शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2010

शांति की खोज

बीटल्स ने अपनी लोकप्रीयता, रचनात्मकता और धन की चरम सीमा पर पहुँच कर"व्हाईट ऐलबम" नामक एक विवादस्पद योजना शुरू की। वह उस बैण्ड के टूटने का लक्षण था, क्योंकि उसमें पेश किये गये गानों मे मुख्यतः व्यक्तिगत भावना थी और सहकारिता या एक साथ काम करने की भावना नहीं थी। अत्यंत कीर्ति से उन्होंने जो कुछ पाया था उस सब के प्रति बढ़ती हुई उअनकी नीरसता की भी उसमें अभिव्यक्ति थी। "आई एम सो टायर्ड" नामक गाने में जॉन लेनन ने अपने ’सफल’ एवं दौलतमंद जीवन की शून्यता इन गंभीर शब्दों में प्रकट की " मन की थोड़ी सी शांति पाने के लिये, मैं तुम्हें अपना सब कुछ दे दूंगा।" उसने जो कुछ पाया था, उसने जो कुछ किया था, वह सब उसकी सहज किंतु गहरी व्यक्तिगत आवश्यक्ता को तृप्त नहीं कर सका।

यह जगत हमें शांति नहीं दे सकता। उसके बदले वह भोग-विलास, ताकत और धन-संपत्ति जैसे हीन विकल्प देता है। वे मन की शांति का स्थान नहीं ले सकते।

इसलिये पौलूस ने फिलिप्पी के विश्वासियों को स्मरण दिलाया: "परमेश्वर की शांति जो समझ से परे है तुम्हारे हदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरक्षित रखेगी।" (फिलिप्पियों ४:७)। यह वही शांति है जो परमेश्वर के पुत्र यीशु में विश्वास करने के द्वारा, उसके साथ मेल करने वालों को मिलती है (इफसियों २:१४-१६)। यही वह शांति है, जिसे हमें शांति को तरसते संसार के साथ बांटना है। शांति - सच्ची शांति, यीशु के साथ बनाये गये संबंध में ही पायी जाती है। क्या आपने उसकी यह शांति पाई है? - बिल क्राउडर

मैं तुम्हें शांति दिये जाता हूँ, अपनी शांति तुम्हें देता हूँ; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता। - यीशु



बाइबल पाठ: फिलिप्पियों ४:४-१२



परमेश्वर की शांति जो समझ से बिलकुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरक्षित रखेगी। फिलिप्पियों ४:७



एक साल में बाइबल:
  • निर्गमन ३६-३८
  • मत्ती २३:१-२२