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शनिवार, 30 जनवरी 2021

कार्य

 

          मैं अपनी सहेली के कंधे पर झुके हुए उसके सेल फोन को देख रही थी, जिसमें उसने सूक्ष्मदर्शी यंत्र (माइक्रोस्कोप) की सहायता से अति सूक्ष्म जीवों की तस्वीरें ले रखी थीं। मैंने उस से उन जीवों के बारे में पूछा तो उसने मुझे उनके और उनकी रचना के बारे में बताया। उन तस्वीरों को देखते हुए मैं दंग रह गई कि परमेश्वर ने इतने सूक्ष्म जीवों में भी, जिन्हें हम अपनी आँख से बिना सूक्ष्मदर्शी यंत्र के देख भी नहीं सकते हैं, इतनी विलक्षण और जटिल कारीगरी डाल रखी है।

          परमेश्वर की रचना और कारीगरी असीम हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में, अय्यूब की पुस्तक में, अय्यूब का एक मित्र, एलीहू, यह बात अय्यूब को तब समझाता है जब अय्यूब अपनी हानि को समझ पाने के लिए जूझ रहा होता है। एलीहू अय्यूब से कहता है,हे अय्यूब! इस पर कान लगा और सुन ले; चुपचाप खड़ा रह, और ईश्वर के आश्चर्यकर्मों का विचार कर। क्या तू जानता है, कि परमेश्वर कैसे अपने बादलों को आज्ञा देता, और अपने बादल की बिजली को चमकाता है? क्या तू घटाओं का तौलना, या सर्वज्ञानी के आश्चर्यकर्म जानता है?” (अय्यूब 37:14-16)। हम मनुष्य अपनी सीमित बुद्धि और समझ के द्वारा परमेश्वर की सृष्टि की जटिलता और बारीकी को समझना आरंभ भी नहीं कर सकते हैं।

          परमेश्वर की सृष्टि के वे सूक्ष्म भाग भी, जिन्हें हम बिना यंत्रों की सहायता से देख भी नहीं पाते हैं, परमेश्वर की अद्भुत महिमा और सामर्थ्य की गवाही देते हैं। उसकी महिमामय उपस्थिति हमें घेरे हुए है। हम चाहे जिस भी परिस्थिति से होकर क्यों न निकल रहे हों, परमेश्वर हमारे साथ है, हमारे लिए कार्य कर रहा है, चाहे हम उस कार्य को देखने अथवा समझने न भी पाएँ। उसके अद्भुत कार्यों के लिए हम उसकी स्तुति और आराधना करें क्योंकि “वह तो ऐसे बड़े काम करता है जिनकी थाह नहीं लगती, और इतने आश्चर्यकर्म करता है, जो गिने नहीं जाते” (अय्यूब 5:9)। - जूली श्वाब

 

परमेश्वर की सृष्टि ही उसकी गवाह है।


क्योंकि उसके अनदेखे गुण, अर्थात उस की सनातन सामर्थ्य, और परमेश्वरत्व जगत की सृष्टि के समय से उसके कामों के द्वारा देखने में आते है, यहां तक कि वे निरुत्तर हैं। - रोमियों 1:20

बाइबल पाठ: अय्यूब 37:14-24

अय्यूब 37:14 हे अय्यूब! इस पर कान लगा और सुन ले; चुपचाप खड़ा रह, और ईश्वर के आश्चर्यकर्मों का विचार कर।

अय्यूब 37:15 क्या तू जानता है, कि परमेश्वर कैसे अपने बादलों को आज्ञा देता, और अपने बादल की बिजली को चमकाता है?

अय्यूब 37:16 क्या तू घटाओं का तौलना, या सर्वज्ञानी के आश्चर्यकर्म जानता है?

अय्यूब 37:17 जब पृथ्वी पर दक्खिनी हवा ही के कारण से सन्नाटा रहता है तब तेरे वस्त्र क्यों गर्म हो जाते हैं?

अय्यूब 37:18 फिर क्या तू उसके साथ आकाशमण्डल को तान सकता है, जो ढाले हुए दर्पण के तुल्य दृढ़ है?

अय्यूब 37:19 तू हमें यह सिखा कि उस से क्या कहना चाहिये? क्योंकि हम अन्धियारे के कारण अपना व्याख्यान ठीक नहीं रच सकते।

अय्यूब 37:20 क्या उसको बताया जाए कि मैं बोलना चाहता हूँ? क्या कोई अपना सत्यानाश चाहता है?

अय्यूब 37:21 अभी तो आकाशमण्डल में का बड़ा प्रकाश देखा नहीं जाता जब वायु चलकर उसको शुद्ध करती है।

अय्यूब 37:22 उत्तर दिशा से सुनहली ज्योति आती है ईश्वर भय योग्य तेज से आभूषित है।

अय्यूब 37:23 सर्वशक्तिमान जो अति सामर्थी है, और जिसका भेद हम पा नहीं सकते, वह न्याय और पूर्ण धर्म को छोड़ अत्याचार नहीं कर सकता।

अय्यूब 37:24 इसी कारण सज्जन उसका भय मानते हैं, और जो अपनी दृष्टि में बुद्धिमान हैं, उन पर वह दृष्टि नहीं करता।

 

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 23-24 
  • मत्ती 20:1-16