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सोमवार, 12 अगस्त 2019

धन्यवादी



      ऑस्ट्रेलिया में एक शहर से दूसरे तक गाड़ी चलाकर जाने में घंटों लग सकते हैं, जिससे होने वाली थकान के कारण दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए छुट्टियों के व्यस्त समयों में मुख्य राजमार्गों पर विश्राम के स्थान बनाए जाते हैं जहाँ स्वयंसेवी लोगों मुफ्त कॉफी भी देते हैं। वहाँ पर हमारी लंबी यात्राओं में हम इन विश्राम-स्थलों पर रुक कर उनका आनन्द लिया करता थे।

      ऐसी ही एक यात्रा में हम एक विश्राम स्थान पर रुके और अन्दर जाकर अपने लिए कॉफी की माँग की। एक स्वयंसेवक ने हमें दो कप कॉफी पकड़ाई, और मुझसे दो डॉलर देने के लिए कहा। मैंने उससे पूछा कि ऐसा क्यों? तो उसने वहाँ लगे सूचना-पट पर छोटे अक्षरों में लिखी सूचना की ओर संकेत किया, जहाँ लिखा हुआ था कि कॉफी गाड़ी चलाने वाले के लिए तो मुफ्त है, परन्तु अन्य सभी यात्रियों को कॉफी के लिए पैसे देने होंगे। मैं इससे नाराज़ हुआ और उससे कहा कि यह गलत है, उसे दो डॉलर दिए और बाहर अपनी कार को चला गया। कार में मेरी पत्नि ने मुझे मेरी गलती का ध्यान दिलाया – मैंने एक उपहार को अपना व्यक्तिगत अधिकार समझ लिया था, और जो मुझे दिया जा रहा था उसके लिए धन्यवादी होने की बजाए नाराज़ हो रहा था। मेरी पत्नि का कहना सही था।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में लिखा है कि जब इस्राएली वाचा किए हुए देश में प्रवेश करने पर थे, तो मूसा ने उनसे आग्रह किया कि वे परमेश्वर के प्रति धन्यवादी रहने वाले लोग बनें (व्यवस्थाविवरण 8:10)। परमेश्वर की आशीष के कारण उस देश में बहुतायत थी, परन्तु वे लोग इस संपन्नता को सरलता से अपना अधिकार समझने की गलती कर सकते थे (पद 17-18)। मूसा द्वारा कही गई इस बात से इस्राएलियों ने प्रत्येक भोजन के समय परमेश्वर को उसके लिए धन्यवाद कहना आरंभ किया, चाहे भोजन कितना भी थोड़ा क्यों न हो। उनके लिए वह परमेश्वर से मिला उपहार ही था।

      मैं वापस अन्दर उस विश्राम-स्थान में गया और अपने व्यवहार के लिए क्षमा माँगी। कॉफी का वह मुफ्त कप एक उपहार था, मेरा अधिकार नहीं – और मैंने उसके लिए अपना धन्यवाद व्यक्त किया। - शेरिडन वौएसे


हर छोटी से छोटी बात के लिए भी परमेश्वर के धन्यवादी रहो।

किसी भी बात की चिन्‍ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं। - फिलिप्पियों 4:6

बाइबल पाठ:  व्यवस्थाविवरण 8:6-18
Deuteronomy 8:6 इसलिये अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं का पालन करते हुए उसके मार्गों पर चलना, और उसका भय मानते रहना।
Deuteronomy 8:7 क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे एक उत्तम देश में लिये जा रहा है, जो जल की नदियों का, और तराइयों और पहाड़ों से निकले हुए गहिरे गहिरे सोतों का देश है।
Deuteronomy 8:8 फिर वह गेहूं, जौ, दाखलताओं, अंजीरों, और अनारों का देश है; और तेलवाली जलपाई और मधु का भी देश है।
Deuteronomy 8:9 उस देश में अन्न की महंगी न होगी, और न उस में तुझे किसी पदार्थ की घटी होगी; वहां के पत्थर लोहे के हैं, और वहां के पहाड़ों में से तू तांबा खोदकर निकाल सकेगा।
Deuteronomy 8:10 और तू पेट भर खाएगा, और उस उत्तम देश के कारण जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देगा उसका धन्य मानेगा।
Deuteronomy 8:11 इसलिये सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि अपने परमेश्वर यहोवा को भूलकर उसकी जो जो आज्ञा, नियम, और विधि, मैं आज तुझे सुनाता हूं उनका मानना छोड़ दे;
Deuteronomy 8:12 ऐसा न हो कि जब तू खाकर तृप्त हो, और अच्छे अच्छे घर बनाकर उन में रहने लगे,
Deuteronomy 8:13 और तेरी गाय-बैलों और भेड़-बकरियों की बढ़ती हो, और तेरा सोना, चांदी, और तेरा सब प्रकार का धन बढ़ जाए,
Deuteronomy 8:14 तब तेरे मन में अहंकार समा जाए, और तू अपने परमेश्वर यहोवा को भूल जाए, जो तुझ को दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है,
Deuteronomy 8:15 और उस बड़े और भयानक जंगल में से ले आया है, जहां तेज विष वाले सर्प और बिच्छू हैं, और जलरहित सूखे देश में उसने तेरे लिये चकमक की चट्ठान से जल निकाला,
Deuteronomy 8:16 और तुझे जंगल में मन्ना खिलाया, जिसे तुम्हारे पुरखा जानते भी न थे, इसलिये कि वह तुझे नम्र बनाए, और तेरी परीक्षा कर के अन्त में तेरा भला ही करे।
Deuteronomy 8:17 और कहीं ऐसा न हो कि तू सोचने लगे, कि यह सम्पत्ति मेरे ही सामर्थ्य और मेरे ही भुजबल से मुझे प्राप्त हुई।
Deuteronomy 8:18 परन्तु तू अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण रखना, क्योंकि वही है जो तुझे सम्पति प्राप्त करने का सामर्थ्य इसलिये देता है, कि जो वाचा उसने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर बान्धी थी उसको पूरा करे, जैसा आज प्रगट है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 84-86
  • रोमियों 12