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रविवार, 17 जनवरी 2021

त्यागेगा

 

          एक रेडियो कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता ने अपने श्रोताओं से पूछा, “वह एक चीज़ बताएँ जिसे आप कभी नहीं त्यागेंगे। प्रत्युत्तर में श्रोताओं ने रोचक उत्तर भेजे। कुछ ने अपने परिवारों के लिए कहा, एक आदमी ने अपनी दिवंगत पत्नी की यादों के लिए कहा। कुछ ने अपने सपनों और लालसाओं, जैसे कि संगीत में प्रसिद्धि और जीविका के लिए बताया, किसी ने माँ बनने के लिए कहा। हम सभी के पास कुछ ऐसा होता है जिसे हम बहुत मूल्यवान समझते हैं, और अपने साथ सदा रखना चाहते हैं – वह कोई व्यक्ति, या शौक, या कोई संपत्ति हो सकती है।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में होशे की पुस्तक में परमेश्वर कहता है कि वह अपने चुने हुए लोगों, इस्राएल, को कभी नहीं त्यागेगा, वे उसके लिए अनमोल हैं। इस पुस्तक में इस्राएल को एक पत्नी और परमेश्वर को उसके पति के समान चित्रित किया गया है। एक प्रेमी पति के समान, परमेश्वर ने इस्राएल के लिए जो कुछ भी उसकी आवश्यकता थी: भूमि, भोजन, पानी, कपड़े, सुरक्षा – वह सब कुछ उपलब्ध करवा कर दिया। फिर भी एक व्यभिचारी स्त्री के समान, इस्राएल ने परमेश्वर को छोड़ कर अपनी खुशी और सुरक्षा अन्य से प्राप्त करने के प्रयास किए। जितना अधिक परमेश्वर उसके पीछे-पीछे उसे मनाने के लिए गया, इस्राएल उतना ही परमेश्वर से दूर चलता चला गया (होशे 11:2)। यद्यपि इस्राएल ने परमेश्वर को बहुत दुःख दिया था, फिर भी परमेश्वर ने उसे त्यागा नहीं (पद 8)। परमेश्वर इस्राएल के साथ अपने संबंध को पुनःस्थापित करना चाहता था (पद 11); और इसलिए उसे औरों से छुड़ा लेने के लिए वह उसे अनुशासित करेगा।

          आज भी परमेश्वर के सभी बच्चों को पिता परमेश्वर की ओर से यही आश्वासन है। हमारे प्रति उसका प्रेम कभी कम नहीं होगा, वह हमें कभी नहीं त्यागेगा, उसके प्रेम से हमें कुछ भी अलग नहीं कर सकता है (रोमियों 8:37-39)। यदि हम उससे दूर भटक गए हैं, तो भी उसकी यही लालसा है कि हम उसके पास लौट आएँ। यदि परमेश्वर हमें अनुशासित भी करता है तो यह उसके हमारे प्रति प्रेम और हमारे लिए लालसा का चिह्न है, न कि उसके द्वारा त्यागे जाने का। हम उसके लिए अनमोल हैं; वह हमें कभी नहीं त्यागेगा। - पोह फैंग चिया

 

परमेश्वर की संतान का, उसके घर में सदा ही स्वागत होता है।


क्योंकि मैं निश्चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ्य, न ऊंचाई, न गहराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी। - रोमियों 8:38-39.

बाइबल पाठ: होशे 11:8-11

होशे 11:8 हे एप्रैम, मैं तुझे क्योंकर छोड़ दूं? हे इस्राएल, मैं क्योंकर तुझे शत्रु के वश में कर दूं? मैं क्योंकर तुझे अदमा के समान छोड़ दूं, और सबोयीम के समान कर दूं? मेरा हृदय तो उलट पुलट हो गया, मेरा मन स्नेह के मारे पिघल गया है।

होशे 11:9 मैं अपने क्रोध को भड़कने न दूंगा, और न मैं फिर एप्रैम को नाश करूंगा; क्योंकि मैं मनुष्य नहीं परमेश्वर हूं, मैं तेरे बीच में रहने वाला पवित्र हूं; मैं क्रोध कर के न आऊंगा।

होशे 11:10 वे यहोवा के पीछे पीछे चलेंगे; वह तो सिंह के समान गरजेगा; और तेरे लड़के पश्चिम दिशा से थरथराते हुए आएंगे।

होशे 11:11 वे मिस्र से चिड़ियों के समान और अश्शूर के देश से पण्डुकी की भांति थरथराते हुए आएंगे; और मैं उन को उन्हीं के घरों में बसा दूंगा, यहोवा की यही वाणी है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • उत्पत्ति 41-42
  • मत्ती 12:1-23

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