शुक्रवार, 14 नवंबर 2014

नई शुरूआत


   मुझे एक गन्ध आई, जो किसी चीज़ के जलने की गन्ध के समान थी। मैं तुरंत दौड़कर रसोईघर में गई, लेकिन वहाँ तो कुछ भी नहीं पक रहा था, स्टोव और तंदूर दोनो बन्द थे। मैं उस गन्ध को सूँघते-सूँघते सारे घर में घूम ली, हर कमरे में गई, और अन्ततः मुझे मेरी नाक मेरे दफतर की ओर ले गई, और फिर मेरे काम करने की मेज़ पर, जिसके नीचे हमारी पालतु कुतिया मैगी बड़ी-बड़ी आँखों से मेरी ओर देख रही थी; वह गन्ध उससे ही आ रही थी और वह उस गन्ध से बचाने का मानो मुझ से आग्रह कर रही थी। जिसे मैं पहले जलने की गन्ध समझ बैठी थी वह वास्तव में स्कंक की गन्ध थी, जो हमारे इलाके में पाया जाने वाला एक छोटा जानवर होता है, और जब उस पर कोई हमला करता है तो वह हमलावर से बचने के लिए तेज़ बदबू छोड़ता है। मैगी ने बाहर किसी स्कंक पर हमला किया होगा और उस स्कंक की वह गन्ध अब मैगी पर आ गई थी, जिससे बचने के लिए वह सारे घर में घूमकर अब मेरे दफतर में मेरी मेज़ के नीचे आकर बैठ गई थी। उस दुर्गन्ध से बचने के लिए मैगी ने जो कुछ उससे बन सकता था किया, घर के हर स्थान पर गई, लेकिन वह यह नहीं समझ पा रही थी कि परेशान करने वाली वह दुर्गन्ध कहीं और से नहीं, स्वयं उसी में से आ रही थी, और वह चाहे जहाँ छुपने का प्रयास कर ले, दुर्गन्ध उसके साथ ही रहेगी। उस दुर्गन्ध को मैगी और घर से दूर करने के लिए मुझे मैगी को साफ करना पड़ा, तब ही उस समस्या का निवारण हो सका।

   मैगी की इस दुविधा ने मुझे मेरे प्रयासों के बारे में स्मरण कराया; अनेक बार मैं कष्टदायी परिस्थितियों से भागने का असफल प्रयास करती हूँ, परन्तु फिर मालुम पड़ता है कि समस्या परिस्थिति में नहीं स्वयं मुझे में ही है। समस्याओं के लिए दूसरों को दोषी ठहराने या उनसे छिपने का प्रयास करने की हमारी यह प्रवृत्ति हमारे आदि माता-पिता, आदम और हव्वा से हमें मिली है, जिन्होंने पाप करके पहले परमेश्वर से छुपने का फिर दूसरों पर दोषारोपण का प्रयास किया। लेकिन जैसे तब, वैसे ही अब भी, समस्या से भागने से उसके दुषपरिणामों से बचा नहीं जा सकता, क्योंकि समस्या भी हमारे ही साथ है और उसके दुषपरिणाम भी हमारे ही साथ होंगे।

   जैसे मैगी को, वैसे ही हमें भी अपनी सफाई के लिए समस्या से भागने या छिपने का प्रयास करने की नहीं वरन साफ कर सकने वाले एक सहायक की आवश्यकता होती है। हमारा प्रभु यीशु ही वह सहायक है जिसका कलवरी के क्रूस पर बहाया गया लोहू संसार के हर व्यक्ति के हर पाप को धोकर उसे शुद्ध और साफ करने की क्षमता रखता है। मैं परमेश्वर की बहुत धन्यवादी हूँ कि जब कभी मैं किसी पाप में पड़ती हूँ, और पश्चाताप के साथ उसे उसके सामने मान लेती हूँ तो वह अपने वायदे: "यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है" (1 यूहन्ना 1:9) के अनुसार मुझे क्षमा करता है और साफ भी करता है, तथा मुझे एक नई शुरूआत प्रदान करता है; और यही नई शुरूआत हर उस व्यक्ति के लिए सेंत-मेंत उपलब्ध है जो प्रभु यीशु के पास पापों की क्षमा तथा उद्धार पाने के लिए आता है। - जूली ऐकैरमैन लिंक


पाप के दाग़ मसीह यीशु के लोहू ही से धुल सकते हैं।

पर यदि जैसा वह ज्योति में है, वैसे ही हम भी ज्योति में चलें, तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं; और उसके पुत्र यीशु का लोहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है। - 1 यूहन्ना 1:7

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 3:6-24
Genesis 3:6 सो जब स्त्री ने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने में अच्छा, और देखने में मनभाऊ, और बुद्धि देने के लिये चाहने योग्य भी है, तब उसने उस में से तोड़कर खाया; और अपने पति को भी दिया, और उसने भी खाया। 
Genesis 3:7 तब उन दोनों की आंखे खुल गई, और उन को मालूम हुआ कि वे नंगे है; सो उन्होंने अंजीर के पत्ते जोड़ जोड़ कर लंगोट बना लिये। 
Genesis 3:8 तब यहोवा परमेश्वर जो दिन के ठंडे समय बाटिका में फिरता था उसका शब्द उन को सुनाई दिया। तब आदम और उसकी पत्नी बाटिका के वृक्षों के बीच यहोवा परमेश्वर से छिप गए। 
Genesis 3:9 तब यहोवा परमेश्वर ने पुकार कर आदम से पूछा, तू कहां है? 
Genesis 3:10 उसने कहा, मैं तेरा शब्द बारी में सुन कर डर गया क्योंकि मैं नंगा था; इसलिये छिप गया। 
Genesis 3:11 उसने कहा, किस ने तुझे चिताया कि तू नंगा है? जिस वृक्ष का फल खाने को मैं ने तुझे बर्जा था, क्या तू ने उसका फल खाया है? 
Genesis 3:12 आदम ने कहा जिस स्त्री को तू ने मेरे संग रहने को दिया है उसी ने उस वृक्ष का फल मुझे दिया, और मैं ने खाया। 
Genesis 3:13 तब यहोवा परमेश्वर ने स्त्री से कहा, तू ने यह क्या किया है? स्त्री ने कहा, सर्प ने मुझे बहका दिया तब मैं ने खाया। 
Genesis 3:14 तब यहोवा परमेश्वर ने सर्प से कहा, तू ने जो यह किया है इसलिये तू सब घरेलू पशुओं, और सब बनैले पशुओं से अधिक शापित है; तू पेट के बल चला करेगा, और जीवन भर मिट्टी चाटता रहेगा: 
Genesis 3:15 और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करुंगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा। 
Genesis 3:16 फिर स्त्री से उसने कहा, मैं तेरी पीड़ा और तेरे गर्भवती होने के दु:ख को बहुत बढ़ाऊंगा; तू पीड़ित हो कर बालक उत्पन्न करेगी; और तेरी लालसा तेरे पति की ओर होगी, और वह तुझ पर प्रभुता करेगा। 
Genesis 3:17 और आदम से उसने कहा, तू ने जो अपनी पत्नी की बात सुनी, और जिस वृक्ष के फल के विषय मैं ने तुझे आज्ञा दी थी कि तू उसे न खाना उसको तू ने खाया है, इसलिये भूमि तेरे कारण शापित है: तू उसकी उपज जीवन भर दु:ख के साथ खाया करेगा: 
Genesis 3:18 और वह तेरे लिये कांटे और ऊंटकटारे उगाएगी, और तू खेत की उपज खाएगा ; 
Genesis 3:19 और अपने माथे के पसीने की रोटी खाया करेगा, और अन्त में मिट्टी में मिल जाएगा; क्योंकि तू उसी में से निकाला गया है, तू मिट्टी तो है और मिट्टी ही में फिर मिल जाएगा। 
Genesis 3:20 और आदम ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा; क्योंकि जितने मनुष्य जीवित हैं उन सब की आदिमाता वही हुई। 
Genesis 3:21 और यहोवा परमेश्वर ने आदम और उसकी पत्नी के लिये चमड़े के अंगरखे बना कर उन को पहिना दिए। 
Genesis 3:22 फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा, मनुष्य भले बुरे का ज्ञान पाकर हम में से एक के समान हो गया है: इसलिये अब ऐसा न हो, कि वह हाथ बढ़ा कर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़ के खा ले और सदा जीवित रहे। 
Genesis 3:23 तब यहोवा परमेश्वर ने उसको अदन की बाटिका में से निकाल दिया कि वह उस भूमि पर खेती करे जिस में से वह बनाया गया था। 
Genesis 3:24 इसलिये आदम को उसने निकाल दिया और जीवन के वृक्ष के मार्ग का पहरा देने के लिये अदन की बाटिका के पूर्व की ओर करुबों को, और चारों ओर घूमने वाली ज्वालामय तलवार को भी नियुक्त कर दिया।

एक साल में बाइबल: 
  • प्रेरितों 17-18