रविवार, 24 नवंबर 2013

सही और जायज़


   मैं अपने इलाके से बाहर एक यात्रा पर निकला हुआ था; यात्रा के दौरान एक स्थान पर मेरी मुलाकात मेरे ही इलाके के एक वकील से हुई। बातचीत करते करते हम दोनों को अचरज हुआ कि हमारे मध्य में कितना कुछ एक समान है। उन्होंने मुझ से पूछा, "क्या आपने अपना नाम स्टिलवैल बताया था?" मैंने उत्तर दिया, "जी नहीं, मेरा नाम स्टोवैल है।" वे बोले "मेरा एक मुवक्किल है जिसका नाम स्टिलवैल है", तो मैंने पूछा "क्या उस मुवक्किल का पूरा नाम आर्ट स्टिलवैल है?" और मुझे सुन कर हैरानी हुई कि वाकई उनके मुवक्किल का नाम आर्ट स्टिल्वैल ही था। आर्ट स्टिलवैल उसी चर्च में आता था जहाँ मैं जाता हूँ और वह उस इलाके का एक नामी तथा प्रभावशाली व्यवसायी था।

   उस वकील ने यह माना कि उनके पास आर्ट के समान कोई अन्य मुवक्किल नहीं था। उन्होंने अपने इस विचार का खुलासा करते हुए कहा कि जब कोई समस्या आन पड़ती है तो उनके सभी मुवक्किल उनसे कहते हैं कि कोई भी हथकंडा अपना कर वे उन्हें उस समस्या से बाहर निकालें; किंतु आर्ट ऐसे नहीं हैं। हर परिस्थिति के लिए आर्ट का केवल एक ही उत्तर होता है, "वही कीजिए जो सही और जायज़ है" और आर्ट की इस बात ने उस वकील को बहुत प्रभावित किया था।

   मनमानी करते रहने की इच्छा से ग्रसित इस स्वार्थी संसार में, हम मसीही विश्वासियों को संसार से पृथक करने वाली एक बात है, मसीह यीशु को अपना जीवन समर्पित कर देने के बाद, अपने जीवन के हर निर्णय में मसीह यीशु को महिमा देना, चाहे संसार की ओर से उसका परिणाम कुछ भी हो। जब हम स्वार्थसिद्धी के लिए नहीं वरन साहसपूर्ण तरीके से मसीह यीशु की सत्यनिष्ठा, प्रेम और अनुग्रह को दर्शाने वाले दोषरहित जीवन जीते हैं तो हम वास्तव में संसार में छाए पाप के अन्धकार के बीच मसीह यीशु की सच्ची ज्योति को दिखाने वाले जलते हुए दीपक हो जाते हैं (फिलिप्पियों 2:15)।

   यदि आप अपने जीवन को परमेश्वर कि सच्ची ज्योति से रौशन करना चाहते हैं और पाप के अन्धकार में फंसे लोगों को अनन्त जीवन का मार्ग दिखाना चाहते हैं तो मसीह यीशु से पापों की क्षमा प्राप्त करें और उसके गुणों को अपने जीवनों से सदा ही सही और जायज़ करने के द्वारा प्रदर्शित करें। - जो स्टोवैल


प्रभु यीशु की सच्ची ज्योति से अपने तथा दूसरों के जीवनों को प्रकाशमान कर दीजिए।

ताकि तुम निर्दोष और भोले हो कर टेढ़े और हठीले लोगों के बीच परमेश्वर के निष्‍कलंक सन्तान बने रहो, (जिन के बीच में तुम जीवन का वचन लिये हुए जगत में जलते दीपकों की नाईं दिखाई देते हो)। - फिलिप्पियों 2:15

बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 2:12-18
Philippians 2:12 सो हे मेरे प्यारो, जिस प्रकार तुम सदा से आज्ञा मानते आए हो, वैसे ही अब भी न केवल मेरे साथ रहते हुए पर विशेष कर के अब मेरे दूर रहने पर भी डरते और कांपते हुए अपने अपने उद्धार का कार्य पूरा करते जाओ। 
Philippians 2:13 क्योंकि परमेश्वर ही है, जिस ने अपनी सुइच्‍छा निमित्त तुम्हारे मन में इच्छा और काम, दोनों बातों के करने का प्रभाव डाला है। 
Philippians 2:14 सब काम बिना कुड़कुड़ाए और बिना विवाद के किया करो। 
Philippians 2:15 ताकि तुम निर्दोष और भोले हो कर टेढ़े और हठीले लोगों के बीच परमेश्वर के निष्‍कलंक सन्तान बने रहो, (जिन के बीच में तुम जीवन का वचन लिये हुए जगत में जलते दीपकों की नाईं दिखाई देते हो)। 
Philippians 2:16 कि मसीह के दिन मुझे घमण्‍ड करने का कारण हो, कि न मेरा दौड़ना और न मेरा परिश्रम करना व्यर्थ हुआ। 
Philippians 2:17 और यदि मुझे तुम्हारे विश्वास के बलिदान और सेवा के साथ अपना लोहू भी बहाना पड़े तौभी मैं आनन्‍दित हूं, और तुम सब के साथ आनन्द करता हूं। 
Philippians 2:18 वैसे ही तुम भी आनन्‍दित हो, और मेरे साथ आनन्द करो।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 22-23 
  • 1 पतरस 1