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गुरुवार, 13 मई 2021

लालसा

 

          पुर्तगाली भाषा में फेरनानडो पेस्सोआ की कविता, “ओडे मारीटीमा” में एक पंक्ति है, “आह, हर घाट, पत्थर में एक लालसा है।” कवि उन भावनाओं के बारे में कह रहा था जो जहाज़ के घाट से विदा होने पर उठती हैं। वह जहाज़ चला जाता है, किन्तु घाट के पत्थर वहीं रह जाते हैं, उन आशाओं, सपनों, बिछड़ने, और लालसाओं की स्मृतियों के रूप में, जो जहाज़ और उसमें विदा हुए प्रिय जनों के जाने से पीछे रह जाती हैं। हम उसके लिए लालसा करते और दुखी होते हैं जो अब साथ नहीं है, और न ही जिस तक हम अब पहुँच सकते हैं।

          जिस पुर्तगाली भाषा के शब्द का अनुवाद “लालसा” किया गया है, वह बिछड़ने के उस गहरे दुःख को प्रकट करता है, जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता है। कवि अवर्णनीय का वर्णन करने का प्रयास कर रहा है।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में मूसा के जीवन के लिए हम कह सकते हैं कि नबो पहाड़ मूसा के लिए “पत्थर में लालसा” था। नबो पहाड़ पर से, देहांत से ठीक पहले, परमेश्वर ने उसे उस वाचा किए हुए देश को दिखाया – उस देश को जिसमें वह अपने देह में प्रवेश नहीं कर सकता था। परमेश्वर ने मूसा से कहा था,मैं ने इस को तुझे साक्षात दिखला दिया है, परन्तु तू पार हो कर वहां जाने न पाएगा” (पद 4); हो सकता है कि परमेश्वर के बात हमें कुछ अधिक कठोर प्रतीत हो। अगर यही हमारा दृष्टिकोण है तो हम उसे नहीं समझ पा रहे हैं जो परमेश्वर मूसा से कह रहा था। परमेश्वर मूसा को दिलासा दे रहा था,जिस देश के विषय में मैं ने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाकर कहा था, कि मैं इसे तेरे वंश को दूंगा वह यही है” (पद 4)। शीघ्र ही मूसा नबो से कूच करके, कनान से भी उत्तम स्थान में, परमेश्वर के पास जाने वाला था (पद 5)।

          हम अकसर जीवन के किसी घाट पर खड़े होते हैं। प्रिय जन चले जाते हैं; आशा धूमिल हो जाती है; सपने समाप्त हो जाते हैं; बस उन से संबंधित लालसाएँ रह जाती हैं। लेकिन हम मसीही विश्वासियों के लिए यही अन्त नहीं है। हमारी लालसाएँ हमें परमेश्वर की ओर इंगित करती हैं; वह ही हमारी वो परिपूर्णता है जिसकी हम लालसा रखते हैं। - टिम गुस्ताफसन

 

मेरे जीवन की सबसे मधुर बात मेरी लालसा रही है – पहाड़ पर पहुँचूं, 

उस को प्राप्त करूँ जिससे समस्त सुन्दरता आती है – सी. एस. ल्युईस


मुझे तो निश्चय है, कि मेरा छुड़ाने वाला जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा। और अपनी खाल के इस प्रकार नाश हो जाने के बाद भी, मैं शरीर में हो कर ईश्वर का दर्शन पाऊंगा। - अय्यूब 19:25-26

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 34:1-5

व्यवस्थाविवरण 34:1 फिर मूसा मोआब के अराबा से नबो पहाड़ पर, जो पिसगा की एक चोटी और यरीहो के सामने है, चढ़ गया; और यहोवा ने उसको दान तक का गिलाद नाम सारा देश,

व्यवस्थाविवरण 34:2 और नप्ताली का सारा देश, और एप्रैम और मनश्शे का देश, और पच्छिम के समुद्र तक का यहूदा का सारा देश,

व्यवस्थाविवरण 34:3 और दक्खिन देश, और सोअर तक की यरीहो नाम खजूर वाले नगर की तराई, यह सब दिखाया।

व्यवस्थाविवरण 34:4 तब यहोवा ने उस से कहा, जिस देश के विषय में मैं ने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाकर कहा था, कि मैं इसे तेरे वंश को दूंगा वह यही है। मैं ने इस को तुझे साक्षात दिखला दिया है, परन्तु तू पार हो कर वहां जाने न पाएगा।

व्यवस्थाविवरण 34:5 तब यहोवा के कहने के अनुसार उसका दास मूसा वहीं मोआब देश में मर गया

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 17-18
  • यूहन्ना 3:19-36