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मंगलवार, 7 जुलाई 2020

निर्भर


     लौरा की माँ कैंसर से जूझ रही थीं। एक प्रातः लौरा ने उनके लिए अपनी एक सहेली के साथ प्रार्थना की। उसकी वह सहेली कई वर्षों से मस्तिष्क के रोग सेरेब्रल पाल्सी के कारण अपनी हर आवश्यकता के लिए दूसरों की सहायता पर निर्भर रहती थी। लौरा की सहेली ने अपनी प्रार्थना में कहा, “प्रभु आप मेरे लिए सब कुछ करते हैं; लौरा की माँ के लिए भी सब कुछ कर दीजिए।” लौरा अपनी सहेली द्वारा परमेश्वर पर पूर्णतः निर्भर रहने को स्वीकार करने और कहने से बहुत प्रभावित हुई। उसने उस पल पर विचार करते हुए कहा, “मैं कितनी बार यह स्वीकार करती हूँ कि हर बात में मुझे परमेश्वर पर निर्भर होने की आवश्यकता है? यह मुझे प्रतिदिन, हर बात के लिए करना चाहिए!”

     परमेश्वर के वचन बाइबल में हम प्रभु यीशु के विषय देखते हैं, कि अपने पृथ्वी के सेवकाई के समय में उन्होंने स्वर्गीय पिता परमेश्वर पर पूर्ण निर्भरता दिखाई। हम यह सोच रख सकते हैं कि क्योंकि प्रभु यीशु, मानव रूप में परमेश्वर थे, इसलिए उनके पास अपने आप पर निर्भर रहने के सर्वोत्तम और सर्वोचित कारण थे। परन्तु जब धर्म के अगुवों ने उनसे पूछा कि उन्होंने वैधानिक तौर पर घोषित विश्राम के दिन में क्यों कार्य किया, क्योंकि उन्होंने किसी को सबत के दिन चंगा किया था, तो प्रभु ने उन्हें उत्तर दिया, “... मैं तुम से सच सच कहता हूं, पुत्र आप से कुछ नहीं कर सकता, केवल वह जो पिता को करते देखता है, क्योंकि जिन जिन कामों को वह करता है उन्हें पुत्र भी उसी रीति से करता है” (यूहन्ना 5:19)। प्रभु ने भी पिता परमेश्वर पर अपनी पूर्ण निर्भरता व्यक्त की!

     प्रभु यीशु का पिता परमेश्वर पर निर्भर रहना इस बात का सर्वोच्च उदाहरण प्रस्तुत करता है कि परमेश्वर के साथ संबंध में रहने का क्या अर्थ होता है। हमारी हर साँस, हमारे जीवन का हर पल, हमें परमेश्वर के अनुग्रह से मिला उपहार है; और परमेश्वर चाहता है कि हमारे जीवन उसकी सामर्थ्य से भरे हुए हों। जब हम अपने हर पल को प्रार्थना के साथ और उसके वचन की आज्ञाकारिता में होकर, उसके प्रेम को व्यक्त करने तथा उसकी सेवकाई के लिए प्रयोग होने के लिए व्यतीत करते हैं, हम उस पर अपनी निर्भरता को दिखाते हैं। - जेम्स बैंक्स

 

प्रार्थना-विहीन जीवन, परमेश्वर से पृथक होने की घोषणा है। - डैनियल हेन्डरसन


मैं दाखलता हूं: तुम डालियां हो; जो मुझ में बना रहता है, और मैं उस में, वह बहुत फल फलता है, क्योंकि मुझ से अलग हो कर तुम कुछ भी नहीं कर सकते। - यूहन्ना 15:5

बाइबल पाठ: यूहन्ना 5:16-23

यूहन्ना 5:16 इस कारण यहूदी यीशु को सताने लगे, क्योंकि वह ऐसे ऐसे काम सब्त के दिन करता था।

यूहन्ना 5:17 इस पर यीशु ने उन से कहा, कि मेरा पिता अब तक काम करता है, और मैं भी काम करता हूं।

यूहन्ना 5:18 इस कारण यहूदी और भी अधिक उसके मार डालने का प्रयत्न करने लगे, कि वह न केवल सब्त के दिन की विधि को तोड़ता, परन्तु परमेश्वर को अपना पिता कह कर, अपने आप को परमेश्वर के तुल्य ठहराता था।

यूहन्ना 5:19 इस पर यीशु ने उन से कहा, मैं तुम से सच सच कहता हूं, पुत्र आप से कुछ नहीं कर सकता, केवल वह जो पिता को करते देखता है, क्योंकि जिन जिन कामों को वह करता है उन्हें पुत्र भी उसी रीति से करता है।

यूहन्ना 5:20 क्योंकि पिता पुत्र से प्रीति रखता है और जो जो काम वह आप करता है, वह सब उसे दिखाता है; और वह इन से भी बड़े काम उसे दिखाएगा, ताकि तुम अचम्भा करो।

यूहन्ना 5:21 क्योंकि जैसा पिता मरे हुओं को उठाता और जिलाता है, वैसा ही पुत्र भी जिन्हें चाहता है उन्हें जिलाता है।

यूहन्ना 5:22 और पिता किसी का न्याय भी नहीं करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है।

यूहन्ना 5:23 इसलिये कि सब लोग जैसे पिता का आदर करते हैं वैसे ही पुत्र का भी आदर करें: जो पुत्र का आदर नहीं करता, वह पिता का जिसने उसे भेजा है, आदर नहीं करता।     

 

एक साल में बाइबल: 

  • अय्यूब 34-35
  • प्रेरितों 15:1-21