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रविवार, 8 दिसंबर 2019

अनुग्रह



      मैं हाई स्कूल का विद्यार्थी था, और कुछ काम भी किया करता था। एक शनिवार की प्रातः, मैं अपने कार्यस्थल पर, जो कि एक खेलने का स्थान था, जल्दी पहुँचने के लिए आतुर था। पिछली संध्या मैं देर तक काम करता रहा था, फर्श की सफाई करता रहा था क्योंकि सफाई कर्मचारी बीमार होने के कारण नहीं आया था। मैंने मालिक को सफाई कर्मचारी के बारे में नहीं बताया, क्योंकि मैं उन्हें चकित करना चाहता था; और मैंने सोचा कि इससे क्या गलत हो जाएगा?

      जैसा मैंने जाना, बहुत कुछ गलत हो सकता था और हुआ।

      जैसे ही मैं कार्यस्थल पर पहुँचकर दरवाज़े के अन्दर घुसा, मैंने देखा कि फर्श पर कुछ इंच तक पानी भरा हुआ था, और उस पानी में वहाँ का बहुत सा सामान तैर रहा था। तब मुझे ध्यान आया कि मैंने क्या गलती कर दी थी – फर्श को साफ़ करते समय, मैंने पानी भरने के लिए जिस नल को खोला था, उसे मैं रात भर खुला ही छोड़ आया था! लेकिन बहुत अचरज की बात थी कि मेरे मालिक ने मेरा स्वागत एक बड़ी सी मुस्कराहट और मुझे गले लगाने के साथ किया – “तुमने प्रयास तो किया”, उन्होंने कहा।

      हम परमेश्वर के वचन बाइबल में शाऊल के बारे में देखते हैं कि वह मसीही विश्वासियों का पीछा करने और उन्हें सताने में लगा हुआ था (प्रेरितों 9:1-2), और जब इसी के लिए वह दमिश्क जा रहा था, तो उसका सामना प्रभु यीशु मसीह से हुआ (पद 3-4)। प्रभु यीशु ने इस शीघ्र ही ‘पौलुस प्रेरित’ के नाम से जाने जानेवाले व्यक्ति का सामना उसके पापों से करवाया। उस अनुभव में शाऊल/पौलुस अंधा हो गया, और परमेश्वर ने हनन्याह नामक एक मसीही विश्वासी को भेजकर, उसके द्वारा पौलुस को उसकी दृष्टि वापस की, जो कि परमेश्वर द्वारा पौलुस के प्रति दिखाया गया अनुग्रह का कार्य था (पद 17)।

      मुझे और शाऊल दोनों को ही अनपेक्षित अनुग्रह प्राप्त हुआ। अधिकाँश लोग जानते हैं कि उनके जीवन बिगड़े हुए हैं। उन्हें सुधरने के लिए भाषणों की बजाए छुटकारे के लिए एक आशा की आवश्यकता है। कठोर चेहरे और तीक्षण शब्द उस उन्हें उस आशा को देख पाने में बाधा हो सकते हैं। हनन्याह, या मेरे मालिक के समान, प्रभु यीशु मसीह के अनुयायियों को भी इन लोगों के जीवन परिवर्तित करने में सहायक होने के लिए, उनके लिए अनुग्रह का रूप बनना चाहिए। - रैंडी किल्गोर

एक मसीही के अनुग्रहपूर्ण कार्य, 
किसी के लिए उद्धारकर्ता तक पहुँचने के मार्ग को सरल बना सकते हैं।

इसलिये अपनी और पूरे झुंड की चौकसी करो; जिस से पवित्र आत्मा ने तुम्हें अध्यक्ष ठहराया है; कि तुम परमेश्वर की कलीसिया की रखवाली करो, जिसे उसने अपने लोहू से मोल लिया है। - प्रेरितों 20:28

बाइबल पाठ: प्रेरितों 9:1-19
Acts 9:1 और शाऊल जो अब तक प्रभु के चेलों को धमकाने और घात करने की धुन में था, महायाजक के पास गया।
Acts 9:2 और उस से दमिश्क के अराधनालयों के नाम पर इस अभिप्राय की चिट्ठियां मांगी, कि क्या पुरूष, क्या स्त्री, जिन्हें वह इस पंथ पर पाए उन्हें बान्‍ध कर यरूशलेम में ले आए।
Acts 9:3 परन्तु चलते चलते जब वह दमिश्क के निकट पहुंचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी।
Acts 9:4 और वह भूमि पर गिर पड़ा, और यह शब्द सुना, कि हे शाऊल, हे शाऊल, तू मुझे क्यों सताता है?
Acts 9:5 उसने पूछा; हे प्रभु, तू कौन है? उसने कहा; मैं यीशु हूं; जिसे तू सताता है।
Acts 9:6 परन्तु अब उठ कर नगर में जा, और जो कुछ करना है, वह तुझ से कहा जाएगा।
Acts 9:7 जो मनुष्य उसके साथ थे, वे चुपचाप रह गए; क्योंकि शब्द तो सुनते थे, परन्तु किसी को दखते न थे।
Acts 9:8 तब शाऊल भूमि पर से उठा, परन्तु जब आंखे खोलीं तो उसे कुछ दिखाई न दिया और वे उसका हाथ पकड़के दमिश्क में ले गए।
Acts 9:9 और वह तीन दिन तक न देख सका, और न खाया और न पीया।
Acts 9:10 दमिश्क में हनन्याह नाम एक चेला था, उस से प्रभु ने दर्शन में कहा, हे हनन्याह! उसने कहा; हां प्रभु।
Acts 9:11 तब प्रभु ने उस से कहा, उठ कर उस गली में जा जो सीधी कहलाती है, और यहूदा के घर में शाऊल नाम एक तारसी को पूछ ले; क्योंकि देख, वह प्रार्थना कर रहा है।
Acts 9:12 और उसने हनन्याह नाम एक पुरूष को भीतर आते, और अपने ऊपर आते देखा है; ताकि फिर से दृष्टि पाए।
Acts 9:13 हनन्याह ने उत्तर दिया, कि हे प्रभु, मैं ने इस मनुष्य के विषय में बहुतों से सुना है, कि इस ने यरूशलेम में तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी बड़ी बुराईयां की हैं।
Acts 9:14 और यहां भी इस को महायाजकों की ओर से अधिकार मिला है, कि जो लोग तेरा नाम लेते हैं, उन सब को बान्‍ध ले।
Acts 9:15 परन्तु प्रभु ने उस से कहा, कि तू चला जा; क्योंकि यह, तो अन्यजातियों और राजाओं, और इस्त्राएलियों के साम्हने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है।
Acts 9:16 और मैं उसे बताऊंगा, कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा दुख उठाना पड़ेगा।
Acts 9:17 तब हनन्याह उठ कर उस घर में गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, हे भाई शाऊल, प्रभु, अर्थात यीशु, जो उस रास्‍ते में, जिस से तू आया तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है, कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।
Acts 9:18 और तुरन्त उस की आंखों से छिलके से गिरे, और वह देखने लगा और उठ कर बपतिस्मा लिया; फिर भोजन कर के बल पाया।
Acts 9:19 और वह कई दिन उन चेलों के साथ रहा जो दमिश्क में थे।

एक साल में बाइबल: 
  • दानिय्येल 8-10
  • 3 यूहन्ना