रविवार, 18 अगस्त 2013

विश्वासयोग्य

   संसार भर को प्रभावित करने वाले आर्थिक संकट के बाद अमेरिका की सरकार ने कुछ सख्त कानून बनाए जो लोगों की बैंकों की आपत्तिजनक कार्यप्रणालियों से सुरक्षा कर सकें। इन नियमों के पालन के लिए बैकों को अपनी कुछ नीतियों में परिवर्तन करने पड़े और इन परिवर्तनों की सूचना अपने ग्राहकों को देने के लिए बैंकों ने उन्हें सूचना-पत्र भेजे। जब मुझे अपने बैंक से यह सूचना-पत्र पहुँचा तो मैंने उसे बड़े ध्यान से पढ़ा, और पत्र के अन्त तक पहुँचते पहुँचते मैं असमंजस में थी क्योंकि उस सूचना-पत्र से मुझे उत्तर तो कम मिले लेकिन मन में प्रश्न अनेक उठ खड़े हुए। उस पूरे पत्र में अनेक स्थानों पर, "हम कर सकते हैं" या "हमारी इच्छानुसार" जैसे वाक्याँशों के प्रयोग के कारण मुझे उन बैंक प्रबन्धकों की नीतियों और कार्यप्रणाली की विश्वासयोग्यता पर विश्वास नहीं हो पाया।

   इसकी तुलना में, परमेश्वर के वचन बाइबल में हम परमेश्वर के विषय में अनेक बार लिखा पाते हैं कि परमेश्वर कहता है, "मैं करूंगा"। दाऊद से परमेश्वर ने वायदा किया: "जब तेरी आयु पूरी हो जाएगी, और तू अपने पुरखाओं के संग सो जाएगा, तब मैं तेरे निज वंश को तेरे पीछे खड़ा कर के उसके राज्य को स्थिर करूंगा। मेरे नाम का घर वही बनवाएगा, और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूंगा" (2 शमूएल 7:12-13)। परमेश्वर की वाचाओं में कोई अनिश्चितता नहीं है; वह स्पष्ट बात कहता है, घुमा-फिरा कर नहीं। राजा सुलेमान ने परमेश्वर की उसकी वाचाओं के प्रति विश्वासयोग्यता को पहचानते हुए, परमेश्वर के मन्दिर के समर्पण के समय करी गई अपनी प्रार्थना में कहा: "तू ने जो वचन मेरे पिता दाऊद को दिया था, उसका तू ने पालन किया है; जैसा तू ने अपने मुंह से कहा था, वैसा ही अपने हाथ से उसको हमारी आंखों के साम्हने पूरा भी किया है" (2 इतिहास 6:15)। इस बात के सदियों बाद प्रेरित पौलुस ने परमेश्वर की वाचाओं के संबंध में लिखा कि परमेश्वर की जितनी प्रतिज्ञाएं हैं, वे सब मसीह यीशु में हां के साथ हैं (2 कुरिन्थियों 1:20)।

   इस अनिश्चितता से भरे संसार में अपने विश्वास और भविष्य का आधार उस विश्वासयोग्य और कभी ना बदलने वाले परमेश्वर को बनाईए जो अपनी प्रतिज्ञाओं में कोई दोगलापन या अनिश्चितता नहीं रखता और स्पष्ट बात करता है; जो कहता है उसे वैसा ही पूरा भी करता है। - जूली ऐकैरमैन लिंक


विश्वास जानता है कि परमेश्वर अपनी प्रतिज्ञाओं का निर्वाह सदा ही करता है।

क्योंकि परमेश्वर की जितनी प्रतिज्ञाएं हैं, वे सब उसी में हां के साथ हैं: इसलिये उसके द्वारा आमीन भी हुई, कि हमारे द्वारा परमेश्वर की महिमा हो। - 2 कुरिन्थियों 1:20

बाइबल पाठ: 2 इतिहास 6:1-11
2 Chronicles 6:1 तब सुलैमान कहने लगा, यहोवा ने कहा था, कि मैं घोर अंधकार मैं वास किए रहूंगा।
2 Chronicles 6:2 परन्तु मैं ने तेरे लिये एक वासस्थान वरन ऐसा दृढ़ स्थान बनाया है, जिस में तू युग युग रहे।
2 Chronicles 6:3 और राजा ने इस्राएल की पूरी सभा की ओर मुंह फेर कर उसको आशीर्वाद दिया, और इस्राएल की पूरी सभा खड़ी रही।
2 Chronicles 6:4 और उसने कहा, धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा, जिसने अपने मुंह से मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था, और अपने हाथों से इसे पूरा किया है,
2 Chronicles 6:5 कि जिस दिन से मैं अपनी प्रजा को मिस्र देश से निकाल लाया, तब से मैं ने न तो इस्राएल के किसी गोत्र का कोई नगर चुना जिस में मेरे नाम के निवास के लिये भवन बनाया जाए, और न कोई मनुष्य चुना कि वह मेरी प्रजा इस्राएल पर प्रधान हो।
2 Chronicles 6:6 परन्तु मैं ने यरूशलेम को इसलिये चुना है, कि मेरा नाम वहां हो, और दाऊद को चुन लिया है कि वह मेरी प्रजा इस्राएल पर प्रधान हो।
2 Chronicles 6:7 मेरे पिता दाऊद की यह मनसा थी कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन बनवाए।
2 Chronicles 6:8 परन्तु यहोवा ने मेरे पिता दाऊद से कहा, तेरी जो मनसा है कि यहोवा के नाम का एक भवन बनाए, ऐसी मनसा कर के तू ने भला तो किया;
2 Chronicles 6:9 तौभी तू उस भवन को बनाने न पाएगा: तेरा जो निज पुत्र होगा, वही मेरे नाम का भवन बनाएगा।
2 Chronicles 6:10 यह वचन जो यहोवा ने कहा था, उसे उसने पूरा भी किया है; ओर मैं अपने पिता दाऊद के स्थान पर उठ कर यहोवा के वचन के अनुसार इस्राएल की गद्दी पर विराजमान हूँ, और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम के इस भवन को बनाया है।
2 Chronicles 6:11 और इस में मैं ने उस सन्दूक को रख दिया है, जिस में यहोवा की वह वाचा है, जो उसने इस्राएलियों से बान्धी थी।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 100-102 
  • 1 कुरिन्थियों 1