रविवार, 6 जनवरी 2013

शामिल


   दक्षिणी फ्लोरिडा में स्थित नोरेना का घर एक भयानक तूफान से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घर के बीमे से मिले पैसे के प्राप्त होने के बाद घर की मरम्मत का कार्य चालू हुआ किंतु जब वह राशि समाप्त हो गई तो मरम्मत करने वाले ठेकेदार ने भी काम अधूरा ही छोड़ दिया और ना ही घर में ठीक से बिजली की व्यवस्था होने पाई। नोरेना १५ वर्ष तक ऐसे ही कठिनाईयों में समय बिताती रही और उसके पड़ौसी भी उसके दुख से बेपरवाह रहे। फिर किसी से खबर मिलने पर नगर का महापौर उसके दुख और परिस्थितियों में शामिल हुआ, एक बिजली कार्य के ठेकेदार से संपर्क किया और नोरेना के घर की बिजली व्यवस्था ठीक करवाई। महापौर के मामले में शामिल होने के कुछ ही घंटों में नोरेना के घर में बिजली आपूर्ति ठीक हो गई।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में युहन्ना रचित सुसमाचार के चौथे अध्याय में हम प्रभु यीशु की एक सामरी स्त्री से वार्ता का वृतांत पाते हैं। यहूदी लोग सामरी लोगों को बहुत नीचा समझते थे और उनसे कोई संपर्क या वार्ता नहीं रखते थे। परन्तु प्रभु यीशु ने उस सामरी स्त्री से वार्ता करी, उसके जीवन में आत्मिक सामर्थ की आवश्यकता के लिए वह उसकी दिनचर्या में शामिल हुआ। इसके लिए प्रभु ने पहले उस से दोनो की एक समान आवश्यकता - पानी को आधार बना कर वार्ता आरंभ करी (पद ७)। फिर प्रभु ने उसके आत्मिक रुचि और कौतहुल को जगाया (पद ९-१४)। इसके बाद उसके जीवन में पाप का विषय संवेदनशील और अनुग्रहकारी रूप में उठाया (पद १६-१९) और बात को मुख्य मुद्दे से भटकने नहीं दिया (पद २१-२४)। फिर उस स्त्री के सामने उसने अपनी वास्तविकता को प्रगट किया - जगत का प्रतीक्षित मसीहा (पद २६)। परिणामस्वरूप स्वयं उस स्त्री ने, फिर उस स्त्री की गवाही से उस सामरी गांव के बहुत से लोगों ने प्रभु यीशु के उद्धारकर्ता होने पर विश्वास किया (पद ३९-४२)।

   प्रभु यीशु उस स्त्री का विश्वास इस लिए जीत पाया क्योंकि वह उसकी परिस्थिति में उसके साथ शामिल हुआ, उसके प्रति आलोचक नहीं वरन संवेदनशील और अनुग्रहकारी रहा। यही वह हम मसीही विश्वासियों से भी चाहता है - कि हम भी लोगों के जीवनों और परिस्थितियों में शामिल हों, उनके प्रति आलोचक और निंदक नहीं वरन संवेदनशील और अनुग्रहकारी हों, और उन्हें आत्मिक सामर्थ के स्त्रोत और मन कि शांति के दाता प्रभु यीशु के बारे में बताएं। - मार्विन विलियम्स


यदि मसीही विश्वास स्वीकार करने के योग्य है तो वह दूसरों के साथ बांटने के योग्य भी है।

और उसको सामरिया से हो कर जाना अवश्य था। - यूहन्ना ४:४

बाइबल पाठ: यूहन्ना ४:७-२६
John 4:7  इतने में एक सामरी स्त्री जल भरने को आई: यीशु ने उस से कहा, मुझे पानी पिला।
John 4:8  क्योंकि उसके चेले तो नगर में भोजन मोल लेने को गए थे।
John 4:9  उस सामरी स्त्री ने उस से कहा, तू यहूदी हो कर मुझ सामरी स्त्री से पानी क्यों मांगता है? (क्योंकि यहूदी सामरियों के साथ किसी प्रकार का व्यवहार नहीं रखते)।
John 4:10  यीशु ने उत्तर दिया, यदि तू परमेश्वर के वरदान को जानती, और यह भी जानती कि वह कौन है जो तुझ से कहता है; मुझे पानी पिला तो तू उस से मांगती, और वह तुझे जीवन का जल देता।
John 4:11  स्त्री ने उस से कहा, हे प्रभु, तेरे पास जल भरने को तो कुछ है भी नहीं, और कूआं गहिरा है: तो फिर वह जीवन का जल तेरे पास कहां से आया?
John 4:12  क्या तू हमारे पिता याकूब से बड़ा है, जिसने हमें यह कूआं दिया; और आप ही अपने सन्तान, और अपने ढोरों समेत उस में से पीया?
John 4:13  यीशु ने उसको उत्तर दिया, कि जो कोई यह जल पीएगा वह फिर प्यासा होगा।
John 4:14  परन्तु जो कोई उस जल में से पीएगा जो मैं उसे दूंगा, वह फिर अनन्तकाल तक प्यासा न होगा: वरन जो जल मैं उसे दूंगा, वह उस में एक सोता बन जाएगा जो अनन्त जीवन के लिये उमड़ता रहेगा।
John 4:15  स्त्री ने उस से कहा, हे प्रभु, वह जल मुझे दे ताकि मैं प्यासी न होऊं और न जल भरने को इतनी दूर आऊं।
John 4:16  यीशु ने उस से कहा, जा, अपने पति को यहां बुला ला।
John 4:17  स्त्री ने उत्तर दिया, कि मैं बिना पति की हूं: यीशु ने उस से कहा, तू ठीक कहती है कि मैं बिना पति की हूं।
John 4:18  क्योंकि तू पांच पति कर चुकी है, और जिस के पास तू अब है वह भी तेरा पति नहीं; यह तू ने सच कहा है।
John 4:19  स्त्री ने उस से कहा, हे प्रभु, मुझे ज्ञात होता है कि तू भविष्यद्वक्ता है।
John 4:20  हमारे बाप दादों ने इसी पहाड़ पर भजन किया: और तुम कहते हो कि वह जगह जहां भजन करना चाहिए यरूशलेम में है।
John 4:21  यीशु ने उस से कहा, हे नारी, मेरी बात की प्रतीति कर कि वह समय आता है कि तुम न तो इस पहाड़ पर पिता का भजन करोगे न यरूशलेम में।
John 4:22  तुम जिसे नहीं जानते, उसका भजन करते हो; और हम जिसे जानते हैं उसका भजन करते हैं; क्योंकि उद्धार यहूदियों में से है।
John 4:23  परन्तु वह समय आता है, वरन अब भी है जिस में सच्चे भक्त पिता का भजन आत्मा और सच्चाई से करेंगे, क्योंकि पिता अपने लिये ऐसे ही भजन करने वालों को ढूंढ़ता है।
John 4:24  परमेश्वर आत्मा है, और अवश्य है कि उसके भजन करने वाले आत्मा और सच्चाई से भजन करें।
John 4:25  स्त्री ने उस से कहा, मैं जानती हूं कि मसीह जो ख्रीस्‍तुस कहलाता है, आने वाला है; जब वह आएगा, तो हमें सब बातें बता देगा।
John 4:26  यीशु ने उस से कहा, मैं जो तुझ से बोल रहा हूं, वही हूं।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति १६-१७ 
  • मत्ती ५:२७-४८