बुधवार, 8 अगस्त 2012

शिक्षा


   अपनी प्रतिदिन के सैर करते समय, मैं अनायास ही उड़ते हुए छोटे छोटे कीड़ों के झुंड में से होकर निकल गया। उस समय तो मुझे कुछ खास नहीं लगा, किंतु बाद में मेरे हाथ-पांवों पर उनके काटे के निशान हो गए जिनसे बहुत खुजली, पीड़ादायक फोड़े और परेशानी होती रही। इस अनुभव द्वारा मुझे परमेश्वर द्वारा फिरौन और मिस्त्र देश पर भेजीं दस विपदाओं में से एक - कुटकियों की विपदा का स्मरण हो आया।

   फिरौन के पुरोहित और पुजारी जो बार बार अपने हाथ-पांव धोने और सफाई करते रहने की रीति पर बड़ा घमण्ड करते थे, अब उन कुटकियों द्वारा आहत थे। परमेश्वर ने तो यह विपदा इसलिए भेजी कि फिरौन पश्चाताप करे और परमेश्वर की प्रजा इस्त्राएल को बन्धुआई से जाने दे, किंतु फिरौन ने अपना मन कठोर कर लिया और परमेश्वर द्वारा भेजे गए उसके सेवकों मूसा और हारून की बात नहीं मानी।

   जैसा कि परमेश्वर के वचन बाइबल में लिखा है कि "वह तो और भी अनुग्रह देता है; इस कारण यह लिखा है, कि परमेश्वर अभिमानियों से विरोध करता है, पर दीनों पर अनुग्रह करता है। इसलिये परमेश्वर के आधीन हो जाओ, और शैतान का साम्हना करो, तो वह तुम्हारे पास से भाग निकलेगा। परमेश्वर के निकट आओ, तो वह भी तुम्हारे निकट आएगा: हे पापियों, अपने हाथ शुद्ध करो; और हे दुचित्ते लोगों अपने हृदय को पवित्र करो" (याकूब ४:६-८); इसलिए हम मसीही विश्वासियों को परेशानियों के समय में अपने मन कठोर करने की बजाए दीन होकर परमेश्वर के आधीन आ जाना चाहिए; और उससे मांगना चाहिए कि इन परेशानियों द्वारा वह हमें क्या सिखाना चाह रहा है।

   क्या आज आप किसी बात द्वारा परेशान हैं? कहीं आप परमेश्वर के साथ चलना भूलकर संसार के साथ तो नहीं चलने लग गए हैं और परेशानी द्वारा परमेश्वर आप का ध्यान अपनी ओर खींचने के प्रयास कर रहा है? यदि ऐसे में फिरौन के समान मन कठोर कर लेंगे तो परेशानी और बढ़ जाएगी। अपनी परेशानियों से शिक्षा लें और उन्हें अपनी उन्नति का माध्यम बनाएं। - डेनिस फिशर


परमेश्वर हमें हमारे पाप के प्रति कायल होने के लिए हम पर परेशानी आने देता है, जिससे हम पापों के लिए पश्चाताप द्वारा पुनः आनन्दित हो सकें। 

सो जैसा पवित्र आत्मा कहता है, कि यदि आज तुम उसका शब्‍द सुनो तो अपने मन को कठोर न करो, जैसा कि क्रोध दिलाने के समय और परीक्षा के दिन जंगल में किया था। - इब्रानियों ३:७-८

बाइबल पाठ: निर्गमन ८:१६-१९
Exo 8:16  फिर यहोवा ने मूसा से कहा, हारून को आज्ञा दे, कि तू अपनी लाठी बढ़ा कर भूमि की धूल पर मार, जिस से वह मिस्र देश भर में कुटकियां बन जाएं। 
Exo 8:17  और उन्होंने वैसा ही किया; अर्थात हारून ने लाठी को ले हाथ बढ़ा कर भूमि की धूल पर मारा, तब मनुष्य और पशु दोनों पर कुटकियां हो गई वरन सारे मिस्र देश में भूमि की धूल कुटकियां बन गई। 
Exo 8:18  तब जादूगरों ने चाहा कि अपने तंत्र मंत्रों के बल से हम भी कुटकियां ले आएं, परन्तु यह उन से न हो सका। और मनुष्यों और पशुओं दोनों पर कुटकियां बनी ही रहीं। 
Exo 8:19  तब जादूगरों ने फिरौन से कहा, यह तो परमेश्वर के हाथ का काम है। तौभी यहोवा के कहने के अनुसार फिरौन का मन कठोर होता गया, और उस ने मूसा और हारून की बात न मानी।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन ७४-७६ 
  • रोमियों ९:१६-३३