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रविवार, 9 अगस्त 2020

पिता


    जब हमारा बेटा, ज़ेवियर, छोटा था, तब अकसर मेरे पति को काम के लिए बाहर, घर से दूर, जाना पड़ता था। यद्यपि उसके पिता उससे फोन पर बातें करते रहते थे, फिर भी कभी-कभी, कुछ रातें ऐसी होती थीं जब केवल फोन पर बात करने भर से ही ज़ेवियर संतुष्ट नहीं होता था। ऐसे में, जब उसे अपने पिता की कमी अखरती थी, तो मैं रात को सोने जाने से पहले परिवार की फोटो के एलबम को लेकर उसके साथ बैठती थी, और उसे वे फोटो दिखाती थी जिनमें वह अपने पिता के साथ होता था, और उसे उन फोटो से संबंधित बातों को स्मरण करवाती थी। इन सभी स्मृतियों के ताज़ा होने से हमारे बेटे को दिलासा मिलती थी, वह आनन्दित होता था, और अकसर कहा करता था, “मेरे पिताजी बहुत अच्छे हैं।”  

    मैंने ज़ेवियर की उसके पिता के प्रेम को याद दिलाए जाने की आवश्यकता को समझा, विशेषकर तब, जब वह उनें देख नहीं पाता था। मैं भी जब अकेलेपन से होकर निकलती हूँ, तो मेरी भी लालसा होती है कि कोई मुझे स्मरण करवाए कि मैं भी प्रेम की पात्र हूँ, विशेषकर अपने स्वर्गीय पिता परमेश्वर के प्रेम की।

    परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद ने अपने शत्रुओं से छिपे हुए होने के समय में परमेश्वर की गहरी अभिलाषा को व्यक्त किया (भजन 63:1)। जब उसने परमेश्वर के साथ उसके व्यक्तिगत संपर्क की बातों, परमेश्वर की असीम सामर्थ्य और संतुष्ट करने वाले प्रेम का ध्यान किया, तो उसने परमेश्वर की आराधना की (पद 2-5)। अपनी सबसे कठिन रातों में भी दाऊद अपने स्वर्गीय पिता परमेश्वर की प्रेम भरी देखभाल में आश्वस्त होकर आनन्दित हो सका (पद 6-8)।

    हमारे कठिन समयों में, जब हमें ऐसा लगे कि परमेश्वर हमारे लिए उपलब्ध नहीं है, तब हमें उन स्मृतियों की आवश्यकता होती है कि परमेश्वर कौन है और उसने कैसे अपने प्रेम को हमें अनुभव करवाया है। उसके साथ हमारे व्यक्तिगत अनुभवों पर विचार करते हुए, और पवित्र शास्त्र में लिखे उसके कार्यों को स्मरण करने से हम अनेकों प्रकार से जान सकते हैं कि हमारा अच्छा परमेश्वर पिता हम से प्रेम करता है। - होकिटिल डिक्सन

 

परमेश्वर के कार्यों को स्मरण करने के द्वारा, 

जो उसके चरित्र को प्रकट करते हैं, 

हम उसके प्रेम के लिए आश्वस्त हो सकते हैं।


उन बातों को सोचता रह, और इन्हीं में अपना ध्यान लगाए रह ताकि तेरी उन्नति सब पर प्रगट हो। अपनी और अपने उपदेश की चौकसी रख। - 1तिमुथियुस 4:15

बाइबल पाठ: भजन 63

भजन 63:1 हे परमेश्वर, तू मेरा ईश्वर है, मैं तुझे यत्न से ढूंढूंगा; सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर, मेरा मन तेरा प्यासा है, मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है।

भजन 63:2 इस प्रकार से मैं ने पवित्र स्थान में तुझ पर दृष्टि की, कि तेरी सामर्थ्य और महिमा को देखूं।

भजन 63:3 क्योंकि तेरी करुणा जीवन से भी उत्तम है मैं तेरी प्रशंसा करूंगा।

भजन 63:4 इसी प्रकार मैं जीवन भर तुझे धन्य कहता रहूंगा; और तेरा नाम ले कर अपने हाथ उठाऊंगा।

भजन 63:5 मेरा जीव मानो चर्बी और चिकने भोजन से तृप्त होगा, और मैं जयजयकार कर के तेरी स्तुति करूंगा।

भजन 63:6 जब मैं बिछौने पर पड़ा तेरा स्मरण करूंगा, तब रात के एक एक पहर में तुझ पर ध्यान करूंगा;

भजन 63:7 क्योंकि तू मेरा सहायक बना है, इसलिये मैं तेरे पंखों की छाया में जयजयकार करूंगा।

भजन 63:8 मेरा मन तेरे पीछे पीछे लगा चलता है; और मुझे तो तू अपने दाहिने हाथ से थाम रखता है।

भजन 63:9 परन्तु जो मेरे प्राण के खोजी हैं, वे पृथ्वी के नीचे स्थानों में जा पड़ेंगे;

भजन 63:10 वे तलवार से मारे जाएंगे, और गीदड़ों का आहार हो जाएंगे।

भजन 63:11 परन्तु राजा परमेश्वर के कारण आनन्दित होगा; जो कोई ईश्वर की शपथ खाए, वह बड़ाई करने पाएगा; परन्तु झूठ बोलने वालों का मुंह बन्द किया जाएगा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 77-78
  • रोमियों 10