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रविवार, 31 मई 2020

पीड़ा



     उस ऊँची हृदय विदारक पुकार ने दोपहर के अंधियारे को बेध दिया। मैं कल्पना कर सकता हूँ कि उस आवाज़ ने यीशु के पांवों के निकट खड़े उन के प्रिय जनों के विलाप, और साथ में टंगे अपराधियों की आहों की आवाज़ को भी दबा दिया होगा, तथा सभी सुनने वालों को स्तब्ध कर दिया होगा। यीशु ने बड़ी पीड़ा में उस क्रूस पर टंगे हुए पुकारा, “एली, एली, लमा शबक्तनीहे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर टू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?” (मत्ती 27:45-46) जो उनके एकाकीपन की वेदना को व्यक्त कर रहा था।

     मैं इस से अधिक हृदय विदारक शब्दों की कल्पना भी नहीं कर सकता हूँ। अनन्तकाल से प्रभु यीशु पिता परमेश्वर के साथ सिद्ध सहभागिता में रहे थे, उन्होंने साथ मिलाकर इस सृष्टि की रचना की थी, मनुष्य को अपने स्वरूप में रचा था, और उद्धार के मार्ग की योजना बनाई थी। अभी तक एक भी ऐसा पल नहीं था जिसमें वे एक दूसरे से अलग हुए हों।

     किन्तु अब क्रूस पर टंगे होने की पीड़ा के साथ, प्रभु यीशु ने पहली बार परमेश्वर की अपने साथ उपस्थिति के न होने की वेदना को भी अनुभव किया, क्योंकि अब उन्होंने समस्त मानव-जाति के सभी पापों को अपने ऊपर ले लिया था, मनुष्यों के पापों को अपने ऊपर लेकर वे पाप बन गए थे, और इस दशा में परमेश्वर पिता ने उन से अपना मुँह फेर लिया था।

     यही एक मात्र मार्ग था। केवल उन की परमेश्वर के साथ की इस सहभागिता के टूटने के द्वारा ही हम मनुष्यों का उद्धार और परमेश्वर से मेल-मिलाप का मार्ग बन कर तैयार हो सकता था। क्योंकि प्रभु यीशु क्रूस की उस पीड़ा और परमेश्वर से सहभागिता टूटने की वेदना को सहने के लिए तैयार थे, इस लिए आज हम मसीही विश्वासी, वे जिन्होंने प्रभु के क्रूस पर किए गए इस कार्य को स्वीकार किया है, उन से अपने पापों की क्षमा मांग कर, अपना जीवन उन्हें समर्पित कर दिया है, परमेश्वर के साथ अनन्तकाल की सहभागिता का आनन्द ले सकते हैं।

     प्रभु यीशु आपका कोटि-कोटि धन्यवाद हो हमारे क्षमा के लिए उस हृदय विदारक पीड़ा सहना स्वीकार करने के लिए। - डेव ब्रैनन

क्रूस पाप में खोए हुए मनुष्यों के लिए परमेश्वर के प्रेम को प्रकट करता है।

जो पाप से अज्ञात था, उसी को उसने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में हो कर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं। - 2 कुरिन्थियों 5:21

बाइबल पाठ: मत्ती 27:32-50
मत्ती 27:32 बाहर जाते हुए उन्हें शमौन नाम एक कुरेनी मनुष्य मिला, उन्होंने उसे बेगार में पकड़ा कि उसका क्रूस उठा ले चले।
मत्ती 27:33 और उस स्थान पर जो गुलगुता नाम की जगह अर्थात खोपड़ी का स्थान कहलाता है पहुंचकर।
मत्ती 27:34 उन्होंने पित्त मिलाया हुआ दाखरस उसे पीने को दिया, परन्तु उसने चखकर पीना न चाहा।
मत्ती 27:35 तब उन्होंने उसे क्रूस पर चढ़ाया; और चिट्ठियां डालकर उसके कपड़े बांट लिए।
मत्ती 27:36 और वहां बैठकर उसका पहरा देने लगे।
मत्ती 27:37 और उसका दोषपत्र, उसके सिर के ऊपर लगाया, कि यह यहूदियों का राजा यीशु है
मत्ती 27:38 तब उसके साथ दो डाकू एक दाहिने और एक बाएं क्रूसों पर चढ़ाए गए।
मत्ती 27:39 और आने जाने वाले सिर हिला हिलाकर उस की निन्‍दा करते थे।
मत्ती 27:40 और यह कहते थे, कि हे मन्दिर के ढाने वाले और तीन दिन में बनाने वाले, अपने आप को तो बचा; यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो क्रूस पर से उतर आ।
मत्ती 27:41 इसी रीति से महायाजक भी शास्‍त्रियों और पुरनियों समेत ठट्ठा कर कर के कहते थे, इस ने औरों को बचाया, और अपने को नहीं बचा सकता।
मत्ती 27:42 यह तो इस्राएल का राजा है। अब क्रूस पर से उतर आए, तो हम उस पर विश्वास करें।
मत्ती 27:43 उसने परमेश्वर का भरोसा रखा है, यदि वह इस को चाहता है, तो अब इसे छुड़ा ले, क्योंकि इस ने कहा था, कि मैं परमेश्वर का पुत्र हूं
मत्ती 27:44 इसी प्रकार डाकू भी जो उसके साथ क्रूसों पर चढ़ाए गए थे उस की निन्‍दा करते थे।
मत्ती 27:45 दोपहर से ले कर तीसरे पहर तक उस सारे देश में अन्‍धेरा छाया रहा।
मत्ती 27:46 तीसरे पहर के निकट यीशु ने बड़े शब्द से पुकारकर कहा, एली, एली, लमा शबक्तनी अर्थात हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?
मत्ती 27:47 जो वहां खड़े थे, उन में से कितनों ने यह सुनकर कहा, वह तो एलिय्याह को पुकारता है।
मत्ती 27:48 उन में से एक तुरन्त दौड़ा, और स्‍पंज ले कर सिरके में डुबोया, और सरकण्‍डे पर रखकर उसे चुसाया।
मत्ती 27:49 औरों ने कहा, रह जाओ, देखें, एलिय्याह उसे बचाने आता है कि नहीं।
मत्ती 27:50 तब यीशु ने फिर बड़े शब्द से चिल्लाकर प्राण छोड़ दिए।   

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 13-14
  • यूहन्ना 12:1-26



शनिवार, 30 मई 2020

शब्द



     कुछ समय पहले मैंने अपनी पत्नी कैरी को मोबाइल फोन पर बोल कर लिखा गया एक सन्देश भेजा। मैं उसे उसके कार्य स्थल से लेने के लिए जा रहा था, और मैंने जो सन्देश भेजने के लिए बोला था, वह था, “हे वृद्धा, तुम कहाँ चाहोगी कि मैं पहुँच कर तुम्हें लेने के लिए मिलूँ?” कैरी को बुरा नहीं लगता है जब मैं उसे ‘old gal’ (हे वृद्धा) कहता हूँ – यह हमारा घर में, परस्पर प्रेम व्यक्त करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले उपनामों में से एक है। परन्तु मेरे फोन को ‘old gal’ समझ नहीं आया, और सन्देश में लिखा गया ‘old cow’ (बूढ़ी गाय), जो एक गाली के समान अपमानजनक शब्द है।

     सौभाग्य से कैरी तुरंत समझ गई कि क्या हुआ होगा, और उसने इसे मज़ाक के समान लिया। बाद में उसने मेरे इस सन्देश को, मेरी टांग खींचने के लिए, सोशल मीडिया पर भी डाला, और लोगों से पूछा “अब बताओ मुझे क्या करना चाहिए?” हम दोनों इसे लेकर हँसी-मज़ाक करते रहे।

     उस दिन मेरे सन्देश के भद्दे शब्द के प्रति मेरी पत्नी की प्रेम भरी प्रतिक्रिया ने मुझे हमारी प्रार्थनाओं के प्रति परमेश्वर की प्रेम तथा समझ से भरी प्रतिक्रिया के बारे में विचार करने पर विवश किया। जब हम प्रार्थना करते हैं तो हो सकता है कि हम अपने आप को ठीक से व्यक्त नहीं करने पाते हैं, या कभी-कभी हमें समझ भी नहीं होती है कि हम क्या मांगें। परन्तु क्योंकि हम मसीह यीशु के हैं, और हमारे अन्दर उसका पवित्र आत्मा निवास करता है, इसलिए “इसी रीति से आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है, क्योंकि हम नहीं जानते, कि प्रार्थना किस रीति से करना चाहिए; परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर भरकर जो बयान से बाहर है, हमारे लिये बिनती करता है” (रोमियों 8:26)। स्वयं परमेश्वर ही हमारे लिए प्रावधान करता है कि हमारी आवश्यकताएँ उस के समक्ष रखी जा सकें।

     हमारा स्वर्गीय पिता दूर खड़ा यह प्रतीक्षा नहीं करता रहता है कि हम सही शब्द लेकर उस के समक्ष प्रार्थना में प्रस्तुत हो सकें। हम अपनी प्रत्येक आवश्यकता के लिए निःसंकोच उस के समक्ष आ सकते हैं, आश्वस्त कि वह हमें प्रेम के साथ स्वीकार करता है, वह हमारे हर शब्द को समझता है। - जेम्स बैंक्स

परमेश्वर का प्रेम शब्दों से परे है।

हे यहोवा जैसी तुझ पर हमारी आशा है, वैसी ही तेरी करूणा भी हम पर हो। - भजन 33:22

बाइबल पाठ: रोमियों 8:22-27
रोमियों 8:22 क्योंकि हम जानते हैं, कि सारी सृष्टि अब तक मिलकर कराहती और पीड़ाओं में पड़ी तड़पती है।
रोमियों 8:23 और केवल वही नहीं पर हम भी जिन के पास आत्मा का पहिला फल है, आप ही अपने में कराहते हैं; और लेपालक होने की, अर्थात अपनी देह के छुटकारे की बाट जोहते हैं।
रोमियों 8:24 आशा के द्वारा तो हमारा उद्धार हुआ है परन्तु जिस वस्तु की आशा की जाती है जब वह देखने में आए, तो फिर आशा कहां रही? क्योंकि जिस वस्तु को कोई देख रहा है उस की आशा क्या करेगा?
रोमियों 8:25 परन्तु जिस वस्तु को हम नहीं देखते, यदि उस की आशा रखते हैं, तो धीरज से उस की बाट जोहते भी हैं।
रोमियों 8:26 इसी रीति से आत्मा भी हमारी दुर्बलता में सहायता करता है, क्योंकि हम नहीं जानते, कि प्रार्थना किस रीति से करना चाहिए; परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर भरकर जो बयान से बाहर है, हमारे लिये बिनती करता है।
रोमियों 8:27 और मनों का जांचने वाला जानता है, कि आत्मा की मनसा क्या है क्योंकि वह पवित्र लोगों के लिये परमेश्वर की इच्छा के अनुसार बिनती करता है।  

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 10-12
  • यूहन्ना 11:30-57



शुक्रवार, 29 मई 2020

केंद्र बिंदु



     हम जलपोत में यात्रा करने जा रहे थे। जैसे ही उस जलपोत ने चलना आरम्भ किया, मेरी बेटी की तबियत खराब होने लगी, उसे मितली आने लगी। थोड़ी ही देर में मैं भी वैसा ही अनुभव करने लगी। ऐसे में करने के लिए मुझे नाविकों द्वारा कही जाने वाली बात याद आई, “क्षितिज पर टकटकी लगाए रहो।”

     परमेश्वर के वचन बाइबल में हम लिखा पाते हैं कि क्षितिज का बनाने वाला (अय्यूब 26:10) जानता है कि जीवन में हमें विचलित और भयभीत करने वाले समय आएँगे। उन समयों में भी हम अपनी अनंत नियति के दूर किन्तु स्थिर बिंदु पर ध्यान केन्द्रित करने के द्वारा अपने दृष्टिकोण को सही कर सकते हैं।

     बाइबल में इब्रानियों के नाम लिखी पत्री का लेखक यह बात जानता था। उसने अपने पाठकों में एक निराशा की अनुभूति की; उन के मसीही विश्वास के कारण उन पर आए सताव ने उन में से अनेकों को बेघर कर दिया था। इस लिए उस ने उन्हें स्मरण कराया कि अन्य विश्वासी लोगों ने भी विकट परिस्थितियों को झेला था और बेघर भी रहे थे। उन्होंने इस सब को इस लिए सहन किया क्योंकि उन्हें कुछ और बेहतर के आशा थी।

     निर्वासित लोग होने के कारण, वे स्वर्गीय देश में स्थित उस नगर की बाट देख सकते थे जिसका रचयिता परमेश्वर है, वह स्थान जो परमेश्वर ने उन के लिए तैयार किया था (इब्रानियों 11:10, 14, 16)। इस लिए अपनी पत्री का समापन करते हुए लेखक अपने पाठकों से कहता है कि वे परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं पर अपने ध्यान केन्द्रित रखें, “क्योंकि यहां हमारा कोई स्थिर रहने वाला नगर नहीं, वरन हम एक आने वाले नगर की खोज में हैं” (इब्रानियों 13:14)।

     हमारी वर्तमान परेशानियाँ कुछ समय की हैं। हम “पृथ्वी पर परदेशी और बाहरी हैं” (11:13), लेकिन परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं के क्षितिज पर ध्यान केन्द्रित करने से हमें वह स्थिर केंद्र बिंदु मिलता है जो हमें विचलित नहीं होने देगा। - कीला ओकोआ

परमेश्वर पर ध्यान केन्द्रित कर करके स्थिर दृष्टिकोण प्राप्त करें।

हे प्रियों मैं तुम से बिनती करता हूं, कि तुम अपने आप को परदेशी और यात्री जान कर उस सांसारिक अभिलाषाओं से जो आत्मा से युद्ध करती हैं, बचे रहो। - 1 पतरस 2:11

बाइबल पाठ: इब्रानियों 11:8-16
इब्रानियों 11:8 विश्वास ही से इब्राहीम जब बुलाया गया तो आज्ञा मानकर ऐसी जगह निकल गया जिसे मीरास में लेने वाला था, और यह न जानता था, कि मैं किधर जाता हूं; तौभी निकल गया।
इब्रानियों 11:9 विश्वास ही से उसने प्रतिज्ञा किए हुए देश में जैसे पराए देश में परदेशी रह कर इसहाक और याकूब समेत जो उसके साथ उसी प्रतिज्ञा के वारिस थे, तम्बूओं में वास किया।
इब्रानियों 11:10 क्योंकि वह उस स्थिर नेव वाले नगर की बाट जोहता था, जिस का रचने वाला और बनाने वाला परमेश्वर है।
इब्रानियों 11:11 विश्वास से सारा ने आप बूढ़ी होने पर भी गर्भ धारण करने की सामर्थ पाई; क्योंकि उसने प्रतिज्ञा करने वाले को सच्चा जाना था।
इब्रानियों 11:12 इस कारण एक ही जन से जो मरा हुआ सा था, आकाश के तारों और समुद्र के तीर के बालू के समान, अनगिनित वंश उत्पन्न हुआ।
इब्रानियों 11:13 ये सब विश्वास ही की दशा में मरे; और उन्होंने प्रतिज्ञा की हुई वस्तुएं नहीं पाईं; पर उन्हें दूर से देखकर आनन्‍दित हुए और मान लिया, कि हम पृथ्वी पर परदेशी और बाहरी हैं।
इब्रानियों 11:14 जो ऐसी ऐसी बातें कहते हैं, वे प्रगट करते हैं, कि स्‍वदेश की खोज में हैं।
इब्रानियों 11:15 और जिस देश से वे निकल आए थे, यदि उस की सुधि करते तो उन्हें लौट जाने का अवसर था।
इब्रानियों 11:16 पर वे एक उत्तम अर्थात स्‍वर्गीय देश के अभिलाषी हैं, इसी लिये परमेश्वर उन का परमेश्वर कहलाने में उन से नहीं लजाता, सो उसने उन के लिये एक नगर तैयार किया है।  

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 7-9
  • यूहन्ना 11:1-29



गुरुवार, 28 मई 2020

स्मरण


     दो दशक तक अपने देश की सेवा एक हेलीकॉप्टर पायलेट हो कर करने के पश्चात, जेम्स अपने समुदाय में सेवा निवृत हो कर आया, कि एक शिक्षक बन कर समुदाय की सेवा कर सके। किन्तु उसे हेलीकॉप्टर उड़ाने का बहुत चाव था, इसलिए वह अपने स्थानीय अस्पताल के लिए लोगों को हेलीकॉप्टर से लाने-लेजाने का कार्य करने लग गया, और काफी आयु तक यह करता रहा।

     अब वह दिन आ गया जब हम सब उसे अंतिम विदाई देते। कब्रिस्तान में परिवार जन, मित्रगण, और वर्दी पहने हुए सह-कर्मी खड़े थे, और जेम्स के एक सहकर्मी ने रेडियो से उसके लिए अंतिम उड़ान की पुकार की। थोड़ी ही देर में हेलीकॉप्टर उड़ने की आवाज़ आने लगी, उस हेलीकॉप्टर ने कब्रिस्तान का एक चक्कर लगाया, कुछ देर जेम्स की कब्र पर स्थिर उड़ता रहा, और फिर वापस उड़ कर अस्पताल चला गया। वहाँ उपस्थित सभी लोगों की आँखें भर आईं, उपस्थित सेना के अधिकारियों की भी।

     परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि जब राजा शाऊल और उस का पुत्र योनातान युद्ध में मारे गए, और दाऊद को इस का पता चला, तो उसने उनके लिए एक विलापगीत लिखा, जो “धनुष गीत” (2 शमूएल 1:18) के नाम से परमेश्वर के वचन का अनन्तकाल के लिए भाग बन गया। दाऊद ने लिखा, “हे इस्राएल, तेरा शिरोमणि तेरे ऊंचे स्थान पर मारा गया। हाय, शूरवीर क्योंकर गिर पड़े हैं” (पद 19)। योनातान दाऊद का निकटतम मित्र और साथी योद्धा था। यद्यपि शाऊल दाऊद का शत्रु बन गया था और उस की जान लेने के प्रयास करता रहा था, फिर भी दाऊद ने दोनों को आदर दिया; उस ने लिखा, “...शाऊल के लिये रोओ...हे मेरे भाई योनातन, मैं तेरे कारण दु:खित हूँ...” (पद 24, 26)।

     सब से अच्छे से निभाए गए अंतिम विदाई के क्षण भी कितने कठिन होते हैं। परन्तु हम मसीही विश्वासियों के लिए, जाने वाले प्रिय जनों का स्मरण कटु नहीं मधुर होता है, क्योंकि हम जानते हैं कि यह सदा के लिए नहीं है; प्रभु में हमारी एक आशा है, और जो प्रभु में सो गए हैं वे सदा काल तक एक साथ रहने के लिए जागृत भी होंगे। वह समय आने तक, उन के स्मरण और प्रभु की आशा हमें सांत्वना देते हैं। - टिम गुस्ताफ्सन

जब हम उसकी सृष्टि के लोगों को आदर देते हैं, हम सृष्टिकर्ता को आदर देते हैं।

हे भाइयों, हम नहीं चाहते, कि तुम उनके विषय में जो सोते हैं, अज्ञान रहो; ऐसा न हो, कि तुम औरों के समान शोक करो जिन्हें आशा नहीं। क्योंकि यदि हम प्रतीति करते हैं, कि यीशु मरा, और जी भी उठा, तो वैसे ही परमेश्वर उन्हें भी जो यीशु में सो गए हैं, उसी के साथ ले आएगा। - 1 थिस्स्लुनीकियों 4:13-14

बाइबल पाठ: 2 शमूएल 1:17-27
2 शमूएल 1:17 (शाऊल और योनातन के लिये दाऊद का बनाया हुआ विलापगीत ) तब दाऊद ने शाऊल और उसके पुत्र योनातन के विषय यह विलापगीत बनाया,
2 शमूएल 1:18 और यहूदियों को यह धनुष नाम गीत सिखाने की आज्ञा दी; यह याशार नाम पुस्तक में लिखा हुआ है;
2 शमूएल 1:19 हे इस्राएल, तेरा शिरोमणि तेरे ऊंचे स्थान पर मारा गया। हाय, शूरवीर क्योंकर गिर पड़े हैं!
2 शमूएल 1:20 गत में यह न बताओ, और न अश्कलोन की सड़कों में प्रचार करना; न हो कि पलिश्ती स्त्रियाँ आनन्दित हों, न हो कि खतनारहित लोगों की बेटियां गर्व करने लगें।
2 शमूएल 1:21 हे गिलबो पहाड़ो, तुम पर न ओस पड़े, और न वर्षा हो, और न भेंट के योग्य उपज वाले खेत पाए जाएं! क्योंकि वहां शूरवीरों की ढालें अशुद्ध हो गई। और शाऊल की ढाल बिना तेल लगाए रह गई।
2 शमूएल 1:22 जूझे हुओं के लोहू बहाने से, और शूरवीरों की चर्बी खाने से, योनातन का धनुष लौट न जाता था, और न शाऊल की तलवार छूछी फिर आती थी।
2 शमूएल 1:23 शाऊल और योनातन जीवनकाल में तो प्रिय और मनभाऊ थे, और अपनी मृत्यु के समय अलग न हुए; वे उकाब से भी वेग चलने वाले, और सिंह से भी अधिक पराक्रमी थे।
2 शमूएल 1:24 हे इस्राएली स्त्रियो, शाऊल के लिये रोओ, वह तो तुम्हें लाल रंग के वस्त्र पहिनाकर सुख देता, और तुम्हारे वस्त्रों के ऊपर सोने के गहने पहिनाता था।
2 शमूएल 1:25 हाय, युद्ध के बीच शूरवीर कैसे काम आए! हे योनातन, हे ऊंचे स्थानों पर जूझे हुए,
2 शमूएल 1:26 हे मेरे भाई योनातन, मैं तेरे कारण दु:खित हूँ; तू मुझे बहुत मनभाऊ जान पड़ता था; तेरा प्रेम मुझ पर अद्‌भुत, वरन स्त्रियों के प्रेम से भी बढ़कर था।
2 शमूएल 1:27 हाय, शूरवीर क्योंकर गिर गए, और युद्ध के हथियार कैसे नाश हो गए हैं!  

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 4-6
  • यूहन्ना 10:24-42


बुधवार, 27 मई 2020

व्यवाहरिक प्रेम



     मेरे पति को एक महीने के लिए काम से बाहर जाना पड़ा, और उन के जाने लगभग तुरंत बाद ही मेरे घर, मेरे काम, और मेरे बच्चों से संबंधित कार्यों ने मझे अभिभूत कर दिया। मुझे एक लेख लिख कर देना था, जिसकी समय सीमा सिर पर थी; आँगन की घास काटने वाली मशीन में कुछ खराबी आ गई; मेरे बच्चे जो उन दिनों स्कूल की छुट्टी के कारण घर पर थे, ऊब का व्याकुल हो रहे थे। मैं अकेली इन सब बातों का एक साथ ख्याल कैसे कर पाती?

     लेकिन तभी मुझे पता चल गया कि मैं अकेली नहीं हूँ। हमारे चर्च से मित्र लोग मेरी सहायता करने के लिए आगे आए। जौश ने घर आकर घास काटने वाली मशीन को ठीक कर दिया। जॉन हम सब के लिए दोपहर का भोजन बना कर ले आया। कैसीड्डी ने कपड़ों की धुलाई करने में मेरी सहायता की। एबी ने मेरे बच्चों को अपने बच्चों के साथ समय बिताने और खेलने के लिए अपने घर बुला लिया, जिस से मुझे अपना लेख लिख कर भेजने के लिए समय मिल जाए। परमेश्वर ने उन सभी मित्रों में हो कर कार्य किया और मेरी आवश्यकताओं को पूरा कर दिया। वे सभी मिलकर परमेश्वर के वचन बाइबल में रोमियों 12 में वर्णित समुदाय का सजीव चित्रण थे। उनका प्रेम निष्कपट था (पद 9), उन्होंने केवल अपनी ही नहीं वरन औरों की आवश्यकताओं का भी ध्यान रखा (पद 10), और मेरी आवश्यकता के समय में मेरी सहायता की, और आतिथ्य दिखाया (पद 13)।

     उस प्रेम के कारण जो मेरे मित्रों ने मुझ से दिखाया, मैं “आशा में आनन्दित” और एक महीने तक अकेले ही घर चलाने के “क्लेश में स्थिर” (पद 12) रह सकी। मसीह में मेरे भाई और बहन, जैसा एक मित्र कहता है “परमेश्वर की सदेह सहायता” बन गए। उन्होंने मुझे वह सच्चा व्यवहारिक प्रेम दिखाया जो हमें सभी को दिखाना चाहिए, विशेष कर हम मसीही विश्वासियों के समुदाय में परस्पर दिखाना चाहिए (गलातियों 6:10)। मेरा प्रयास है कि मैं भी उन के समान ही व्यवहारिक प्रेम को दिखा सकूँ।

ऐसा कौन है जिस के लिए मैं आज “परमेश्वर की सदेह सहायता” बन सकता हूँ?

इसलिये जहां तक अवसर मिले हम सब के साथ भलाई करें; विशेष कर के विश्वासी भाइयों के साथ। - गलतियों 6:10

बाइबल पाठ: रोमियों 12:9-18
रोमियों 12:9 प्रेम निष्कपट हो; बुराई से घृणा करो; भलाई मे लगे रहो।
रोमियों 12:10 भाईचारे के प्रेम से एक दूसरे पर दया रखो; परस्पर आदर करने में एक दूसरे से बढ़ चलो।
रोमियों 12:11 प्रयत्न करने में आलसी न हो; आत्मिक उन्माद में भरो रहो; प्रभु की सेवा करते रहो।
रोमियों 12:12 आशा मे आनन्दित रहो; क्लेश मे स्थिर रहो; प्रार्थना मे नित्य लगे रहो।
रोमियों 12:13 पवित्र लोगों को जो कुछ अवश्य हो, उस में उन की सहायता करो; पहुनाई करने मे लगे रहो।
रोमियों 12:14 अपने सताने वालों को आशीष दो; आशीष दो श्राप न दो।
रोमियों 12:15 आनन्द करने वालों के साथ आनन्द करो; और रोने वालों के साथ रोओ।
रोमियों 12:16 आपस में एक सा मन रखो; अभिमानी न हो; परन्तु दीनों के साथ संगति रखो; अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न हो।
रोमियों 12:17 बुराई के बदले किसी से बुराई न करो; जो बातें सब लोगों के निकट भली हैं, उन की चिन्ता किया करो।
रोमियों 12:18 जहां तक हो सके, तुम अपने भरसक सब मनुष्यों के साथ मेल मिलाप रखो।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 1-3
  • यूहन्ना 10:1-23



मंगलवार, 26 मई 2020

परवाह



     बचपन में मैं जब भी अपने आप को अकेला, या तिरस्कृत, या खेदित अनुभव करता था, तो मेरी माँ मुझे उभारने और प्रसन्न करने के लिए एक छोटा सा गीत गाने लगती थीं, “मुझे कोई नहीं चाहता है; सब मुझ से घृणा करते हैं; मुझे लगता है कि मुझे अब कीड़े ही खाने होंगे।” जब यह सुन कर मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आती तो वह मेरे साथ बैठतीं और मुझे उन सभी संबंधों और कृतज्ञ होने के कारणों को समझातीं जो वास्तव में मेरे साथ थे।

     जब मैं परमेश्वर के वचन बाइबल में पढ़ता हूँ कि दाऊद को भी कुछ ऐसी ही अकेलेपन और उपेक्षा की भावनाओं का सामना करना पड़ा था, तो मुझे अपनी माँ का वही गीत स्मरण हो आता है। लेकिन मेरी भावनाओं के समान, दाऊद की वे दुखदायी भावनाएँ कोई बढ़ा-चढ़ा कर कही गई बात नहीं थीं। मैं तो मेरी उस आयु में सामान्यतः सभी को होने वाली भावनाएँ अनुभव करता था, किन्तु दाऊद के पास अकेला और उपेक्षित अनुभव करने के उचित और पर्याप्त कारण थे।

     दाऊद ने वे शब्द एक गुफा में लिखे थे, जहाँ वह शाउल से अपनी जान बचाने के लिए  छुपा हुआ था, क्योंकि शाउल दाऊद की जान लेना चाहता था (1 शमूएल 22:1; 24:3-10)। दाऊद ने शाउल की सेवा में कई वर्ष बिताए थे, और उसे पर्म्केश्वर की ओर से इस्राएल का भावी राजा अभिषेक किया जा चुका था (16:13), परन्तु अब उस का जीवन एक से दूसरे स्थान अपनी जान बचाने के लिए भागते हुए बीत रहा था। अपने उस अकेलेपन और जोखिम की स्थिति में दाऊद ने परमेश्वर को पुकारा, उसे अपना “शरणस्थान” और जीवन का भाग कहा (भजन 142:5)।

     दाऊद के समान हम भी, जब भी अकेला, उपेक्षित, और बेसहारा अनुभव करें, तो अपनी भावनाओं को परमेश्वर के सम्मुख व्यक्त कर सकते हैं, और उस के प्रेम में शरणस्थान पा सकते हैं। परमेश्वर हमारे अकेलेपन को कभी कम नहीं आंकता है। वह हमारे जीवन की गहरी अंधेरी गुफाओं में हमारा साथी बन कर रहना चाहता है। चाहे हमें लगे कि किसी को हमारी परवाह नहीं है, परन्तु परमेश्वर हमेशा हमारी परवाह करता है। - कर्स्टिन होल्म्बर्ग

हमारे जीवन के अकेलेपन के समयों में भी परमेश्वर सदा हमारे साथ है।

तेरे जीवन भर कोई तेरे साम्हने ठहर न सकेगा; जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूंगा; और न तो मैं तुझे धोखा दूंगा, और न तुझ को छोडूंगा। - यहोशू 1:5

बाइबल पाठ: भजन 142
भजन संहिता 142:1 मैं यहोवा की दोहाई देता, मैं यहोवा से गिड़गिड़ाता हूं,
भजन संहिता 142:2 मैं अपने शोक की बातें उस से खोल कर कहता, मैं अपना संकट उस के आगे प्रगट करता हूं।
भजन संहिता 142:3 जब मेरी आत्मा मेरे भीतर से व्याकुल हो रही थी, तब तू मेरी दशा को जानता था! जिस रास्ते से मैं जाने वाला था, उसी में उन्होंने मेरे लिये फन्दा लगाया।
भजन संहिता 142:4 मैं ने दाहिनी ओर देखा, परन्तु कोई मुझे नहीं देखता है। मेरे लिये शरण कहीं नहीं रही, न मुझ को कोई पूछता है।
भजन संहिता 142:5 हे यहोवा, मैं ने तेरी दोहाई दी है; मैं ने कहा, तू मेरा शरणस्थान है, मेरे जीते जी तू मेरा भाग है।
भजन संहिता 142:6 मेरी चिल्लाहट को ध्यान देकर सुन, क्योंकि मेरी बड़ी दुर्दशा हो गई है! जो मेरे पीछे पड़े हैं, उन से मुझे बचा ले; क्योंकि वे मुझ से अधिक सामर्थी हैं।
भजन संहिता 142:7 मुझ को बन्दीगृह से निकाल कि मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूं! धर्मी लोग मेरे चारों ओर आएंगे; क्योंकि तू मेरा उपकार करेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 28-29
  • यूहन्ना 9:24-41



सोमवार, 25 मई 2020

निर्णय



     कुछ वर्ष पहले एक महिला ने उसके साथ उसके घर में हुई एक घटना के बारे में बताया था। उस महिला ने अपने 13 वर्ष से भी कम आयु के बेटे को टेलिविज़न पर हिंसा से भरी घटनाओं के समाचार देखते हुए पाया। उस ने टेलिविज़न का रिमोट उठाया और कोई दूसरा प्रोग्राम लगा दिया, और उस से कुछ रूखेपन से कहा, “तुम्हें यह सब नहीं देखना चाहिए।” इस के बाद उन दोनों में कुछ बहस हुई, और अंततः उस महिला ने अपने बेटे से कहा कि “...जो जो बातें सत्य हैं, और जो जो बातें आदरणीय हैं, और जो जो बातें उचित हैं, और जो जो बातें पवित्र हैं, और जो जो बातें सुहावनी हैं, और जो जो बातें मनभावनी हैं, निदान, जो जो सदगुण और प्रशंसा की बातें हैं, उन्‍हीं पर ध्यान लगाया करो” (फिलिप्पियों 4:8) उन से अपने मन को से भरना चाहिए न कि ऐसी घटनाओं और बातों से। रात के भोजन के पश्चात, वह और उसके पति साथ बैठ कर समाचार देख रहे थे जब उनकी पांच वर्षीय पुत्री अन्दर आई, और टेलिविज़न को बंद कर दिया, और अपनी माँ की नक़ल करते हुए बोली, “तुम्हें यह सब देखने की आवश्यकता नहीं है; बाइबल की उन बातों के बारे में ध्यान करो!”

     व्यसक होने के कारण, हम अपने बच्चों के अपेक्षा समाचारों की बेहतर समझ रखते हैं, अपने जीवनों में उनके प्रभावों को नियंत्रित कर सकते हैं। लेकिन फिर भी उनकी पुत्री के द्वारा की और कही गई वह अपनी माँ की नक़ल लेने वाली बात हंसाने वाली भी थी और बुद्धिमानी से भरी भी थी। परिपक्व व्यस्क भी जीवन के नकारात्मक पक्ष से प्रभावित हो सकते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस द्वारा फिलिपियों 4:8 में लिखी गई बातों पर मनन करना संसार में हो रही बातों और हालात के कारण होने वाली निराशा का प्रबल समाधान हैं।

     हमारे मनों में क्या भरता है और हमें क्या प्रभावित कर ने पाता है, उस के विषय सही निर्णय करना न केवल हमारे मनों की सुरक्षा का, वरन परमेश्वर को आदर देने का भी एक अच्छा तरीका है। - रैंडी किलगोर

हम जो अपने मनों में आ लेने देते हैं, वह हमारे अंदर की दशा को निर्धारित करता है।

फिर उसने कहा; जो मनुष्य में से निकलता है, वही मनुष्य को अशुद्ध करता है। क्योंकि भीतर से अर्थात मनुष्य के मन से, बुरी बुरी चिन्‍ता, व्यभिचार। चोरी, हत्या, पर स्त्रीगमन, लोभ, दुष्‍टता, छल, लुचपन, कुदृष्‍टि, निन्‍दा, अभिमान, और मूर्खता निकलती हैं। ये सब बुरी बातें भीतर ही से निकलती हैं और मनुष्य को अशुद्ध करती हैं। - मरकुस 7:20-23

बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 4:4-9
फिलिप्पियों 4:4 प्रभु में सदा आनन्‍दित रहो; मैं फिर कहता हूं, आनन्‍दित रहो।
फिलिप्पियों 4:5 तुम्हारी कोमलता सब मनुष्यों पर प्रगट हो: प्रभु निकट है।
फिलिप्पियों 4:6 किसी भी बात की चिन्‍ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं।
फिलिप्पियों 4:7 तब परमेश्वर की शान्‍ति, जो समझ से बिलकुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरिक्षत रखेगी।
फिलिप्पियों 4:8 निदान, हे भाइयों, जो जो बातें सत्य हैं, और जो जो बातें आदरणीय हैं, और जो जो बातें उचित हैं, और जो जो बातें पवित्र हैं, और जो जो बातें सुहावनी हैं, और जो जो बातें मनभावनी हैं, निदान, जो जो सदगुण और प्रशंसा की बातें हैं, उन्‍हीं पर ध्यान लगाया करो।
फिलिप्पियों 4:9 जो बातें तुम ने मुझ से सीखीं, और ग्रहण की, और सुनी, और मुझ में देखीं, उन्‍हीं का पालन किया करो, तब परमेश्वर जो शान्‍ति का सोता है तुम्हारे साथ रहेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 25-27
  • यूहन्ना 9:1-23



रविवार, 24 मई 2020

शांत



     क्या कुछ ऐसा है जो आपको रात को ठीक से सोने नहीं देता है? हाल ही में मैं ठीक से सो नहीं पा रही हूँ, बिस्तर पर इधर से उधर करवट बदलती रहती हूँ, और फिर मुझे चिंता होने लगती है कि मैं आने वाले दिन की समस्याओं का सामना करने के लिए पर्याप्त आराम नहीं करने पाऊँगी। क्या आप का भी यही अनुभव रहता है? किसी संबंध को लेकर चिंता, भविष्य की अनिश्चितता, या अन्य जो भी बात हो – हम सभी कभी न कभी चिंता करते ही हैं।

     परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि राजा दाऊद वास्तव में परेशानियों में था, जब उस ने भजन 4 लिखा था। लोग मिथ्या, आधारहीन आरोप लगा कर उसकी साख़ को ख़राब कर रहे थे (पद 2)। कुछ तो उस के राज करने की योग्यता पर प्रश्न चिह्न लगा रहे थे (पद 6)। संभवतः ऐसे अनुचित व्यवहार के कारण दाऊद क्रोधित भी हो रहा होगा। लेकिन फिर भी हम ये अद्भुत शब्द पढ़ते हैं: “मैं शान्ति से लेट जाऊंगा और सो जाऊंगा; क्योंकि, हे यहोवा, केवल तू ही मुझ को एकान्त में निश्चिन्त रहने देता है” (पद 8)।

     सुविख्यात मसीही प्रचारक चार्ल्स स्पर्जन ने पद 8 की बहुत सुन्दर व्याख्या की है; वे कहते हैं, “इस प्रकार से लेट जाने के द्वारा...[दाऊद] ने अपने आप को एक अन्य के हाथों में छोड़ दिया; उस ने ऐसा संपूर्णतः किया, क्योंकि वह फिर निश्चिन्त हो कर सो गया; उसे पूरा भरोसा था।” उसे यह भरोसा क्यों था? आरम्भ से ही दाऊद को विश्वास था कि परमेश्वर उस की प्रार्थनाएं सुनेगा और उन का उत्तर देगा (पद 3)। और वह निश्चित था कि क्योंकि परमेश्वर ने उस से प्रेम करना चुना है, इस लिए वह अपने प्रेम में होकर उस की प्रत्येक आवश्यकता को पूरा भी करेगा।

     जब भी हमें चिंताएँ सताएँ, परमेश्वर हमारी सहायता करे कि हम उसकी सामर्थ्य और उपस्थिति में शांत हो सकें। हम उस की सर्वशक्तिशाली और प्रेम भरी बाहों में शांत हो कर लेट जाएं और सो जाएं। - पोह फैंग चिया

हम पूर्णतः विश्वासयोग्य परमेश्वर में अपना पूरा भरोसा रख सकते हैं।

चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं!  - भजन 46:10

बाइबल पाठ: भजन 4
भजन संहिता 4:1 हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूं तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं सकेती में पड़ा तब तू ने मुझे विस्तार दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले।
भजन संहिता 4:2 हे मनुष्यों के पुत्रों, कब तक मेरी महिमा के बदले अनादर होता रहेगा? तुम कब तक व्यर्थ बातों से प्रीति रखोगे और झूठी युक्ति की खोज में रहोगे?
भजन संहिता 4:3 यह जान रखो कि यहोवा ने भक्त को अपने लिये अलग कर रखा है; जब मैं यहोवा को पुकारूंगा तब वह सुन लेगा।
भजन संहिता 4:4 कांपते रहो और पाप मत करो; अपने अपने बिछौने पर मन ही मन सोचो और चुपचाप रहो।
भजन संहिता 4:5 धर्म के बलिदान चढ़ाओ, और यहोवा पर भरोसा रखो।
भजन संहिता 4:6 बहुत से हैं जो कहते हैं, कि कौन हम को कुछ भलाई दिखाएगा? हे यहोवा तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका!
भजन संहिता 4:7 तू ने मेरे मन में उस से कहीं अधिक आनन्द भर दिया है, जो उन को अन्न और दाखमधु की बढ़ती से होता था।
भजन संहिता 4:8 मैं शान्ति से लेट जाऊंगा और सो जाऊंगा; क्योंकि, हे यहोवा, केवल तू ही मुझ को एकान्त में निश्चिन्त रहने देता है।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 22-24
  • यूहन्ना 8:28-59



शनिवार, 23 मई 2020

साहस



     अमेरिका के भूतपूर्व राष्ट्रपति जॉन ऍफ़. केनेडी की 1963 में की गई हत्या से संबंधित रहस्यों में से एक है “बाबुश्का महिला” का रहस्य। उसे मूवी कैमरा के साथ उस दिन की घटनाओं को रिकॉर्ड करते हुए, उस दिन ली गई तस्वीरों में देखा गया है, किन्तु न उसके बारे में कुछ पता चला और न वह कभी पकड़ में आई है। इस रहस्यमयी महिला को, जो एक ओवरकोट पहने और सिर पर स्कार्फ (जो रूसी बाबुश्का के समान दिखता है) पहने हुए है, दशकों की खोज के बावजूद न तो कभी देखा गया है और न ही उस के द्वारा रिकॉर्ड की गई फिल्म देखी जा सकी है। उस के बारे में इतिहासकार और विद्वान बस अनुमान ही लगाते हैं कि वह अपने भय के कारण नवम्बर की उस दुखद शाम की अपनी कहानी बताने नहीं पाई है।

     परन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु के शिष्यों के छिप जाने के कारण को जानने के लिए किसी अनुमान की आवश्यकता नहीं है। वे उन अधिकारियों से भयभीत थे जिन्होंने उन के गुरु की हत्या कर दी थी (यूहन्ना 20:19), और सामने आ कर अपने अनुभव बताने से डरते थे। किन्तु फिर प्रभु यीशु मृतकों में से जी उठे। कुछ समय के पश्चात पवित्र आत्मा भी आ गया; और उस के बाद तो उन पहले के डरे और सहमे हुए मसीह के अनुयायियों को शांत नहीं रखा जा सका। पिन्तेकुस्त के दिन पवित्र आत्मा की सामर्थ्य से भरे हुए शमौन पतरस ने सब के सामने खुले आम घोषणा की, “सो अब इस्त्राएल का सारा घराना निश्‍चय जान ले कि परमेश्वर ने उसी यीशु को जिसे तुम ने क्रूस पर चढ़ाया, प्रभु भी ठहराया और मसीह भी” (प्रेरितों 2:36)।

     प्रभु यीशु मसीह के नाम में और उस के बारे में बोलने के लिए अवसर केवल उन तक ही सीमित नहीं हैं जो दुसाहसी व्यक्तित्व अथवा सेवकाई के कार्य के लिए प्रशिक्षित होते हैं। यह तो हमारे अंदर बसा हुआ पवित्र आत्मा है जो हमें प्रभु यीशु के सुसमाचार को सुनाने के लिए सक्षम करता है। उस की सामर्थ्य से हम अपने उद्धारकर्ता प्रभु परमेश्वर के सुसमाचार को औरों के साथ बांटने का साहस प्राप्त कर सकते हैं। - बिल क्राउडर

जिन्हें उसे सुनने की आवश्यकता है, उन के साथ प्रभु यीशु के अद्वितीय प्रेम को बांटें।

फिर पर्व के अंतिम दिन, जो मुख्य दिन है, यीशु खड़ा हुआ और पुकार कर कहा, यदि कोई प्यासा हो तो मेरे पास आकर पीए। जो मुझ पर विश्वास करेगा, जैसा पवित्र शास्त्र में आया है उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगी। उसने यह वचन उस आत्मा के विषय में कहा, जिसे उस पर विश्वास करने वाले पाने पर थे; क्योंकि आत्मा अब तक न उतरा था; क्योंकि यीशु अब तक अपनी महिमा को न पहुंचा था। - यूहन्ना 7:37-39

बाइबल पाठ: प्रेरितों 2:22-36
प्रेरितों के काम 2:22 हे इस्त्राएलियों, ये बातें सुनो: कि यीशु नासरी एक मनुष्य था जिस का परमेश्वर की ओर से होने का प्रमाण उन सामर्थ्य के कामों और आश्चर्य के कामों और चिन्‍हों से प्रगट है, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखलाए जिसे तुम आप ही जानते हो।
प्रेरितों के काम 2:23 उसी को, जब वह परमेश्वर की ठहराई हुई मनसा और होनहार के ज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया, तो तुम ने अधर्मियों के हाथ से उसे क्रूस पर चढ़वा कर मार डाला।
प्रेरितों के काम 2:24 परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्‍धनों से छुड़ाकर जिलाया: क्योंकि यह अनहोना था कि वह उसके वश में रहता।
प्रेरितों के काम 2:25 क्योंकि दाऊद उसके विषय में कहता है, कि मैं प्रभु को सर्वदा अपने साम्हने देखता रहा क्योंकि वह मेरी दाहिनी ओर है, ताकि मैं डिग न जाऊं।
प्रेरितों के काम 2:26 इसी कारण मेरा मन आनन्द हुआ, और मेरी जीभ मगन हुई; वरन मेरा शरीर भी आशा में बसा रहेगा।
प्रेरितों के काम 2:27 क्योंकि तू मेरे प्राणों को अधोलोक में न छोड़ेगा; और न अपने पवित्र जन को सड़ने ही देगा!
प्रेरितों के काम 2:28 तू ने मुझे जीवन का मार्ग बताया है; तू मुझे अपने दर्शन के द्वारा आनन्द से भर देगा।
प्रेरितों के काम 2:29 हे भाइयो, मैं उस कुलपति दाऊद के विषय में तुम से साहस के साथ कह सकता हूं कि वह तो मर गया और गाड़ा भी गया और उस की कब्र आज तक हमारे यहां वर्तमान है।
प्रेरितों के काम 2:30 सो भविष्यद्वक्ता हो कर और यह जान कर कि परमेश्वर ने मुझ से शपथ खाई है, कि मैं तेरे वंश में से एक व्यक्ति को तेरे सिंहासन पर बैठाऊंगा।
प्रेरितों के काम 2:31 उसने होनहार को पहिले ही से देखकर मसीह के जी उठने के विषय में भविष्यद्वाणी की, कि न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया, और न उस की देह सड़ने पाई।
प्रेरितों के काम 2:32 इसी यीशु को परमेश्वर ने जिलाया, जिस के हम सब गवाह हैं।
प्रेरितों के काम 2:33 इस प्रकार परमेश्वर के दाहिने हाथ से सर्वोच्‍च पद पाकर, और पिता से वह पवित्र आत्मा प्राप्त कर के जिस की प्रतिज्ञा की गई थी, उसने यह उंडेल दिया है जो तुम देखते और सुनते हो।
प्रेरितों के काम 2:34 क्योंकि दाऊद तो स्वर्ग पर नहीं चढ़ा; परन्तु वह आप कहता है, कि प्रभु ने मेरे प्रभु से कहा;
प्रेरितों के काम 2:35 मेरे दाहिने बैठ, जब तक कि मैं तेरे बैरियों को तेरे पांवों तले की चौकी न कर दूं।
प्रेरितों के काम 2:36 सो अब इस्त्राएल का सारा घराना निश्‍चय जान ले कि परमेश्वर ने उसी यीशु को जिसे तुम ने क्रूस पर चढ़ाया, प्रभु भी ठहराया और मसीह भी।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 19-21
  • यूहन्ना 8:1-27



शुक्रवार, 22 मई 2020

बचाया



     मेरे पालतु बिल्ली के बच्चे वेलवेट को मेरी माँ ने घर में बनी रोटी को उठा कर, रसोई की अलमारी के ऊपर चढ़कर खाते हुए देखा। गुस्से में मेरी माँ ने उसे भगाया तो वह घर के दरवाज़े के बाहर भाग गई। कुछ घंटे के बाद भी जब वह अन्दर नहीं आई तो हम बाहर निकल कर उसे ढूँढने लगे, किन्तु वह हमें नहीं मिली। तभी उस की हलकी सी आवाज़ मुझे सुनाई पड़ी, और जब मैंने ऊपर की ओर देखा तो वह आँगन के एक ऊँचे पेड़ की पतली सी डाली के सिरे पर बैठे थी, और उस के वज़न से वह डाली झुक रही थी। मेरी माँ के क्रुद्ध व्यवहार से बचने के लिए भाग कर वेलवेट एक और भी अधिक खतरनाक परिस्थिति में जा फंसी थी। हम ने बहुत प्रयास किए कि वेलवेट किसी प्रकार से पीछे को हो कर उस डाली पर से सुरक्षित आ जाए, किन्तु सब असफल रहे। अंततः हमें अपने स्थानीय अग्निशमन सेवा को बुलाना पड़ा, और उन्होंने अपनी सब से लम्बी सीढ़ी को उस के सिरे तक उठा कर, एक दयालु व्यक्ति को ऊपर चढ़ाकर, वेलवेट को उस डाली पर से पकड़ कर उतारा और लाकर मेरे हाथों में रख दिया।

     हम भी कितनी ही बार यही करते हैं – अपनी गलतियों को छुपाने और उन से भागने के लिए अपने आप को और अधिक बड़े खतरों में डाल लेते हैं। किन्तु हमारा प्रेमी परमेश्वर पिता फिर भी हमें बचाने के लिए आता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि योना भविष्यद्वक्ता से परमेश्वर ने नीनवे जाकर प्रचार करने के लिए कहा, परन्तु परमेश्वर की अनाज्ञाकारिता कर के, वह तर्शीश की ओर भाग गया, और अंततः एक विशाल मछली के पेट में जा पहुँचा। “तब योना ने उसके पेट में से अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर के कहा, मैं ने संकट में पड़े हुए यहोवा की दोहाई दी, और उसने मेरी सुन ली है; अधोलोक के उदर में से मैं चिल्ला उठा, और तू ने मेरी सुन ली” (योना 2:1-2)। परमेश्वर ने उसकी प्रार्थना सुनी, “और यहोवा ने मच्छ को आज्ञा दी, और उसने योना को स्थल पर उगल दिया” (पद 10)। फिर परमेश्वर ने योना को एक और अवसर दिया कि वह जा कर नीनवे में प्रचार करे (योना 3:1)।

     हमें हमारी अनाज्ञाकारिता और ढिठाई के दुष्परिणामों से बचा कर निकाल लाने के लिए परमेश्वर कितनी भी ऊँचाई या गहराई तक जाने के लिए तैयार रहता है। उसका बचाने वाला प्रेम कितना महान है, जिस के अंतर्गत उसने हमें हमारे पापों से बचाया है। - एलिसा मॉर्गन

क्रूस पर प्रभु यीशु की मृत्यु ने हमें हमारे पापों से बचा लिया है।

क्योंकि मैं निश्चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ्य, न ऊंचाई, न गहिराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी। - रोमियों 8:38-39

बाइबल पाठ: योना 2:1-10
योना 2:1 तब योना ने उसके पेट में से अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर के कहा,
योना 2:2 मैं ने संकट में पड़े हुए यहोवा की दोहाई दी, और उसने मेरी सुन ली है; अधोलोक के उदर में से मैं चिल्ला उठा, और तू ने मेरी सुन ली।
योना 2:3 तू ने मुझे गहिरे सागर में समुद्र की थाह तक डाल दिया; और मैं धाराओं के बीच में पड़ा था, तेरी भड़काई हुई सब तरंग और लहरें मेरे ऊपर से बह गईं।
योना 2:4 तब मैं ने कहा, मैं तेरे साम्हने से निकाल दिया गया हूं; तौभी तेरे पवित्र मन्दिर की ओर फिर ताकूंगा।
योना 2:5 मैं जल से यहां तक घिरा हुआ था कि मेरे प्राण निकले जाते थे; गहिरा सागर मेरे चारों ओर था, और मेरे सिर में सिवार लिपटा हुआ था।
योना 2:6 मैं पहाड़ों की जड़ तक पहुंच गया था; मैं सदा के लिये भूमि में बन्द हो गया था; तौभी हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तू ने मेरे प्राणों को गड़हे में से उठाया है।
योना 2:7 जब मैं मूर्छा खाने लगा, तब मैं ने यहोवा को स्मरण किया; और मेरी प्रार्थना तेरे पास वरन तेरे पवित्र मन्दिर में पहुंच गई।
योना 2:8 जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं, वे अपने करूणा निधान को छोड़ देते हैं।
योना 2:9 परन्तु मैं ऊंचे शब्द से धन्यवाद कर के तुझे बलिदान चढ़ाऊंगा; जो मन्नत मैं ने मानी, उसको पूरी करूंगा। उद्धार यहोवा ही से होता है।
योना 2:10 और यहोवा ने मच्छ को आज्ञा दी, और उसने योना को स्थल पर उगल दिया।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 16-18
  • यूहन्ना 7:28-53



गुरुवार, 21 मई 2020

क्षमा



     अमेरिका में कुछ दक्षिणी प्रान्तों में लागू रंगभेद नीति को हटाए जाने और वहां के स्थानीय नियमों में लाए गए कानूनी परिवर्तनों के बाद भी समाज की मानसिकता से इस कुरीति के प्रभावों को हटने में बहुत समय लगा। सन 1960 में छः वर्षीय रूबी ब्रिजेस पहली अश्वेत छात्रा थी जिसे एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय में, जो ‘केवल श्वेत लोगों के लिए’ कहा जाता था, दाखिला मिला। प्रति दिन, कई महीनों तक, शासकीय सुरक्षा अधिकारी रूबी के साथ हो कर उसे स्कूल तक ले जाया और लाया करते थे, जबकि मार्ग पर अनेकों क्रुद्ध श्वेत माता-पिता उसे गालियाँ देते थे, उस पर लानतें डालते थे, उसे धमकाते थे। स्कूल के अन्दर वह एक कक्षा में अकेली एक ही शिक्षिका – बारबरा हेनरी के साथ बैठती थी, क्योंकि कोई अन्य शिक्षक उसे पढ़ाने के लिए तैयार नहीं था, और अन्य माता-पिताओं ने अपने बच्चों को उस के साथ मिलने और स्कूल की गतिविधियों में सम्मिलित होने से मना कर रखा था।

     जाने-माने बच्चों के मनोवैज्ञानिक, रॉबर्ट कोल्स, कई महीनों तक रूबी के साथ मिलते रहे, उस के भय और तनाव में से उसे ऊपर उठने में उस की सहायता करने के लिए। रॉबर्ट कोल्स उस प्रार्थना से चकित थे जो रूबी प्रतिदिन स्कूल जाते और लौटते समय किया करती थी, “परमेश्वर, कृपया इन लोगों को क्षमा कर दें, क्योंकि वे नहीं जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं” जो परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु मसीह द्वारा उन्हें क्रूस पर मारे जाने के लिए टाँगे जाने पर उन्होंने अपने सताने वालों के लिए कही थी (लूका 23:34)।

     प्रभु यीशु द्वारा क्रूस पर कहे गए वे शब्द उनके प्रति कहे जा रहे घृणा और अपमान के अनेकों शब्दों से कहीं अधिक बलवंत थे। अपने पृथ्वी के जीवन के सब से अधिक पीड़ा से भरे क्रूस पर टंगे हुए उन घंटों में हमारे प्रभु ने उस अस्वाभाविक व्यवहार को प्रत्यक्ष जी कर दिखाया, जिसे उन्होंने अपने शिष्यों को सिखाया था: “परन्तु मैं तुम सुनने वालों से कहता हूं, कि अपने शत्रुओं से प्रेम रखो; जो तुम से बैर करें, उन का भला करो। जो तुम्हें श्राप दें, उन को आशीष दो: जो तुम्हारा अपमान करें, उन के लिये प्रार्थना करो। जैसा तुम्हारा पिता दयावन्‍त है, वैसे ही तुम भी दयावन्‍त बनो” (लूका 6:27-28, 36)।

     यह अद्भुत स्वभाव वहीं संभव है जहाँ प्रभु द्वारा दिए गए उस अद्भुत प्रेम की उपस्थिति है – सबसे गहन घृणा से भी अधिक प्रबल क्षमा कर देने वाला प्रेम। रूबी ब्रिजेस ने भी उन लोगों के लिए वही क्षमा दिखाई। - डेविड सी. मैक्कैसलैंड

जो तुम्हें श्राप दें उन्हें आशीष दो और जो तुम्हारा दुरुपयोग करें उनके लिए प्रार्थना करो।

तब यीशु ने कहा; हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहें हैं और उन्होंने चिट्ठियां डालकर उसके कपड़े बांट लिए। - लूका 23:34

बाइबल पाठ: लूका 6:27-36
लूका 6:27 परन्तु मैं तुम सुनने वालों से कहता हूं, कि अपने शत्रुओं से प्रेम रखो; जो तुम से बैर करें, उन का भला करो।
लूका 6:28 जो तुम्हें श्राप दें, उन को आशीष दो: जो तुम्हारा अपमान करें, उन के लिये प्रार्थना करो।
लूका 6:29 जो तेरे एक गाल पर थप्पड़ मारे उस की ओर दूसरा भी फेर दे; और जो तेरी दोहर छीन ले, उसको कुरता लेने से भी न रोक।
लूका 6:30 जो कोई तुझ से मांगे, उसे दे; और जो तेरी वस्तु छीन ले, उस से न मांग।
लूका 6:31 और जैसा तुम चाहते हो कि लोग तुम्हारे साथ करें, तुम भी उन के साथ वैसा ही करो।
लूका 6:32 यदि तुम अपने प्रेम रखने वालों के साथ प्रेम रखो, तो तुम्हारी क्या बड़ाई? क्योंकि पापी भी अपने प्रेम रखने वालों के साथ प्रेम रखते हैं।
लूका 6:33 और यदि तुम अपने भलाई करने वालों ही के साथ भलाई करते हो, तो तुम्हारी क्या बड़ाई? क्योंकि पापी भी ऐसा ही करते हैं।
लूका 6:34 और यदि तुम उसे उधार दो, जिन से फिर पाने की आशा रखते हो, तो तुम्हारी क्या बड़ाई? क्योंकि पापी पापियों को उधार देते हैं, कि उतना ही फिर पाएं।
लूका 6:35 वरन अपने शत्रुओं से प्रेम रखो, और भलाई करो: और फिर पाने की आस न रखकर उधार दो; और तुम्हारे लिये बड़ा फल होगा; और तुम परमप्रधान के सन्तान ठहरोगे, क्योंकि वह उन पर जो धन्यवाद नहीं करते और बुरों पर भी कृपालु है।
लूका 6:36 जैसा तुम्हारा पिता दयावन्‍त है, वैसे ही तुम भी दयावन्‍त बनो।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 13-15
  • यूहन्ना 7:1-27



बुधवार, 20 मई 2020

साथ



     मेरी सहेली की पाँच वर्षीय पुत्री, माइजा, का अपने खेल के समय के लिए एक रोचक दृष्टिकोण है। उसे बहुत अच्छा लगता है अलग-अलग खिलौनों के सेट्स के डिब्बों में से गुड्डे और गुड़ियाँ निकाल कर उन्हें एक साथ एक नए समूह के रूप में रखे। उस की कल्पना के संसार में, सभी को एक साथ होना चाहिए। वे उस के लोग हैं, और उसे लगता है कि जब वे साथ होते हैं, तब ही वे सब से अधिक प्रसन्न होते हैं, चाहे वे अलग-अलग रंग और आकार के क्यों न हों।

     उस की यह रचनात्मकता मुझे चर्च के लिए परमेश्वर के उद्देश्य का स्मरण करवाती है। परमेश्वर के वचन बाइबल में, लूका हमें बताता है कि, पिन्तेकुस्त के दिन, “आकाश के नीचे की हर एक जाति में से भक्त यहूदी यरूशलेम में रहते थे” (प्रेरितों 2:5)। यद्यपि ये लोग विभिन्न संस्कृतियों में से थे, और भिन्न-भिन्न भाषाएँ बोलते थे, फिर भी उन के द्वारा प्रभु यीशु मसीह पर किए गए विश्वास तथा उन के मध्य में पवित्र आत्मा के आगमन के द्वारा उन में से सभी मसीही विश्वासी मिल कर एक नया समुदाय बन गए – प्रभु की देह, उस का चर्च। उस पल से आगे उन्हें एक ही देह, एक ही समुदाय, देखा गया, प्रभु यीशु की मृत्यु और पुनरुत्थान द्वारा एक किए गए लोग।

     इस नए समुदाय के लोगों की अगुवाई के लिए प्रभु द्वारा पृथ्वी पर अपनी सेवकाई के दिनों में एक साथ लाए गए भिन्न पृष्ठभूमियों के लोग थे – प्रभु के शिष्य। यदि प्रभु ने उन्हें अपने साथ लेकर एक साथ न जोड़ा होता, तो उन शिष्यों के इस प्रकार से कभी साथ हो पाने की संभावना लगभग न के बराबर थी। अब, उस दिन, उन शिष्यों के साथ लगभग तीन हज़ार और लोग, जो प्रभु यीशु के शिष्य बन गए थे, जुड़ गए। उन सभी में हुए पवित्र आत्मा के कार्य के कारण, उस पहले के विभाजित समुदाय में अब “सभी वस्तुएं साझे की थीं” (पद 44)। उन लोगों के पास जो था वे सब एक-दूसरे के साथ बांटने के लिए तैयार थे।

     पवित्र आत्मा आज भी लोगों के विभिन्न समूहों के मध्य की दूरियों को पाटने, उन के बीच अंतरों को दूर करने में कार्यरत है। हो सकता है कि हम हर बात में एक दूसरे के साथ सहमत न हों, सरलता से एक दूसरे को समझने वाले न हों, परन्तु मसीही विश्वासी होने के नाते प्रभु ने हमें एक साथ गठ कर एक देह के रूप में कार्य करने के लिए अपने साथ रखा है। - लिंडा वॉशिंगटन

पवित्र आत्मा “हमें” और “उन्हें” मिलाकर “हम सभी” में बदल देता है।

इसी प्रकार तुम सब मिल कर मसीह की देह हो, और अलग अलग उसके अंग हो। - 1 कुरिन्थियों 12:27

बाइबल पाठ: प्रेरितों 2:1-12, 42-47
प्रेरितों के काम 2:1 जब पिन्‍तेकुस का दिन आया, तो वे सब एक जगह इकट्ठे थे।
प्रेरितों के काम 2:2 और एकाएक आकाश से बड़ी आंधी की सी सनसनाहट का शब्द हुआ, और उस से सारा घर जहां वे बैठे थे, गूंज गया।
प्रेरितों के काम 2:3 और उन्हें आग की सी जीभें फटती हुई दिखाई दीं; और उन में से हर एक पर आ ठहरीं।
प्रेरितों के काम 2:4 और वे सब पवित्र आत्मा से भर गए, और जिस प्रकार आत्मा ने उन्हें बोलने की सामर्थ दी, वे अन्य अन्य भाषा बोलने लगे।।
प्रेरितों के काम 2:5 और आकाश के नीचे की हर एक जाति में से भक्त यहूदी यरूशलेम में रहते थे।
प्रेरितों के काम 2:6 जब वह शब्द हुआ तो भीड़ लग गई और लोग घबरा गए, क्योंकि हर एक को यही सुनाईं देता था, कि ये मेरी ही भाषा में बोल रहे हैं।
प्रेरितों के काम 2:7 और वे सब चकित और अचम्भित हो कर कहने लगे; देखो, ये जो बोल रहे हैं क्या सब गलीली नहीं?
प्रेरितों के काम 2:8 तो फिर क्यों हम में से हर एक अपनी अपनी जन्म भूमि की भाषा सुनता है?
प्रेरितों के काम 2:9 हम जो पारथी और मेदी और एलामी लोग और मिसुपुतामिया और यहूदिया और कप्‍पदूकिया और पुन्‍तुस और आसिया।
प्रेरितों के काम 2:10 और फ्रूगिया और पमफूलिया और मिसर और लिबूआ देश जो कुरेने के आस पास है, इन सब देशों के रहने वाले और रोमी प्रवासी, क्या यहूदी क्या यहूदी मत धारण करने वाले, क्रेती और अरबी भी हैं।
प्रेरितों के काम 2:11 परन्तु अपनी अपनी भाषा में उन से परमेश्वर के बड़े बड़े कामों की चर्चा सुनते हैं।
प्रेरितों के काम 2:12 और वे सब चकित हुए, और घबराकर एक दूसरे से कहने लगे कि यह क्या हुआ चाहता है?
प्रेरितों के काम 2:42 और वे प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने में और रोटी तोड़ने में और प्रार्थना करने में लौलीन रहे।
प्रेरितों के काम 2:43 और सब लोगों पर भय छा गया, और बहुत से अद्भुत काम और चिन्ह प्रेरितों के द्वारा प्रगट होते थे।
प्रेरितों के काम 2:44 और वे सब विश्वास करने वाले इकट्ठे रहते थे, और उन की सब वस्तुएं साझे की थीं।
प्रेरितों के काम 2:45 और वे अपनी अपनी सम्पत्ति और सामान बेच बेचकर जैसी जिस की आवश्यकता होती थी बांट दिया करते थे।
प्रेरितों के काम 2:46 और वे प्रति दिन एक मन हो कर मन्दिर में इकट्ठे होते थे, और घर घर रोटी तोड़ते हुए आनन्द और मन की सीधाई से भोजन किया करते थे।
प्रेरितों के काम 2:47 और परमेश्वर की स्‍तुति करते थे, और सब लोग उन से प्रसन्न थे: और जो उद्धार पाते थे, उन को प्रभु प्रति दिन उन में मिला देता था।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 10-12
  • यूहन्ना 6:45-71



मंगलवार, 19 मई 2020

चाहे



     कभी-कभी जीवन हम पर क्रूर प्रहार करता है; तो कभी-कभी कोई अद्भुत आश्चर्यकर्म होते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि तीन युवक, जो इस्राएलियों में से थे और बेबीलोन में बंधुवाई में लाए गए, क्रूर राजा के सामने खड़े थे, और निर्भीक हो कर उस से कह रहे थे कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे उन के सामने खड़ी सोने की विशाल मूर्ति को दण्डवत नहीं करेंगे, उस की उपासना नहीं करेंगे। उन तीनों ने मिल कर कहा, “हमारा परमेश्वर, जिसकी हम उपासना करते हैं वह हम को उस धधकते हुए भट्टे की आग से बचाने की शक्ति रखता है; वरन हे राजा, वह हमें तेरे हाथ से भी छुड़ा सकता है। परन्तु, यदि नहीं, तो हे राजा तुझे मालूम हो, कि हम लोग तेरे देवता की उपासना नहीं करेंगे, और न तेरी खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत करेंगे” (दानिय्येल 3:17-18)।

     उन के इस निर्णय के फल स्वरुप उन तीनों, शद्रक, मेशक, और अबेदनगो को धधकती हुई आग के भठ्ठे में फेंक दिए जाने का निर्देश दिया गया, और उन्हें आग में फेंक दिया गया। उस आग में से परमेश्वर ने उन्हें आश्चर्यचकित कर देने वाली रीति से बचाया, और उनके शरीर का बाल भी नहीं झुलसा और न ही उन के वस्त्रों में आग की कोई गंध आई (पद 19-27)। परमेश्वर में उन का विश्वास अडिग था, और उस के लिए वे मर जाने के लिए भी तैयार थे, चाहे वह उन्हें न भी बचाता, तौभी।

     परमेश्वर चाहता है कि हम उस से लिपटे रहें – चाहे हमारा वह प्रीय जन चंगाई न भी पाए; चाहे हमारी नौकरी जाती रहे; चाहे हमें सताव भी झेलना पड़े। परमेश्वर हमें कभी-कभी इस जीवन के खतरों से बचाता है, और कभी नहीं भी बचाता है। परन्तु जिस सत्य को हम दृढ़ता से थामे रह सकते हैं वह है, “जिस परमेश्वर की हम सेवा करते हैं वह सक्षम है,” वह हम से प्रेम करता है, और हमारी प्रत्येक कठिनतम परीक्षा में भी हमारे साथ होता है; हमारे जीवन की प्रत्येक ‘चाहे...’ परिस्थिति में भी। - एलिसन कीडा

परमेश्वर सक्षम है।

चाहे मैं संकट के बीच में रहूं तौभी तू मुझे जिलाएगा, तू मेरे क्रोधित शत्रुओं के विरुद्ध हाथ बढ़ाएगा, और अपने दाहिने हाथ से मेरा उद्धार करेगा। - भजन 138:7

बाइबल पाठ: दानिय्येल 3:8-18
दानिय्येल 3:8 उसी समय कई एक कसदी पुरूष राजा के पास गए, और कपट से यहूदियों की चुगली खाई।
दानिय्येल 3:9 वे नबुकदनेस्सर राजा से कहने लगे, हे राजा, तू चिरंजीव रहे।
दानिय्येल 3:10 हे राजा, तू ने तो यह आज्ञा दी है कि जो मनुष्य नरसिंगे, बांसुली, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुने, वह गिर कर उस सोने की मूरत को दण्डवत करे;
दानिय्येल 3:11 और जो कोई गिर कर दण्डवत न करे वह धधकते हुए भट्ठे के बीच में डाल दिया जाए।
दानिय्येल 3:12 देख, शद्रक, मेशक, और अबेदनगो नाम कुछ यहूदी पुरूष हैं, जिन्हें तू ने बाबुल के प्रान्त के कार्य के ऊपर नियुक्त किया है। उन पुरूषों ने, हे राजा, तेरी आज्ञा की कुछ चिन्ता नहीं की; वे तेरे देवता की उपासना नहीं करते, और जो सोने की मूरत तू ने खड़ी कराई है, उसको दण्डवत नहीं करते।
दानिय्येल 3:13 तब नबूकदनेस्सर ने रोष और जलजलाहट में आकर आज्ञा दी कि शद्रक मेशक और अबेदनगो को लाओ। तब वे पुरूष राजा के साम्हने हाजिर किए गए।
दानिय्येल 3:14 नबूकदनेस्सर ने उन से पूछा, हे शद्रक, मेशक और अबेदनगो, तुम लोग जो मेरे देवता की उपासना नहीं करते, और मेरी खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत नहीं करते, सो क्या तुम जान बूझकर ऐसा करते हो?
दानिय्येल 3:15 यदि तुम अभी तैयार हो, कि जब नरसिंगे, बांसुली, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुनो, और उसी क्षण गिर कर मेरी बनवाई हुई मूरत को दण्डवत करो, तो बचोगे; और यदि तुम दण्डवत ने करो तो इसी घड़ी धधकते हुए भट्ठे के बीच में डाले जाओगे; फिर ऐसा कौन देवता है, जो तुम को मेरे हाथ से छुड़ा सके?
दानिय्येल 3:16 शद्रक, मेशक और अबेदनगो ने राजा से कहा, हे नबूकदनेस्सर, इस विषय में तुझे उत्तर देने का हमें कुछ प्रयोजन नहीं जान पड़ता।
दानिय्येल 3:17 हमारा परमेश्वर, जिसकी हम उपासना करते हैं वह हम को उस धधकते हुए भट्टे की आग से बचाने की शक्ति रखता है; वरन हे राजा, वह हमें तेरे हाथ से भी छुड़ा सकता है।
दानिय्येल 3:18 परन्तु, यदि नहीं, तो हे राजा तुझे मालूम हो, कि हम लोग तेरे देवता की उपासना नहीं करेंगे, और न तेरी खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत करेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 7-9
  • यूहन्ना 6:22-44