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गुरुवार, 25 मार्च 2021

आशीष

 

          मैं अपनी सहेली और उसके नाती-पोतों के साथ टहलने के लिए निकली थी। छोटे बच्चों को बैठाकर चलने वाली पहिया गाड़ी को धक्का देते समय, मेरी सहेली ने कहा कि उसका चलना व्यर्थ हो रहा है क्योंकि उसके द्वारा चलने में उठाए गए कदमों की संख्या गिनी नहीं जा रही है। उसने अपनी कलाई पर हाथ-घड़ी के समान एक यंत्र पहना हुआ था जो चलने में हाथों के आगे पीछे हिलने के द्वारा चले गए कदमों की गिनती करता रहता था। अब क्योंकि उसके हाथ उस बच्चा-गाड़ी को धक्का देने के लिए गाड़ी पर थे, इसलिए वह चल तो रही थी, किन्तु हाथ आगे-पीछे न हिलने के कारण उसके द्वारा उठाए गए कदमों की संख्या कहीं दर्ज नहीं की जा रही थी। मैंने उसे ध्यान दिलाया कि चाहे कदमों की संख्या दर्ज न हो रही हो, फिर भी उसके चलने से होने वाला लाभ तो उसके शरीर को हो ही रहा है। उसने हँसते हुए कहा, “हाँ, यह तो है; किन्तु मुझे निर्धारित संख्या पूरी करने पर मिलने वाले सुनहरे सितारे के निशान रूपी प्रतिफल को पाने की बहुत लालसा है।”

          मैं समझ सकती हूँ कि उसे कैसा लग रहा होगा! बिना तुरंत उसके भले परिणाम प्राप्त किए, किसी उद्देश्य के लिए कार्य करते चले जाना, निराशाजनक हो सकता है। किन्तु यह आवश्यक भी नहीं है कि प्रतिफल हमेशा ही तुरंत मिल जाएँ, या दिखाई देने वाले हों।

          जब ऐसा होता है तो यह भावना आ जाना सहज होता है कि जो भले कार्य हम कर रहे हैं वे व्यर्थ है; वह चाहे किसी मित्र की सहायता करना, या किसी अजनबी की भलाई करना ही क्यों न हो। लेकिन हमें पौलुस द्वारा गलातिया के मसीही विश्वासियों को लिखी गई बात को स्मरण रखना चाहिए कि “मनुष्य जो कुछ बोता है, वही काटेगा” (गलातियों 6:7)। इसलिए हमें “हम भले काम करने में साहस न छोड़े, क्योंकि यदि हम ढीले न हों, तो ठीक समय पर कटनी काटेंगे” (पद 9)। भलाई करना, उद्धार पाने का मार्ग तो नहीं है, और न ही पौलुस ने यह लिखा है कि हम जो बो रहे हैं उसका प्रतिफल अभी इस पृथ्वी पर ही प्राप्त करेंगे या परलोक में; परन्तु हम इस बात से आश्वस्त हो सकते हैं चाहे यहाँ, या वहाँ, या दोनों ही स्थानों में, लेकिन आशीष की कटनी काटेंगे अवश्य।

          भलाई करना अपने आप में कठिन कार्य है, विशेषकर तब जब हम न तो देख सकते हैं कि प्रतिफल क्या होगा, और न यह जान सकते हैं कि वह कहाँ पर मिलेगा। परन्तु जिस प्रकार से मेरी सहेली को अपने टहलने का प्रतिफल मिला तो अवश्य, चाहे उसकी गिनती कहीं दर्ज नहीं हो सकी, उसी प्रकार से हमें भी आशीष का प्रतिफल मिलेगा अवश्य – यह निश्चित है। - जूली स्क्वाब

 

सभी प्रतिफल तुरंत और दिखाई देने वाले नहीं होते हैं।


सो हे मेरे प्रिय भाइयों, दृढ़ और अटल रहो, और प्रभु के काम में सर्वदा बढ़ते जाओ, क्योंकि यह जानते हो, कि तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है। - 1 कुरिन्थियों 15:58

बाइबल पाठ: गलातियों 6:7-10

गलातियों 6:7 धोखा न खाओ, परमेश्वर ठट्ठों में नहीं उड़ाया जाता, क्योंकि मनुष्य जो कुछ बोता है, वही काटेगा।

गलातियों 6:8 क्योंकि जो अपने शरीर के लिये बोता है, वह शरीर के द्वारा विनाश की कटनी काटेगा; और जो आत्मा के लिये बोता है, वह आत्मा के द्वारा अनन्त जीवन की कटनी काटेगा।

गलातियों हम भले काम करने में साहस न छोड़े, क्योंकि यदि हम ढीले न हों, तो ठीक समय पर कटनी काटेंगे।

गलातियों 6:10 इसलिये जहां तक अवसर मिले हम सब के साथ भलाई करें; विशेष कर के विश्वासी भाइयों के साथ।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यहोशू 19-21
  • लूका 2:25-52