमुच में जगत का उद्धारकर्ता है। - यूहन्ना 4:42

बाइबल पाठ: लूका 2:10-20
Luke 2:10 तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा।
Luke 2:11 कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।
Luke 2:12 और इस का तुम्हारे लिये यह पता है, कि तुम एक बालक को कपड़े में लिपटा हुआ और चरनी में पड़ा पाओगे।
Luke 2:13 तब एकाएक उस स्वर्गदूत के साथ स्‍वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्‍तुति करते हुए और यह कहते दिखाई दिया।
Luke 2:14 कि आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्‍ति हो।
Luke 2:15 जब स्वर्गदूत उन के पास से स्वर्ग को चले गए, तो गड़ेरियों ने आपस में कहा, आओ, हम बैतलहम जा कर यह बात जो हुई है, और जिसे प्रभु ने हमें बताया है, देखें।
Luke 2:16 और उन्होंने तुरन्त जा कर मरियम और यूसुफ को और चरनी में उस बालक को पड़ा देखा।
Luke 2:17 इन्हें देखकर उन्होंने वह बात जो इस बालक के विषय में उन से कही गई थी, प्रगट की।
Luke 2:18 और सब सुनने वालों ने उन बातों से जो गड़िरयों ने उन से कहीं आश्चर्य किया।
Luke 2:19 परन्तु मरियम ये सब बातें अपने मन में रखकर सोचती रही।
Luke 2:20 और गड़ेरिये जैसा उन से कहा गया था, वैसा ही सब सुनकर और देखकर परमेश्वर की महिमा और स्‍तुति करते हुए लौट गए।

एक साल में बाइबल: 
  • हबक्कूक 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 15



सोमवार, 23 दिसंबर 2019

साथ



      जब मैं परमेश्वर के वचन बाइबल में मत्ती रचित सुसमाचार में प्रभु यीशु के जन्म से संबंधित विवरण को पढ़ता हूँ, तो मुझे पांचवीं सदी के केल्टिक मसीही, संत पैट्रिक द्वारा लिखे गए एक मसीही भजन के शब्द याद आ जाते हैं। उन्होंने लिखा था, “मसीह मेरे साथ, मसीह मेरे आगे, मसीह मेरे पीछे, मसीह मेरे ऊपर, मसीह मेरे दाएं, मसीह मेरे बाएँ...” जिससे मुझे अनुभव होता है कि मैं कभी अकेला नहीं हूँ, मसीह ने मुझे अपने आलिंगन में ले रखा है।

      मत्ती द्वारा लिखा गया विवरण हमें बताता है कि क्रिसमस का मर्म है परमेश्वर हम मनुष्यों के साथ निवास करता है। मत्ती ने यशायाह नबी द्वारा की गई भविष्यवाणी का संदर्भ दिया कि एक कुंवारी से एक पुत्र जन्म लेगा जिसका नाम इम्मानुएल अर्थात “परमेश्वर हमारे साथ” होगा (यशायाह 7:14)। मत्ती बताता है कि यह भविष्यवाणी, पवित्र आत्मा की सामर्थ्य से प्रभु यीशु के जन्म के द्वारा, पूरी हुई; मसीह यीशु हमारे साथ रहने वाला परमेश्वर है। यह सत्य इतना महत्वपूर्ण है कि मत्ती अपने द्वारा रचित सुसमाचार का आरम्भ और अंत इसी के साथ करता है। मत्ती रचित सुसमाचार का अंत प्रभु यीशु द्वारा अपने शिष्यों से कहे गए इन शब्दों के साथ ओता है: “उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्‍त तक सदैव तुम्हारे संग हूं” (मत्ती 28:20)।

      संत पैट्रिक द्वारा लिखित गीत के शब्द मुझे स्मरण दिलाते हैं कि मसीह यीशु अपने विश्वासियों के साथ सर्वदा बना रहता है, उनमें निवास करने वाले पवित्र आत्मा के द्वारा। मैं जब भी घबराता या परेशान होता हूँ तो मैन उसकी प्रतिज्ञा कि वह मुझे कभी नहीं छोड़ेगा का ध्यान करके शांत हो सकता हूँ। जब मैं बेचैन होता हूँ और ठीक से सो नहीं पाता हूँ, तो मैं उससे उसकी शान्ति को मांग सकता हूँ। जब मैं आनंदित होता हूँ और उत्सव मना रहा होता हूँ, तब मैं उसका धन्यवादी एवं कृतज्ञ हो सकता हूँ मेरे जीवन में उसके द्वारा किए गए अनुग्रह के कार्य और उसकी अनगिनित भलाईयों के लिए।

      प्रभु यीशु, इम्मानुएल – परमेश्वर हमारे साथ। - एमी बाउचर पाई

परमेश्वर का प्रेम बैतलहेम में देहधारी होकर प्रकट हुआ।

इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा। सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानूएल रखेगी। - यशायाह 7:14

बाइबल पाठ: मत्ती 1:18-23
Matthew 1:18 अब यीशु मसीह का जन्म इस प्रकार से हुआ, कि जब उस की माता मरियम की मंगनी यूसुफ के साथ हो गई, तो उन के इकट्ठे होने के पहिले से वह पवित्र आत्मा की ओर से गर्भवती पाई गई।
Matthew 1:19 सो उसके पति यूसुफ ने जो धर्मी था और उसे बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने की मनसा की।
Matthew 1:20 जब वह इन बातों के सोच ही में था तो प्रभु का स्वर्गदूत उसे स्‍वप्‍न में दिखाई देकर कहने लगा; हे यूसुफ दाऊद की सन्तान, तू अपनी पत्‍नी मरियम को अपने यहां ले आने से मत डर; क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है।
Matthew 1:21 वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा।
Matthew 1:22 यह सब कुछ इसलिये हुआ कि जो वचन प्रभु ने भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था; वह पूरा हो।
Matthew 1:23 कि, देखो एक कुंवारी गर्भवती होगी और एक पुत्र जनेगी और उसका नाम इम्मानुएल रखा जाएगा जिस का अर्थ यह है परमेश्वर हमारे साथ

एक साल में बाइबल: 
  • नहूम 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 14



रविवार, 22 दिसंबर 2019

जन्म



      पोलैंड के एक मसीही मठ में रहने वाले एक साधु, सिलेसियस ने सन 1657 में अपनी एक कविता “काश आपकी आत्मा शांत रात बन जाती”, लघु कविताओं के संग्रह, द चेरुबिक पिलग्रिम में प्रकाशित की थी, जो उस शांत धन्य रात के बारे में थी, जब प्रभु यीशु मसीह का जन्म हुआ। यह जोसफ मोहर और फ्रैन्ज़ ग्रूबर द्वारा लिखित, और विश्व भर में लोकप्रीय तथा प्रचलित क्रिसमस कैरल “धन्य रात” से बहुत पहले की बात है। सिलेसियस ने लिखा:
      देखो! रात के अँधेरे में परमेश्वर का पुत्र जन्मा है,
      और जो कुछ भी खोया या त्यागा हुआ था, वह सभी बचा लिया गया है।
      हे मनुष्य यदि तेरा मन भी एक शांत रात बन जाता     
      तो परमेश्वर तुझ में भी जन्म लेता और सब कुछ ठीक कर देता।
     
      हमारे चर्च की सालाना क्रिसमस की पूर्व-संध्या की आराधना सभा में, हमारी संगीत मण्डली ने सिलेसियस की इस कविता को गाया था।

      क्रिसमस का रहस्य यही है कि परमेश्वर हम मनुष्यों के समान एक हो गया, जिससे कि वह हमें अपने साथ एक बना सके। प्रभु यीशु मसीह ने हर वह बात सही जो गलत हो सकती थी, जिससे कि हम सही किए जा सकें। इसीलिए परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस प्रेरित यह लिखा सका, “सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है” (2 कुरिन्थियों 5:17-18)।

      हमारा क्रिसमस चाहे परिवार और मित्र जनों से भरा हुआ हो, या हम जो कुछ भी चाहते हैं, उस सब से रिक्त हो, लेकिन हम यह जानते हैं कि प्रभु यीशु हम में जन्म लेने के लिए आए हैं, और जन्म लेना चाहते हैं। - डेविड मैक्कैसलैंड

परमेश्वर हमारे समान बन गया, जिससे हमें अपने साथ एक कर ले।

क्योंकि जो काम व्यवस्था शरीर के कारण दुर्बल हो कर न कर सकी, उसको परमेश्वर ने किया, अर्थात अपने ही पुत्र को पापमय शरीर की समानता में, और पाप के बलिदान होने के लिये भेज कर, शरीर में पाप पर दण्ड की आज्ञा दी। - रोमियों 8:3

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 5:14-21
2 Corinthians 5:14 क्योंकि मसीह का प्रेम हमें विवश कर देता है; इसलिये कि हम यह समझते हैं, कि जब एक सब के लिये मरा तो सब मर गए।
2 Corinthians 5:15 और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएं परन्तु उसके लिये जो उन के लिये मरा और फिर जी उठा।
2 Corinthians 5:16 सो अब से हम किसी को शरीर के अनुसार न समझेंगे, और यदि हम ने मसीह को भी शरीर के अनुसार जाना था, तौभी अब से उसको ऐसा नहीं जानेंगे।
2 Corinthians 5:17 सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं।
2 Corinthians 5:18 और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिसने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है।
2 Corinthians 5:19 अर्थात परमेश्वर ने मसीह में हो कर अपने साथ संसार का मेल मिलाप कर लिया, और उन के अपराधों का दोष उन पर नहीं लगाया और उसने मेल मिलाप का वचन हमें सौंप दिया है।
2 Corinthians 5:20 सो हम मसीह के राजदूत हैं; मानो परमेश्वर हमारे द्वारा समझाता है: हम मसीह की ओर से निवेदन करते हैं, कि परमेश्वर के साथ मेल मिलाप कर लो।
2 Corinthians 5:21 जो पाप से अज्ञात था, उसी को उसने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में हो कर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • मीका 6-7
  • प्रकाशितवाक्य 13



शनिवार, 21 दिसंबर 2019

घर



      एक वर्ष, क्रिसमस के समय मैं काम पर एक ऐसे स्थान को गया हुआ था जिसे मेरे बहुत से मित्र नक़्शे पर भी ढूँढ़ नहीं पा रहे थे। एक संध्या काम समाप्त करके जब मैं थका हुआ घर की ओर चला जा रहा था, तो तेज़ बहती सर्द हवाएं मुझे परेशान कर रहीं थीं, और मेरा मन हो रहा था, काश मैं घर पर होता। जब मैनें कमरे पर पहुँच कर दरवाज़ा खोला तो वह एक चमत्कारिक पल था। मेरे साथ रहने वाले मेरे कला प्रेमी साथी ने अपनी कला का एक नया नमूना तैयार कर रखा था – चीनी मिट्टी से बना उन्नीस इंच ऊँचा क्रिसमस ट्री, जिस पर रंगीन बत्तियां जगमगा रहीं थीं, और जो उस समय हमारे कमरे के अँधेरे को रंगीन बना रही थीं। चाहे थोड़ी से देर ही के लिए सही, मुझे लगा जैसे मैं घर पहुँच गया था।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि जब याकूब अपने भाई एसाव से बचकर भाग रहा था, तो एक रात उसने अपने आप को एक अकेले और सुनसान स्थान पर पाया। वह वहीं धरती पर सो गया और रात को एक स्वप्न में परमेश्वर ने उसे दर्शन दिए, और याकूब को घर के लिए एक स्थान देने का वायदा किया। परमेश्वर ने उससे कहा, “...जिस भूमि पर तू पड़ा है, उसे मैं तुझ को और तेरे वंश को दूंगा। और तेरा वंश भूमि की धूल के किनकों के समान बहुत होगा, और पच्छिम, पूरब, उत्तर, दक्खिन, चारों ओर फैलता जाएगा: और तेरे और तेरे वंश के द्वारा पृथ्वी के सारे कुल आशीष पाएंगे” (उत्पत्ति 28:13-14)।

      आगे चलकर याकूब के वंशजों में से ही प्रतिज्ञागत मसीहा – संसार के उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह, अपना स्वर्गीय घर छोड़कर आए, और उन्होंने उन पर विश्वास लाने वालों को यह वायदा दिया कि, “और यदि मैं जा कर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूं, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहां ले जाऊंगा, कि जहां मैं रहूं वहां तुम भी रहो” (यूहन्ना 14:3)।

      उस दिसंबर की रात को मैं अपने कमरे के अँधेरे में बैठा उस क्रिसमस ट्री को निहार रहा था; और निश्चय ही मैंने जगत की उस ज्योति के बारे में सोचा होगा, जो समस्त संसार के लोगों सभी लोगों को घर वापसी का मार्ग प्रदान करने आई थी। - टीम गुस्ताफ्सन

घर नक़्शे पर स्थित कोई स्थान नहीं है; 
वह अपनेपन का स्थान है; और परमेश्वर ही हमें वह स्थान देता है।

तब यीशु ने फिर लोगों से कहा, जगत की ज्योति मैं हूं; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा। - यूहन्ना 8:12

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 28:10-17
Genesis 28:10 सो याकूब बेर्शेबा से निकल कर हारान की ओर चला।
Genesis 28:11 और उसने किसी स्थान में पहुंच कर रात वहीं बिताने का विचार किया, क्योंकि सूर्य अस्त हो गया था; सो उसने उस स्थान के पत्थरों में से एक पत्थर ले अपना तकिया बना कर रखा, और उसी स्थान में सो गया।
Genesis 28:12 तब उसने स्वप्न में क्या देखा, कि एक सीढ़ी पृथ्वी पर खड़ी है, और उसका सिरा स्वर्ग तक पहुंचा है: और परमेश्वर के दूत उस पर से चढ़ते उतरते हैं।
Genesis 28:13 और यहोवा उसके ऊपर खड़ा हो कर कहता है, कि मैं यहोवा, तेरे दादा इब्राहीम का परमेश्वर, और इसहाक का भी परमेश्वर हूं: जिस भूमि पर तू पड़ा है, उसे मैं तुझ को और तेरे वंश को दूंगा।
Genesis 28:14 और तेरा वंश भूमि की धूल के किनकों के समान बहुत होगा, और पच्छिम, पूरब, उत्तर, दक्खिन, चारों ओर फैलता जाएगा: और तेरे और तेरे वंश के द्वारा पृथ्वी के सारे कुल आशीष पाएंगे।
Genesis 28:15 और सुन, मैं तेरे संग रहूंगा, और जहां कहीं तू जाए वहां तेरी रक्षा करूंगा, और तुझे इस देश में लौटा ले आऊंगा: मैं अपने कहे हुए को जब तक पूरा न कर लूं तब तक तुझ को न छोडूंगा।
Genesis 28:16 तब याकूब जाग उठा, और कहने लगा; निश्चय इस स्थान में यहोवा है; और मैं इस बात को न जानता था।
Genesis 28:17 और भय खा कर उसने कहा, यह स्थान क्या ही भयानक है! यह तो परमेश्वर के भवन को छोड़ और कुछ नहीं हो सकता; वरन यह स्वर्ग का फाटक ही होगा।

एक साल में बाइबल: 
  • मीका 4-5
  • प्रकाशितवाक्य 12



शुक्रवार, 20 दिसंबर 2019

हो रहा है



      परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड के अंत में ऐसा लगता है मानो परमेश्वर कहीं छिप गया है। चार सदियों तक, यहूदी प्रतीक्षा करते रहे, असमंजस में पड़े रहे। परमेश्वर निष्क्रीय, बेपरवाह, और उनकी प्रार्थनाओं के प्रति कानों को बंद किए हुए बैठा रहा। एक ही आशा शेष थी – मसीहा के आगमन की प्राचीन प्रतिज्ञा। और फिर कुछ अति-महत्वपूर्ण हो जाता है; एक विशेष शिशु के जन्म लेने का समाचार सुनाया जाता है।

      लूका द्वारा लिखे गए इस घटना के विवरण में हम इस घटना के प्रति लोगों की प्रतिक्रियाओं से उनके उत्साह और उत्तेजना को समझने पाते हैं। कई चरित्र उस घटनाक्रम से संबंधित हैं; एक प्रतीक्षा कर रहा वृद्ध (लूका 1:5-25); एक चकित कुंवारी (लूका 1:26-38), एक वृद्ध भाविश्यद्वक्तन हन्ना (2:36)। शिशु की माता मरियम भी एक सुन्दर गीत को गा उठती है (1:46-55)। और मरियम के आगमन पर शिशु यीशु की मौसी का अजन्मा बच्चा, अपने माँ की कोख में आनन्द से उछल पड़ता है (1:41)।

      लूका पुराने नियम में दी गई मसीहा के जन्म की प्रतिज्ञा के साथ इन घटनाओं का सीधा संपर्क बनाता है। जिब्राइल स्वर्गदूत प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिए भेजे गए यूहन्ना बप्तिस्मा देने वाले को “एल्लियाह” संबोधित करता है (1:17)। स्पष्ट है कि पृथ्वी पर कुछ हो रहा है। परमेश्वर ने कुछ अच्छा करके दिया है; लोगों के लिए पापों से छुटकारे का मार्ग तैयार हो रहा है। - फिलिप यैंसी

हमारे इस संसार में, एक बार एक चरनी में कुछ ऐसा आया था 
जो हमारी सारी सृष्टि से भी बड़ा था। - सी. एस. ल्युइस (The Last Battle में से)

जंगल में एक पुकारने वाले का शब्द सुनाई दे रहा है कि प्रभु का मार्ग तैयार करो, और उस की सड़कें सीधी करो। - मरकुस 1:3

बाइबल पाठ: लूका 1:11-17
Luke 1:11 कि प्रभु का एक स्वर्गदूत धूप की वेदी की दाहिनी ओर खड़ा हुआ उसको दिखाई दिया।
Luke 1:12 और ज़करयाह देखकर घबराया और उस पर बड़ा भय छा गया।
Luke 1:13 परन्तु स्वर्गदूत ने उस से कहा, हे ज़करयाह, भयभीत न हो क्योंकि तेरी प्रार्थना सुन ली गई है और तेरी पत्‍नी इलीशिबा से तेरे लिये एक पुत्र उत्पन्न होगा, और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।
Luke 1:14 और तुझे आनन्द और हर्ष होगा: और बहुत लोग उसके जन्म के कारण आनन्‍दित होंगे।
Luke 1:15 क्योंकि वह प्रभु के साम्हने महान होगा; और दाखरस और मदिरा कभी न पिएगा; और अपनी माता के गर्भ ही से पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाएगा।
Luke 1:16 और इस्राएलियों में से बहुतेरों को उन के प्रभु परमेश्वर की ओर फेरेगा।
Luke 1:17 वह एलिय्याह की आत्मा और सामर्थ में हो कर उसके आगे आगे चलेगा, कि पितरों का मन लड़के बालों की ओर फेर दे; और आज्ञा न मानने वालों को धर्मियों की समझ पर लाए; और प्रभु के लिये एक योग्य प्रजा तैयार करे।

एक साल में बाइबल: 
  • मीका 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 11



गुरुवार, 19 दिसंबर 2019

उपाय



      कुछ वर्ष पहले की बात है, मेरी एक मित्र का पुत्र शिकागो के यूनियन स्टेशन की भीड़ में चलते हुए उससे अलग हो गया। कहने की आवश्यकता नहीं है कि यह उसके लिए बहुत ही भयावह समय था। बहुत चिंता और व्याकुलता के साथ वह उसके नाम को पुकारती हुई, नीचे उतरने वाली स्वचालित सीढ़ियों पर उनके ऊपरी छोर को भागी, और अपने बच्चे को ढूँढने के लिए जिन स्थानों से होकर वह आई थी, वापस उन्हीं पर चलने लगी। कुछ मिनिटों का वह बिछुड़ना घंटों के समान लग रहा था, और फिर अचानक ही भीड़ में से निकलकर उसका बेटा भागता हुआ अपनी माँ की बांहों में आ गया।

      मेरी उस मित्र के साथ घटित उस घटना पर विचार करते समय, जो अपने बेटे को वापस पा लेने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार थी, मेरा मन परमेश्वर के प्रति नई कृतज्ञता से भर जाता है, हमें पापों से छुड़ाने और बचाने के लिए उसके द्वारा किए गए अद्भुत कार्य के लिए। जब से आदम और हव्वा, जिन्हें परमेश्वर ने अपने स्वरूप में बनाया था, पाप में पड़कर परमेश्वर से दूर चले गए हैं, परमेश्वर अपने लोगों के साथ संगति न कर पाने के लिए दुखी रहता है। जैसा परमेश्वर का वचन बाइबल हमें बताती है, इस संगति को बहाल करने के लिए उसने महान प्रयास किया और कीमत को चुकाया; उसने अपने एकलौते पुत्र को “खोए हुओं को ढूँढने और उनका उद्धार करने के लिए भेजा” (लूका 19:10)। यदि प्रभु यीशु मसीह ने इस संसार में जन्म न लिया होता, और हमारे पापों के कीमत चुकाने के लिए अपना बलिदान देना स्वीकार न किया होता, तो हमारे पास परमेश्वर के साथ संगति को बहाल करने का कोई उपाय न होता, और न ही क्रिसमस पर कुछ उत्सव मनाने के लिए होता।

      इसलिए इस क्रिसमस के समय हम परमेश्वर के धन्यवादी हों, उसके उस महान उपाय के लिए, जिसके द्वारा उसके साथ हमारी संगति बहाल हो सकी। हम सभी तो अपने पापों में खोए हुए थे; परन्तु प्रभु यीशु  के कारण हम खोज लिए गए हैं। परमेश्वर के इस महान और अद्भुत उपाय के लिए उसके बहुत धन्यवादी रहें। - जो स्टोवैल

पाप में खोए हूँ को खोज लाने के लिए परमेश्वर ने प्रभु यीशु मसीह को भेजा।

परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो। - 2 कुरिन्थियों 9:15

बाइबल पाठ: लूका 19:1-10
Luke 19:1 वह यरीहो में प्रवेश कर के जा रहा था।
Luke 19:2 और देखो, ज़क्कई नाम एक मनुष्य था जो चुंगी लेने वालों का सरदार और धनी था।
Luke 19:3 वह यीशु को देखना चाहता था कि वह कौन सा है परन्तु भीड़ के कारण देख न सकता था। क्योंकि वह नाटा था।
Luke 19:4 तब उसको देखने के लिये वह आगे दौड़कर एक गूलर के पेड़ पर चढ़ गया, क्योंकि वह उसी मार्ग से जाने वाला था।
Luke 19:5 जब यीशु उस जगह पहुंचा, तो ऊपर दृष्टि कर के उस से कहा; हे ज़क्कई झट उतर आ; क्योंकि आज मुझे तेरे घर में रहना अवश्य है।
Luke 19:6 वह तुरन्त उतर कर आनन्द से उसे अपने घर को ले गया।
Luke 19:7 यह देख कर सब लोगे कुड़कुड़ा कर कहने लगे, वह तो एक पापी मनुष्य के यहां जा उतरा है।
Luke 19:8 ज़क्कई ने खड़े हो कर प्रभु से कहा; हे प्रभु, देख मैं अपनी आधी सम्पत्ति कंगालों को देता हूं, और यदि किसी का कुछ भी अन्याय कर के ले लिया है तो उसे चौगुना फेर देता हूं।
Luke 19:9 तब यीशु ने उस से कहा; आज इस घर में उद्धार आया है, इसलिये कि यह भी इब्राहीम का एक पुत्र है।
Luke 19:10 क्योंकि मनुष्य का पुत्र खोए हुओं को ढूंढ़ने और उन का उद्धार करने आया है।

एक साल में बाइबल: 
  • योना 1-4
  • प्रकाशितवाक्य 10



बुधवार, 18 दिसंबर 2019

आशा



      क्रिसमस को एक सप्ताह शेष था, और मेरी माँ के देहांत के दो महीने हुए थे, ऐसे में त्यौहार के लिए ख़रीदारी करना और घर को सजाना मेरी प्राथमिकताओं की सूची में बहुत नीचे था। मैं अपनी माँ के देहांत का शोक मना रही थी, और मुझे सान्तवना देने के मेरे पति के सभी प्रयासों का प्रतिरोध कर रही थी। जब मेरा बेटे जेवियर, क्रिसमस की बत्तियों को दीवारों पर लगा रहा था, तब भी मैं बहुत उदास और निष्क्रीय थी। मेरे व्यवहार को देख कर मेरे बेटे ने बिना कुछ कहे उन बत्तियों के तार को बिजली के प्लग के साथ जोड़कर अपने पिता के साथ घर से बाहर काम पर जाते हुए, उन्हें चालू कर दिया।

      उन रंगीन बत्तियों के जगमगाहट में होकर परमेश्वर ने मुझे धीरे से मेरे अन्धकार में से बाहर खींचा। परिस्थितियाँ चाहे कितनी भी पीड़ादायक क्यों न हों मेरी आशा परमेश्वर के उस सत्य की ज्योति में सुरक्षित है, जो सदा ही उसके अपरिवर्तनीय चरित्र को दिखाता है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 146 हमें स्मरण करवाता है कि मेरी अनन्त आशा “परमेश्वर यहोवा पर है” जो मेरा सहायक, मेरा सर्वशक्तिमान और करुणामय परमेश्वर है (पद 5)। वह हम सभी का सृष्टिकर्ता है और हमारे प्रति “अपना वचन सदा के लिए पूरा करता रहेगा” (पद 6)। वही “पिसे हुओं का न्याय चुकाता हिया और भूखों को रोटी देता है” (पद 7)। “यहोवा झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है” (पद 8)। वह “ रक्षा करता है,” “संभालता है,” और वही “पीढ़ी पीढ़ी राज्य करता रहेगा” (पद 9, 10)।

      कभी कभी जब क्रिसमस आता है तब हमारे दिन आनन्द भरे होंगे। और कभी कभी हम किसी हानि का सामना कर रहे होंगे, किसी दुःख में से होकर निकल रहे होंगे, या अपने आप को अकेला अनुभव कर रहे होंगे। परन्तु हर समय में और हर परिस्थिति में हमारा परमेश्वर हमारे प्रत्येक अन्धकार में हमारी ज्योति बने रहने का वायदा करता है, हमें वास्तविक सहायता और अनंतकाल की आशा प्रदान करता है। - जोशील डिक्सन

परमेश्वर अपने कभी न बदलने वाले चरित्र द्वारा हमारी आशा को सुरक्षित बनाए रहता है।

यीशु मसीह कल और आज और युगानुयुग एकसा है। - इब्रानियों 13:8

बाइबल पाठ: भजन 146
Psalms 146:1 याह की स्तुति करो। हे मेरे मन यहोवा की स्तुति कर!
Psalms 146:2 मैं जीवन भर यहोवा की स्तुति करता रहूंगा; जब तक मैं बना रहूंगा, तब तक मैं अपने परमेश्वर का भजन गाता रहूंगा।
Psalms 146:3 तुम प्रधानों पर भरोसा न रखना, न किसी आदमी पर, क्योंकि उस में उद्धार करने की भी शक्ति नहीं।
Psalms 146:4 उसका भी प्राण निकलेगा, वही भी मिट्टी में मिल जाएगा; उसी दिन उसकी सब कल्पनाएं नाश हो जाएंगी।
Psalms 146:5 क्या ही धन्य वह है, जिसका सहायक याकूब का ईश्वर है, और जिसका भरोसा अपने परमेश्वर यहोवा पर है।
Psalms 146:6 वह आकाश और पृथ्वी और समुद्र और उन में जो कुछ है, सब का कर्ता है; और वह अपना वचन सदा के लिये पूरा करता रहेगा।
Psalms 146:7 वह पिसे हुओं का न्याय चुकाता है; और भूखों को रोटी देता है। यहोवा बन्धुओं को छुड़ाता है;
Psalms 146:8 यहोवा अन्धों को आंखें देता है। यहोवा झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है; यहोवा धर्मियों से प्रेम रखता है।
Psalms 146:9 यहोवा परदेशियों की रक्षा करता है; और अनाथों और विधवा को तो सम्भालता है; परन्तु दुष्टों के मार्ग को टेढ़ा मेढ़ा करता है।
Psalms 146:10 हे सिय्योन, यहोवा सदा के लिये, तेरा परमेश्वर पीढ़ी पीढ़ी राज्य करता रहेगा। याह की स्तुति करो!

एक साल में बाइबल: 
  • ओबद्याह
  • प्रकाशितवाक्य 9



मंगलवार, 17 दिसंबर 2019

नम्रता



      जीवन की परेशानियां हमें चिड़चिड़ा और तुनक मिज़ाज़ बना सकती हैं, परन्तु इस प्रकार के बुरे व्यवहार के लिए हमें बहानों के पीछे छिपने के प्रयास नहीं करने चाहिएं क्योंकि ऐसे व्यवहार से हमारे आस-पास दुःख का वातावरण रहता है तथा यह उन्हें, जिनसे हम प्रेम करते हैं, निराश कर सकता है। जब तक कि हम मनोहर रहना नहीं सीख लेते हैं, हम औरों के प्रति अपने कर्तव्य को पूर्ण नहीं करते हैं।

      परमेश्वर के वचन बाइबल के नए नियम खंड में उस गुण को एक नाम दिया गया है जो हमारे इस प्रकार से अप्रिय होने को सुधारता है; वह सद्गुण है नम्रता। नम्रता वह गुण है जो एक दयालु और अनुग्रही आत्मा को दिखाता है। इफिसियों 4:2 हमें स्मरण करवाता है कि “सारी दीनता और नम्रता सहित, और धीरज धरकर प्रेम से एक दूसरे की सह लो।”

      नम्रता में होकर हम अपनी सीमाओं और दुखों को स्वीकार करते हुए, अपने क्रोध या खिसियाहट को किसी अन्य पर नहीं निकालते हैं। इसी के द्वारा हम छोटी से छोटी सेवा के लिए भी कृतज्ञ होना जानते हैं और जो हमारी सेवा करने में कुछ कमी भी रखते हैं, हम उनके प्रति भी सहनशील रहते हैं। नम्रता के कारण हम परेशान करने वालों को भी सहन कर लेते हैं – विशेषकर उन्हें जो शोर मचाने वाले हैं या उपद्रवी हैं, जैसे कि बच्चे; क्योंकि बच्चों के प्रति सहनशील तथा दयालु रहना एक भले और नम्र व्यक्ति की पहचान है। नम्रता भड़काए जाने पर भी उत्तेजित होकर व्यवहार नहीं करती है, वरन ऐसे में भी धीमी शांत आवाज़ में बात करती है, और वह शांत भी रह सकते है क्योंकि कभी-कभी शान्ति बनाए रखना ही कठोर और कडुवे शब्दों का सबसे उपयुक्त प्रत्युत्तर होता है।

      प्रभु यीशु मसीह ने कहा “मुझ से सीखो; क्योंकि मैं नम्र और मन में दीन हूं: और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे” (मत्ती 11:29)। यदि हम अपने जीवन प्रभु को समर्पित करें और उसे अनुमति दें, तो वह अंश-अंश करके हमें अपने स्वरूप में बदलता चला जाएगा (2 कुरिन्थियों 3:18)। स्कॉटलैंड के एक लेखक जॉर्ज मैकडौनल्ड ने कहा है, “[परमेश्वर] हमसे बातचीत का ऐसी कोई भी ऐसा लहज़ा नहीं सुनेगा जिससे किसी दूसरे को धक्का लगे, कोई ऐसा शब्द जो किसी के दिल को दुखाए ... ऐसे और अन्य सभी पापों से हमें छुड़ाने के लिए ही प्रभु यीशु ने इस पृथ्वी पर जन्म लिया था।” – डेविड रोपर

परमेश्वर के प्रति विनम्र और समर्पित रहना, हमें औरों के प्रति दीन बनाएगा।

जैसा मसीह यीशु का स्‍वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्‍वभाव हो। - फिलिप्पियों 2:5

बाइबल पाठ: इफिसियों 4:1-6
Ephesians 4:1 सो मैं जो प्रभु में बन्‍धुआ हूं तुम से बिनती करता हूं, कि जिस बुलाहट से तुम बुलाए गए थे, उसके योग्य चाल चलो।
Ephesians 4:2 अर्थात सारी दीनता और नम्रता सहित, और धीरज धरकर प्रेम से एक दूसरे की सह लो।
Ephesians 4:3 और मेल के बन्ध में आत्मा की एकता रखने का यत्‍न करो।
Ephesians 4:4 एक ही देह है, और एक ही आत्मा; जैसे तुम्हें जो बुलाए गए थे अपने बुलाए जाने से एक ही आशा है।
Ephesians 4:5 एक ही प्रभु है, एक ही विश्वास, एक ही बपतिस्मा।
Ephesians 4:6 और सब का एक ही परमेश्वर और पिता है, जो सब के ऊपर और सब के मध्य में, और सब में है।

एक साल में बाइबल: 
  • अमोस 7-9
  • प्रकाशितवाक्य 8



सोमवार, 16 दिसंबर 2019

बड़ा और छोटा



      हम कार चलाते हुए उत्तरी मिशिगन से होकर निकल रहे थे, कि मेरी पत्नि मार्लीन ने आश्चर्यचकित होकर कहा “विशवास नहीं होता है कि हमारा संसार इतना बड़ा है!” उसने या टिप्पणी तब की जब हमने उस संकेत को पार किया जो भूमध्य रेखा और उत्तरी ध्रुव के मध्य की दूरी के बीच में स्थित समानान्तर की रेखा को दिखाता है। हम आपस में बात करते रहे कि हमारा संसार कितना बड़ा है और हम कितने छोटे हैं। फिर भी सृष्टि की तुलना में हमारा छोटा सा गृह धूल के एक कण के समान है।

      यदि हमारा संसार बड़ा है, और जगत उससे भी कहीं अधिक बड़ा है, तो वह कितना बड़ा होगा जिसने अपनी सामर्थ्य से इस सब की सृष्टि की? परमेश्वर का वचन बाइबल हमें बताती है कि “क्योंकि उसी [प्रभु यीशु] में सारी वस्‍तुओं की सृष्‍टि हुई, स्वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्या सिंहासन, क्या प्रभुतांए, क्या प्रधानताएं, क्या अधिकार, सारी वस्तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं” (कुलुस्सियों 1:16)।

      यह एक अच्छा समाचार है क्योंकि जिस प्रभु यीशु ने इस जगत की सृष्टि की, वही हमें हमारे पापों से सदा कल के लिए छुड़ाने के लिए आया है। अपनी मृत्यु से पहले की रात्रि को प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों से कहा, “मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि तुम्हें मुझ में शान्‍ति मिले; संसार में तुम्हें क्‍लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बांधो, मैं ने संसार को जीन लिया है” (यूहन्ना 16:33)।

      जब हम मसीही विश्वासी जीवन की छोटी – बड़ी चुनौतियों का सामना करते हैं, तो हम उसे पुकारते हैं जिसने इस सृष्टि की रचना की, तथा जो हमारे लिए मारा गया और फिर तीसरे दिन जी भी उठा, और जिसने इस संसार के पाप के टूटेपन पर विजय प्राप्त की। हमारी हर परिस्थिति में वह अपनी शान्ति हमें देता है। वह बड़ा परमेश्वर हमारी छोटी समस्याओं में भी हमारे साथ होता है। - बिल क्राउडर

परमेश्वर का अनुग्रह असीमित है, उसकी करुणा अपार है, और उसकी शान्ति अवर्णनीय है।

मैं तुम्हें शान्‍ति दिए जाता हूं, अपनी शान्‍ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे। - यूहन्ना 14:27

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 1:12-17
Colossians 1:12 और पिता का धन्यवाद करते रहो, जिसने हमें इस योग्य बनाया कि ज्योति में पवित्र लोगों के साथ मीरास में समभागी हों।
Colossians 1:13 उसी ने हमें अन्धकार के वश से छुड़ाकर अपने प्रिय पुत्र के राज्य में प्रवेश कराया।
Colossians 1:14 जिस में हमें छुटकारा अर्थात पापों की क्षमा प्राप्त होती है।
Colossians 1:15 वह तो अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप और सारी सृष्‍टि में पहिलौठा है।
Colossians 1:16 क्योंकि उसी में सारी वस्‍तुओं की सृष्‍टि हुई, स्वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्या सिंहासन, क्या प्रभुतांए, क्या प्रधानताएं, क्या अधिकार, सारी वस्तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं।
Colossians 1:17 और वही सब वस्‍तुओं में प्रथम है, और सब वस्तुएं उसी में स्थिर रहती हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • अमोस 4-6
  • प्रकाशितवाक्य 7



रविवार, 15 दिसंबर 2019

आशा



      सन 2017 में ‘स्टार वार्स’ फिल्म श्रंखला के चाहने वाले उत्सुकता के साथ उसके आठवीं कड़ी, ‘द लास्ट जेड्डाई’ के ज़ारी किए जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे। आलोचकों ने 1977 से चली आ रही इस फिल्म श्रंखला की अद्भुत सफलता का विश्लेषण किया। सी.एन.एन. मनि के लिए मीडिया रिपोर्टर फ्रैंक पलोटा ने कहा कि ‘स्टार वार्स’ उन सब के साथ संपर्क साधती है जो “एक नई आशा और अच्छाई के एक बल की इच्छा रखते हैं, इस ऐसे समय में जब संसार को नायकों की आवश्यकता है।”

      प्रभु यीशु मसीह के जन्म के समय, इस्राएल के लोग शोषित थे तथा सताव झेल रहे थे, और अपने लंबे समय से प्रतिज्ञा किए हुए मसीहा की प्रतीक्षा कर रहे थे। बहुतेरों की आशा थी कि एक नायक आएगा जो उन्हें रोमी अत्याचार से छुड़ाएगा; परन्तु प्रभु यीशु किसी सैन्य अथवा राजनितिक नायक के रूप में नहीं आए। वरन उन्होंने एक शिशु के रूप में बैत्लेहम में जन्म लिया। इस कारण से बहुतेरों ने उनके सच्चे स्वरूप को नहीं पहचाना। परमेश्वर के वचन बाइबल में, प्रेरित यूहन्ना ने उनके लिए लिखा, “वह अपने घर आया और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया” (यूहन्ना 1:11)।

      नायक से भी बढ़कर, प्रभु यीशु हमारे मुक्तिदाता बनाकर आए थे। उनका जन्म परमेश्वर की ज्योति को पाप के अन्धकार से भरे संसार में पहुंचाने के लिए, तथा अपने प्राण बलिदान देने के लिए हुआ था, जिससे जो कोई भी उनपर विश्वास लाए, वह पापों से क्षमा और अनन्त जीवन पाए, तथा पापों के दुष्प्रभाव से मुक्त हो जाए। यूहन्ना ने उन्हें “और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण हो कर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा” (पद 14) कहा। निःसंदेह, प्रभु यीशु मसीह ही वह एकमात्र सच्ची आशा हैं, जिसकी संसार को आवश्यकता है। - डेविड मैक्कैसलैंड

बैतलहम में परमेश्वर ने दिखाया कि प्रेम का अर्थ है देना।

परमेश्वर ने अपने पुत्र को जगत में इसलिये नहीं भेजा, कि जगत पर दंड की आज्ञा दे परन्तु इसलिये कि जगत उसके द्वारा उद्धार पाए। जो उस पर विश्वास करता है, उस पर दंड की आज्ञा नहीं होती, परन्तु जो उस पर विश्वास नहीं करता, वह दोषी ठहर चुका; इसलिये कि उसने परमेश्वर के एकलौते पुत्र के नाम पर विश्वास नहीं किया। - यूहन्ना 3:17-18

बाइबल पाठ: यूहन्ना 1:1-5, 9-14
John 1:1 आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था।
John 1:2 यही आदि में परमेश्वर के साथ था।
John 1:3 सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उस में से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई।
John 1:4 उस में जीवन था; और वह जीवन मुनष्यों की ज्योति थी।
John 1:5 और ज्योति अन्धकार में चमकती है; और अन्धकार ने उसे ग्रहण न किया।
John 1:9 सच्ची ज्योति जो हर एक मनुष्य को प्रकाशित करती है, जगत में आनेवाली थी।
John 1:10 वह जगत में था, और जगत उसके द्वारा उत्पन्न हुआ, और जगत ने उसे नहीं पहिचाना।
John 1:11 वह अपने घर आया और उसके अपनों ने उसे ग्रहण नहीं किया।
John 1:12 परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं।
John 1:13 वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं।
John 1:14 और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण हो कर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा।

एक साल में बाइबल: 
  • अमोस 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 6