रविवार, 5 जनवरी 2014

भविष्य


   कुछ पुरानी फाइलों को देखते हुए मेरी नज़र टाईम पत्रिका के 1992 के एक विशेषांक पर गई, जिसका शीर्षक था: "वर्ष 2000 से आगे: नई शताब्दी में क्या आशा की जा सकती है।" उस विशेषांक में, आज से दो दशक पूर्व करी गई भविष्यवाणियों को पढ़ना बहुत रोचक था। भविष्यवाणी की कुछ सामान्य बातें तो सही निकलीं और पूरी हुईं, लेकिन तब किसी ने भी आज विद्यमान उन अविषकारों और घटनाओं की कलपना भी नहीं करी थी जिन्होंने आज हमारे जीवनों को मौलिक रूप से प्रभावित तथा परिवर्तित कर दिया है। मेरे लिए उस पत्रिका में लिखा हुआ सबसे प्रभावी कथन था, "भविष्यवाणी करने का सबसे प्रथम नियम होना चाहिए कि अनेपक्षित ही भविष्य को अज्ञेय बनाए रखता है।"

   परमेश्वर के वचन बाइबल में याकूब हमें स्मरण कराता है कि भविष्य के प्रति वह प्रत्येक दृष्टिकोण जो परमेश्वर को नज़रंदाज़ करता है मूर्खतापूर्ण है। याकूब ने लिखा: "तुम जो यह कहते हो, कि आज या कल हम किसी और नगर में जा कर वहां एक वर्ष बिताएंगे, और व्यापार कर के लाभ उठाएंगे। और यह नहीं जानते कि कल क्या होगा: सुन तो लो, तुम्हारा जीवन है ही क्या? तुम तो मानो भाप समान हो, जो थोड़ी देर दिखाई देती है, फिर लोप हो जाती है। इस के विपरीत तुम्हें यह कहना चाहिए, कि यदि प्रभु चाहे तो हम जीवित रहेंगे, और यह या वह काम भी करेंगे" (याकूब 4:13-15)।

   बहुत से लोग अपनी योजनाओं का बयान करते हुए कहते हैं "यदि प्रभु की इच्छा हुई तो..."; यह वाक्यांश भले ही घिसा-पिटा लगता हो लेकिन परमेश्वर की सार्वभौमिकता और नियंत्रण को स्वीकार करना कभी असंगत नहीं हो सकता। इस वर्ष को आरंभ करते हुए यदि हम परमेश्वर की इच्छा और उद्देश्य में आगे बढ़ते रहेंगे तो भविष्य हमारे लिए कोई घबराने या चिंतित करने वाला विष्य नहीं रहेगा, वरन अपने लिए सदा ही परमेश्वर की भली योजना के होने के आश्वासन के साथ हम भविष्य की ओर आनन्द के साथ देखने वाले बन जाएंगे। - डेविड मैक्कैसलैंड


जो मसीह यीशु को अपना उद्धारकर्ता मान चुकें हैं वे भविष्य की ओर सुनिश्चय तथा आनन्द से देखते रह सकते हैं।

और संसार और उस की अभिलाषाएं दोनों मिटते जाते हैं, पर जो परमेश्वर की इच्छा पर चलता है, वह सर्वदा बना रहेगा। - 1 यूहन्ना 2:17

बाइबल पाठ: याकूब 4:13-17
James 4:13 तुम जो यह कहते हो, कि आज या कल हम किसी और नगर में जा कर वहां एक वर्ष बिताएंगे, और व्यापार कर के लाभ उठाएंगे। 
James 4:14 और यह नहीं जानते कि कल क्या होगा: सुन तो लो, तुम्हारा जीवन है ही क्या? तुम तो मानो भाप समान हो, जो थोड़ी देर दिखाई देती है, फिर लोप हो जाती है। 
James 4:15 इस के विपरीत तुम्हें यह कहना चाहिए, कि यदि प्रभु चाहे तो हम जीवित रहेंगे, और यह या वह काम भी करेंगे। 
James 4:16 पर अब तुम अपनी ड़ींग पर घमण्‍ड करते हो; ऐसा सब घमण्‍ड बुरा होता है। 
James 4:17 इसलिये जो कोई भलाई करना जानता है और नहीं करता, उसके लिये यह पाप है।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 12-15