बुधवार, 17 दिसंबर 2014

जोखिम


   एक नया आईपैड पाने के लिए बदले में कोई क्या दे सकता है? एक 17 वर्षीय लड़के ने अपना एक गुर्दा दे दिया! उसके पास आईपैड खरीदने के लिए पैसे नहीं थे किंतु वह आईपैड पाना इतना अधिक चाहता था कि वह अपना ऑपरेशन करवाने तथा केवल एक गुर्दे के साथ शेष जीवन बिताने का जोखिम उठाने को तैयार था।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के एक पात्र स्तीफनुस ने भी प्रभु यीशु के सुसमाचार के प्रचार के लिए एक बड़ा जोखिम उठाया। प्रभु यीशु की सेवकाई में आश्चर्यक्रम करते हुए स्तिफनुस को पकड़ लिया गया, उस पर मूसा की व्यवस्था तथा परमेश्वर के विरुद्ध निन्दा का झूठा इलज़ाम लगाया गया और उसे महापुरोहित के सामने न्याय के लिए लाया गया (प्रेरितों 6:8-14)। जब महापुरोहित ने उससे प्रश्न किया (प्रेरितों 7:1) तब स्तिफनुस ने एक और जोखिम लिया और एक ऐसा उपदेश दिया जिसके विषय में वह जानता था कि सुनने वाले उसे पसन्द नहीं करेंगे - उसने इस्त्राएल के इतिहास का हवाला देकर यह दिखाया कि इसत्राएल के लोग सदा से ही हठीले और परमेश्वर के अनाज्ञाकरी तथा परमेश्वर के भविश्यद्वक्ताओं का तिरिस्कार करने वाले और उन को सताने तथा मारने वाले रहे हैं; और अब उन्होंने यही कार्य प्रभु यीशु के साथ भी किया जो उनका प्रतीक्षित मसीहा था। स्तिफनुस के इस उपदेश की अति तीव्र प्रतिक्रिया हुई, और उन्होंने उसे पत्थरवाह कर के मार डाला: "तब उन्होंने बड़े शब्द से चिल्लाकर कान बन्‍द कर लिये, और एक चित्त हो कर उस पर झपटे। और उसे नगर के बाहर निकाल कर पत्थरवाह करने लगे, और गवाहों ने अपने कपड़े उतार रखे" (प्रेरितों 7:57-58)।

   क्यों प्रभु यीशु का प्रचार करने के लिए स्तिफनुस ने अपने प्राण का जोखिम उठाया? क्यों प्रभु यीशु के चेले प्रभु के पृथ्वी के समय के जीवन के समय से लेकर आज तक यह जोखिम उठाते आ रहे हैं, हर स्थान पर इस प्रचार के कारण सताव सहने और तिरिस्कृत होने, यहाँ तक कि परिवार और जान गवाँ देने को भी तैयार रहते हैं? क्योंकि स्तिफनुस के समान ही प्रभु यीशु के अनुयायी यह बात संसार के सामने रखना चाहते हैं कि प्रभु यीशु मसीह के जन्म, मृत्यु और पुनरुत्थान के कारण संसार के सभी लोगों के लिए पूर्णतः सेंत-मेंत पाप क्षमा और उद्धार तथा परमेश्वर के साथ अनन्त काल के जीवन का मार्ग उपलब्ध है; अब उन्हें कर्मों, व्यवस्था और रीति-रिवाज़ों के पालन के बन्धनों आदि के आधीन रहने की आवश्यकता नहीं है, अब प्रभु यीशु में लाए गए विश्वास के द्वारा वे परमेश्वर के अनुग्रह में होकर अनन्तकाल की आशीष का जीवन बिता सकते हैं (प्रेरितों 6:13-15; इफिसीयों 2:8-9)।

   प्रभु यीशु के अनुयायी संसार को यही सुसमाचार सुनाने के लिए हर तरह का जोखिम उठाने को तैयार रहते हैं। - एलबर्ट ली


मसीही विश्वासी का जीवन वह खिड़की है जिसमें से संसार प्रभु यीशु को देख सकता है।

क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है। और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्‍ड करे। - इफिसीयों 2:8-9

बाइबल पाठ: प्रेरितों 7:51-8:2
Acts 7:51 जैसा तुम्हारे बाप दादे करते थे, वैसे ही तुम भी करते हो। 
Acts 7:52 भविष्यद्वक्ताओं में से किस को तुम्हारे बाप दादों ने नहीं सताया, और उन्होंने उस धर्मी के आगमन का पूर्वकाल से सन्‍देश देने वालों को मार डाला, और अब तुम भी उसके पकड़वाने वाले और मार डालने वाले हुए। 
Acts 7:53 तुम ने स्‍वर्गदूतों के द्वारा ठहराई हुई व्यवस्था तो पाई, परन्तु उसका पालन नहीं किया।
Acts 7:54 ये बातें सुनकर वे जल गए और उस पर दांत पीसने लगे। 
Acts 7:55 परन्तु उसने पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो कर स्वर्ग की ओर देखा और परमेश्वर की महिमा को और यीशु को परमेश्वर की दाहिनी ओर खड़ा देखकर। 
Acts 7:56 कहा; देखों, मैं स्वर्ग को खुला हुआ, और मनुष्य के पुत्र को परमेश्वर के दाहिनी ओर खड़ा हुआ देखता हूं। 
Acts 7:57 तब उन्होंने बड़े शब्द से चिल्लाकर कान बन्‍द कर लिये, और एक चित्त हो कर उस पर झपटे। 
Acts 7:58 और उसे नगर के बाहर निकाल कर पत्थरवाह करने लगे, और गवाहों ने अपने कपड़े उतार रखे। 
Acts 7:59 और वे स्‍तिुफनुस को पत्थरवाह करते रहे, और वह यह कहकर प्रार्थना करता रहा; कि हे प्रभु यीशु, मेरी आत्मा को ग्रहण कर। 
Acts 7:60 फिर घुटने टेककर ऊंचे शब्द से पुकारा, हे प्रभु, यह पाप उन पर मत लगा, और यह कहकर सो गया: और शाऊल उसके बध में सहमत था।
Acts 8:1 उसी दिन यरूशलेम की कलीसिया पर बड़ा उपद्रव होने लगा और प्रेरितों को छोड़ सब के सब यहूदिया और सामरिया देशों में तित्तर बित्तर हो गए। 
Acts 8:2 और भक्तों ने स्‍तिुफनुस को कब्र में रखा; और उसके लिये बड़ा विलाप किया।

एक साल में बाइबल: 
  • इब्रानियों 11-13