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बुधवार, 26 अगस्त 2020

बढ़


         लोगों में सुलह करने विषय पर आयोजित एक वार्ता में एक बुद्धिमान भाग लेने वाले ने कहा कि हम “लोगों को समय में जमा न दिया करें,” अर्थात कुछ पुरानी बातों ही के द्वारा उन्हें सदा स्मरण न करते रहें। उसने समझाया कि यह हमारी प्रवृत्ति होती है कि हम लोगों द्वारा की गई गलतियों को स्मरण रखते हैं, और उन्हें कभी बदलने और उन गलतियों से आगे बढ़ने, सुधरने का अवसर ही नहीं देते हैं।

         हम परमेश्वर के वचन बाइबल में देखते हैं कि प्रभु यीशु के शिष्य पतरस के जीवन में अनेकों ऐसे अवसर आए थे जब परमेश्वर उसे ‘समय में जमा सकता था; परन्तु परमेश्वर ने ऐसा कभी नहीं किया। उस आवेशपूर्ण शिष्य पतरस ने प्रभु यीशु को भी “सुधारने” का प्रयास किया था, जिसके लिए उसे प्रभु यीशु से तीखी डांट भी खानी पड़ी थी (मत्ती 16:21-23)। वह प्रभु यीशु का इनकार करने के लिए भी विख्यात है (यूहन्ना 18:15-27); परन्तु प्रभु ने उसे फिर से बहाल भी कर दिया (21:15-19)। और फिर उसने एक बार चर्च में जातीय भेद-भाव को लाने में भी सहयोग दिया।

         यह अंतिम बात तब हुई जब पतरस ने, जो कैफा भी कहलाता था, अपने आप को गैर-यहूदियों से पृथक कर लिया था (गलातियों 2:11-12)। अभी हाल तक तो वह उनके साथ स्वतंत्र होकर मेल-जोल रखता था। फिर कुछ यहूदी आए, जो इस बात पर जोर देने लगे कि मसीही विश्वासियों के लिए भी खतना करवाना अनिवार्य है, और उनके आने पर पतरस अपने आप को खतना-रहित गैर-यहूदियों से पृथक रखने लग गया। यह मूसा की व्यवस्था की ओर लौटना था, और चर्च की एकता के लिए खतरे की घंटी का बजना था। तभी पौलुस भी वहाँ आया, और उसने पतरस के इस व्यवहार को सबके सामने चुनौती दी, और उसे “कपट” कहा (पद 13)। पौलुस द्वारा उठाए गए इस निर्भीक कदम के कारण, इस बात का समाधान हो गया। और इसके बाद पतरस ने परमेश्वर की सेवा उस मनोहर एक-मनता के साथ की, जो परमेश्वर हम से चाहता है।

         किसी को भी अपने बुरे समयों में ‘जम जाने या फंसे रह जाने की आवश्यकता नहीं है। परमेश्वर के अनुग्रह में होकर हम एक दूसरे को गले लगा सकते हैं, एक दूसरे से सीख सकते हैं, और आवश्यक होने पर एक-दूसरे को सुधार भी सकते हैं, और इस प्रकार मसीह यीशु के प्रेम में साथ-साथ बढ़ सकते हैं। - टिम गुस्ताफसन

 

यदि हम किसी का सामना करें, तो हमारा एक ही उद्देश्य होना चाहिए

उसे पुनःस्थापित करना, न कि लज्जित करना। - चक स्विनडौल


हे भाइयों, यदि कोई मनुष्य किसी अपराध में पकड़ा भी जाए, तो तुम जो आत्मिक हो, नम्रता के साथ ऐसे को संभालो, और अपनी भी चौकसी रखो, कि तुम भी परीक्षा में न पड़ो। तुम एक दूसरे के भार उठाओ, और इस प्रकार मसीह की व्यवस्था को पूरी करो। -  गलातियों 6:1-2

 बाइबल पाठ: गलतियों 2:11-16

गलतियों 2:11 पर जब कैफा अन्‍ताकिया में आया तो मैं ने उसके मुंह पर उसका सामना किया, क्योंकि वह दोषी ठहरा था।

गलतियों 2:12 इसलिये कि याकूब की ओर से कितने लोगों के आने से पहिले वह अन्यजातियों के साथ खाया करता था, परन्तु जब वे आए, तो खतना किए हुए लोगों के डर के मारे उन से हट गया और किनारा करने लगा।

गलतियों 2:13 और उसके साथ शेष यहूदियों ने भी कपट किया, यहां तक कि बरनबास भी उन के कपट में पड़ गया।

गलतियों 2:14 पर जब मैं ने देखा, कि वे सुसमाचार की सच्चाई पर सीधी चाल नहीं चलते, तो मैं ने सब के सामने कैफा से कहा; कि जब तू यहूदी हो कर अन्यजातियों के समान चलता है, और यहूदियों के समान नहीं तो तू अन्यजातियों को यहूदियों के समान चलने को क्यों कहता है?

गलतियों 2:15 हम जो जन्म के यहूदी हैं, और पापी अन्यजातियों में से नहीं।

गलतियों 2:16 तौभी यह जानकर कि मनुष्य व्यवस्था के कामों से नहीं, पर केवल यीशु मसीह पर विश्वास करने के द्वारा धर्मी ठहरता है, हम ने आप भी मसीह यीशु पर विश्वास किया, कि हम व्यवस्था के कामों से नहीं पर मसीह पर विश्वास करने से धर्मी ठहरें; इसलिये कि व्यवस्था के कामों से कोई प्राणी धर्मी न ठहरेगा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 119:89-176
  • 1 कुरिन्थियों 8