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शनिवार, 2 मई 2020

प्रेम



     एक दिन मेरी बेटी हमारे एक वर्षीय नाती के साथ, हमारे घर कुछ समय बिताने के लिए आई। मुझे घर से बाहर कुछ काम करने के लिए जाने था, इसलिए जैसे ही मैं कमरे से बाहर जाने लगा, मेरा नाती रोने लगा। ऐसा दो बार हुआ, और हर बार मैं वापस आकर उसके साथ कुछ पल बिताता, उससे बात करता। मैं जब तीसरी बार बाहर जाने लगा, तो फिर से उसके होंठ रोना आरम्भ करने के लिए कंपकंपाने लगे। तब मेरी बेटी ने कहा, “पिताजी, आप उसे अपने साथ ही बाहर ले जाएं।”

     अब, कोई भी नाना-नानी, दादा-दादी, आपको बता सकते हैं की इसके आगे क्या हुआ होगा। मेरा नाती मेरे साथ बाहर घूमने के लिए गया, क्योंकि मैं उस से प्रेम करता हूँ।

     यही बात परमेश्वर के साथ हमारे संबंध में भी है, उस बच्चे की मेरे प्रति अभिलाषा के समान, परमेश्वर के प्रति हमारी अभिलाषाओं का प्रत्युत्तर भी प्रेम ही होता है। परमेश्वर का वचन बाइबल हमें आश्वस्त करती है कि, “और जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, उसको हम जान गए, और हम ने उस की प्रतीति है; परमेश्वर प्रेम है: जो प्रेम में बना रहता है, वह परमेश्वर में बना रहता है; और परमेश्वर उस में बना रहता है” (1 यूहन्ना 4:16)। परमेश्वर हम से हमारे द्वारा कुछ किए गए या नहीं किए गए के कारण प्रेम नहीं करता है। उसका प्रेम हमारी किसी भी योग्यता पर कतई आधारित नहीं है, वरन उसकी भलाई और विश्वासयोग्यता के कारण है। जब कि हमारे चारों ओर का संसार प्रेम और दया से रहित है, हम परमेश्वर के कभी न बदलने वाले प्रेम पर अपनी आशा और शान्ति का स्त्रोत होने के लिए सदा भरोसा बनाए रख सकते हैं।

     हमारे स्वर्गीय पिता का हृदय उसके द्वारा हमें दी गई उसके पुत्र और उसकी आत्मा की भेंट में होकर प्रगट है। यह आश्वासन कितना शांतिदायक है कि परमेश्वर हम से ऐसा प्रेम रखता है जिसका कभी अंत नहीं होगा। - जेम्स बैंक्स

परमेश्वर की अभिलाषा है कि हम उसकी लालसा रखें।

फसह के पर्व से पहिले जब यीशु ने जान लिया, कि मेरी वह घड़ी आ पहुंची है कि जगत छोड़कर पिता के पास जाऊं, तो अपने लोगों से, जो जगत में थे, जैसा प्रेम वह रखता था, अन्‍त तक वैसा ही प्रेम रखता रहा। - यूहन्ना 13:1

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 4:13-16
1 यूहन्ना 4:13 इसी से हम जानते हैं, कि हम उस में बने रहते हैं, और वह हम में; क्योंकि उसने अपने आत्मा में से हमें दिया है।
1 यूहन्ना 4:14 और हम ने देख भी लिया और गवाही देते हैं, कि पिता ने पुत्र को जगत का उद्धारकर्ता कर के भेजा है।
1 यूहन्ना 4:15 जो कोई यह मान लेता है, कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है: परमेश्वर उस में बना रहता है, और वह परमेश्वर में।
1 यूहन्ना 4:16 और जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, उसको हम जान गए, और हम ने उस की प्रतीति है; परमेश्वर प्रेम है: जो प्रेम में बना रहता है, वह परमेश्वर में बना रहता है; और परमेश्वर उस में बना रहता है।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजाओं 12-13
  • लूका 22:1-20