रविवार, 24 जून 2012

देने द्वारा जयवंत

   २००८ में दो मसीही कॉलिजों - अज़ूसा पैसिफिक विश्वविद्यालय और वेस्टमौन्ट कॉलेज, के बीच हुई एक फुटबॉल प्रतियोगिता चर्चा का विष्य बन गई, क्योंकि वह केवल प्रतियोगिता जीतने तक ही सीमित नहीं थी, वरन उससे भी कहीं अधिक महत्वपूर्ण थी। प्रतियोगिता से तीन दिन पहले वेस्टमाउन्ट कॉलेज के प्रांगण में भीष्ण आग लग गई थी जिससे वहां की बहुत सी इमारतें, तथा छात्रों और अध्यापकों के रहने स्थान जल कर भस्म हो गए थे, और वेस्टमौन्ट कॉलेज, जिसे इस प्रतियोगिता की मेज़बानी करनी थी, अब मेज़बानी करने तथा प्रतियोगिता आयोजित करवा पाने की स्थिति में नहीं रह गया था। ऐसे में प्रतियोगिता के नियमों के अनुसार वेस्टमौन्ट कॉलेज को अपनी पराजय स्वीकार कर अज़ूसा विश्वविद्यालय को विजेता बना देना था। किंतु अज़ूसा ने वेस्टमौन्ट को अपने प्रांगण में खेलने का निमंत्रण दिया, और अपने प्रतिद्वंदी वेस्टमौन्ट के समर्थक तथा प्रशंसक दर्शकों का भी अपने प्रांगण में निशुल्क स्वागत किया तथा उन्हें बिना कोई कीमत दिए भोजन भी उपलब्ध कराया।

   जब प्रतियोगिता का खेल हुआ, तो वेस्टमौन्ट कॉलेज ने २-० से यह प्रतियोगिता जीत ली, किंतु अज़ुसा विश्वविद्यालय ने लोगों का दिल जीत लिया। इस प्रतियोगिता का ब्यौरा देते हुए लॉस एंजेलेस टाइम्स अखबार में उनके संवाददाता ने लिखा, "दक्षिणी कैलिफोर्निया के खेल जगत में शायद ही कोई ऐसा अवसर आया हो जो खेल भावना का ऐसा अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करता है; अज़ूसा ने प्रतियोगिता जीतने का अपना अवसर गंवाकर, वेस्टमौन्ट को जीतने का अवसर दीया। हालात को ध्यान में रखते हुए, जैसे जीतने वालों की दिलेरी थी वैसी ही हारने वालों की संवेदनशीलता और दयालुता भी थी।"

   जब परमेश्वर का वचन हमें स्वेच्छा और बहुतायत से देने के लिए कहता है, तो हमारा ध्यान अधिकांशतः अपने धन की ओर ही जाता है। लेकिन देना केवल पैसे ही का नहीं है। दुसरों बढ़ने के अवसर देना, उन्हें अपना समय देना, उन्हें जीवन में और उन्नति करने के लिए सहारा देना और प्रोत्साहित करना भी देने में आता है। यह देना ऐसा देना है जो ना केवल प्राप्त करने वाले को, वरन देने वाले को भी जयवंत बना देता है।

   देते रहिए "क्‍योंकि परमेश्वर हर्ष से देने वाले से प्रेम रखता है" (२ कुरिन्थियों ९:७)। - डेविड मैक्कैसलैंड


भेंट से बढ़कर, देने का तरीका, देने वाले के चरित्र को दिखाता है।

...परमेश्वर हर्ष से देने वाले से प्रेम रखता है। - २ कुरिन्थियों ९:७

बाइबल पाठ: - २ कुरिन्थियों ९:६-१५
2Co 9:6  परन्‍तु बात तो यह है, कि जो थोड़ा बोता है वह थोड़ा काटेगा भी; और जो बहुत बोता है, वह बहुत काटेगा।
2Co 9:7  हर एक जन जैसा मन में ठाने वैसा ही दान करे; न कुढ़ कुढ़ के, और न दबाव से, क्‍योंकि परमेश्वर हर्ष से देने वाले से प्रेम रखता है।
2Co 9:8  और परमेश्वर सब प्रकार का अनुग्रह तुम्हें बहुतायत से दे सकता है जिस से हर बात में और हर समय, सब कुछ, जो तुम्हें आवश्यक हो, तुम्हारे पास रहे, और हर एक भले काम के लिये तुम्हारे पास बहुत कुछ हो।
2Co 9:9  जेसा लिखा है, उस ने बिथराया, उस ने कंगालों को दान दिया, उसका धर्म सदा बना रहेगा।
2Co 9:10 सो जो बोने वाले को बीज, और भोजन के लिये रोटी देता है वह तुम्हें बीज देगा, और उसे फलवन्‍त करेगा; और तुम्हारे धर्म के फलों को बढ़ाएगा।
2Co 9:11  कि तुम हर बात में सब प्रकार की उदारता के लिये जो हमारे द्वारा परमेश्वर का धन्यवाद करवाती है, धनवान किए जाओ।
2Co 9:12 क्‍योंकि इस सेवा के पूरा करने से, न केवल पवित्र लोगों की घटियां पूरी होती हैं, परन्‍तु लोगों की ओर से परमेश्वर का बहुत धन्यवाद होता है।
2Co 9:13 क्‍योंकि इस सेवा से प्रमाण लेकर परमेश्वर की महिमा प्रगट करते हैं, कि तुम मसीह के सुसमाचार को मान कर उसके आधीन रहते हो, और उन की, और सब की सहायता करने में उदारता प्रगट करते रहते हो।
2Co 9:14  ओर वे तुम्हारे लिये प्रार्थना करते हैं, और इसलिये कि तुम पर परमेश्वर का बड़ा ही अनुग्रह है, तुम्हारी लालसा करते रहते हैं।
2Co 9:15  परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो।


एक साल में बाइबल: 

  • अय्युब १-२ 
  • प्रेरितों ७:२२-४३