रविवार, 16 जून 2013

आदर

   घटना 1992 में बार्सेलोना में आयोजित हो रहे ग्रीष्मकालीन ओलिमपिक्स की है। उद्घाटन समारोह को देखने 65,000 दर्षक आए हुए थे और जैसे जैसे भिन्न देशों की टीम्स स्टेडियम में प्रवेश करतीं, वे उनका ज़ोर-शोर से स्वागत करते। लेकिन स्टेडियम के एक भाग में खामोशी और उदासी थी क्योंकि अमेरिका की तैराकी टीम के सदस्य रॉन कारनौ के पिता पीटर कारनौ जानलेवा हृदयाघात से जाते रहे थे।

   पाँच दिन पश्चात रॉन अपनी स्पर्धा में भाग लेने पहुँच गया; जब वह आया तो उसने अपने पिता की टोपी पहनी हुई थी। स्पर्धा के आरंभ होने से पहले उसने वह टोपी उतारी और संभाल कर अपने स्थान के पास रख ली। यह उस तैराक द्वारा अपने पिता को दी गई श्रद्धांजलि थी, जिन्हें रॉन अपना "सर्वश्रेष्ठ मित्र" कहकर संबोधित करता था। उसी टोपी को पहन हुए उसके पिता ने रॉन के साथ बहुत समय बिताया था और कई गतिविधियों में दोनो ने साथ भाग लिया था। उस टोपी को पहनने के द्वारा रॉन अपने पिता को सम्मान देना चाहता था उस हर एक पल और अवसर के लिए जो उन्होंने उसके साथ बिताया, उसे प्रोत्साहित किया, उसका मार्गदर्शन किया और उसे कठिनाईयों में सहारा दिया। आज रॉन के पिता तो उसके साथ नहीं थे लेकिन उनकी यादें रॉन के साथ थीं जो आज भी उसे प्रोत्साहित कर रही थीं, सहारा दे रही थीं।

   आज के इस दिन में, जो पिताओं को आदर देने के लिए मनाया जाता है, हम स्मरण रखें कि अपने पिता को आदर देने के कई तरीके हो सकते हैं। परमेश्वर का वचन बाइबल भी हमें निर्देश देती है कि अपने माता-पिता का आदर करें (इफिसियों 6:2)। आदर देने का एक तरीका है उन भले गुणों और मूल्यों को सम्मान देना जो उन्होंने हमें सिखाए हैं। साथ ही हम में जो पिता हैं उन्हें भी यह ध्यान देना है कि क्या हम अपने बच्चों को वह समय, प्रोत्साहन तथा मार्गदर्शन दे रहे हैं जो उनका अधिकार तथा उनके प्रति हमारा कर्तव्य है? क्या हमारे बच्चे किसी सार्वजनिक समारोह में हमें वैसा ही आदर देने की लालसा रखेंगे जैसा रॉन ने अपने पिता को दिया?

   आज के इस विशेष दिवस में संकल्प करें कि अपने माता-पिता को उनका योग्य आदर और स्थान देंगे और अपने बच्चों को प्रोत्साहन एवं मार्गदर्शन देने वाले और उनके साथ समय बिताने तथा सहारा देने वाले बनेंगे। - डेव ब्रैनन


अच्छे पिता हमें जीवन केवल देते नहीं हैं, वरन उस जीवन को जीना भी सिखाते हैं।

अपनी माता और पिता का आदर कर (यह पहिली आज्ञा है, जिस के साथ प्रतिज्ञा भी है)। - इफिसियों 6:2 

बाइबल पाठ: इफिसियों 6:1-4
Ephesians 6:1 हे बालकों, प्रभु में अपने माता पिता के आज्ञाकारी बनो, क्योंकि यह उचित है।
Ephesians 6:2 अपनी माता और पिता का आदर कर (यह पहिली आज्ञा है, जिस के साथ प्रतिज्ञा भी है)।
Ephesians 6:3 कि तेरा भला हो, और तू धरती पर बहुत दिन जीवित रहे।
Ephesians 6:4 और हे बच्‍चे वालों अपने बच्‍चों को रिस न दिलाओ परन्तु प्रभु की शिक्षा, और चितावनी देते हुए, उन का पालन-पोषण करो।

एक साल में बाइबल: 
  • नहेम्याह 4-6 
  • प्रेरितों 2:22-47