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सोमवार, 13 मई 2019

चिंता



      जब मैं और मेरे पति प्रकृति का अवलोकन करने के लिए पैदल यात्रा पर निकलते हैं, तो हम अपने कैमरे भी साथ ले जाते हैं, और हमारे क़दमों में उगने वाले पौधों की तस्वीरें खींचते हैं जिनमें वे पौधे निकटता से और आवर्धित हुए दिखाई देते हैं। उस बढ़े हुए स्वरूप में वे एक अलग ही रूप प्रस्तुत करते हैं। उस रूप में हमें एक अद्भुत विविधता और सुंदरता दिखाई देती है। वे कुकुरमुत्ते भी, जो रात-ही-रात में उग आते हैं और जंगल में अपनी नारंगी, लाल और पीले चटकीले रंगों की छटा बिखेर देते हैं, उनमें भी एक अद्भुत सुन्दरता दिखाई देती है।

      जीवन की विविधता की तस्वीरें जो हमारे चारों ओर बनी रहती हैं, हमें प्रेरणा देती हैं कि हम उस सृष्टिकर्ता की ओर अपनी आँखें उठाएँ जो न केवल उन कुकरमुत्तों का वरन आकाश के सितारों का भी सृष्टिकर्ता है। उसने अनन्त विस्तार और विवधता के सँसार की कल्पना की और मुझे तथा आपको भी बनाया और इस सुंदरता में हमें रखा है, कि हम उसका आनन्द लें और उस पर अधिकार रखें (उत्पत्ति 1:27-28; भजन 8:6-8)।

      मेरा ध्यान परमेश्वर के वचन बाइबल में दिए गए भजनों की ओर जाता है है; जिनमें से एक भजन में लिखा है, “हे यहोवा हमारे प्रभु, तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है! तू ने अपना वैभव स्वर्ग पर दिखाया है। तू ने अपने बैरियों के कारण बच्चों और दूध पिउवों के द्वारा सामर्थ्य की नेव डाली है, ताकि तू शत्रु और पलटा लेने वालों को रोक रखे। जब मैं आकाश को, जो तेरे हाथों का कार्य है, और चंद्रमा और तरागण को जो तू ने नियुक्त किए हैं, देखता हूं; तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे, और आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले?” (भजन 8:1-4)।

      यह कितना अद्भुत है कि वह महान परमेश्वर जिसने इस इतने भव्य सँसार को बनाया है और संचालित करता है, वह मेरी और आपकी भी देखभाल तथा चिंता करता है। - एलीसन कीडा


परमेश्वर जिसने हमारी तथा सँसार की रचना करने की है, 
वही हमारी देखभाल भी करता है – फिलिप यैन्सी

तब परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया, अपने ही स्वरूप के अनुसार परमेश्वर ने उसको उत्पन्न किया, नर और नारी कर के उसने मनुष्यों की सृष्टि की। और परमेश्वर ने उन को आशीष दी: और उन से कहा, फूलो-फलो, और पृथ्वी में भर जाओ, और उसको अपने वश में कर लो; और समुद्र की मछलियों, तथा आकाश के पक्षियों, और पृथ्वी पर रेंगने वाले सब जन्तुओ पर अधिकार रखो। - उत्पत्ति 1:27-28

बाइबल पाठ: भजन 8:1-9
Psalms 8:1 हे यहोवा हमारे प्रभु, तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है! तू ने अपना वैभव स्वर्ग पर दिखाया है।
Psalms 8:2 तू ने अपने बैरियों के कारण बच्चों और दूध पिउवों के द्वारा सामर्थ्य की नेव डाली है, ताकि तू शत्रु और पलटा लेने वालों को रोक रखे।
Psalms 8:3 जब मैं आकाश को, जो तेरे हाथों का कार्य है, और चंद्रमा और तरागण को जो तू ने नियुक्त किए हैं, देखता हूं;
Psalms 8:4 तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे, और आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले?
Psalms 8:5 क्योंकि तू ने उसको परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है, और महिमा और प्रताप का मुकुट उसके सिर पर रखा है।
Psalms 8:6 तू ने उसे अपने हाथों के कार्यों पर प्रभुता दी है; तू ने उसके पांव तले सब कुछ कर दिया है।
Psalms 8:7 सब भेड़- बकरी और गाय- बैल और जितने वनपशु हैं,
Psalms 8:8 आकाश के पक्षी और समुद्र की मछलियां, और जितने जीव- जन्तु समुद्रों में चलते फिरते हैं।
Psalms 8:9 हे यहोवा, हे हमारे प्रभु, तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है।

एक साल में बाइबल:  
  • 2 राजा 17-18
  • यूहन्ना 3:19-36