मंगलवार, 13 जनवरी 2015

सुनिश्चित भविष्य


   मुझे फुटबॉल का खेल बहुत पसन्द है, और मैं इंगलैण्ड के लिवरपूल फुटबॉल क्लब का प्रशंसक हूँ। जब वे खेल रहे होते हैं तो वह मेरे लिए बहुत उत्सुकता से भरा समय होता है, क्योंकि एक गोल या एक चूक खेल के परिणाम को बदल सकती है। इसलिए जब तक वह खेल चल रहा होता है मैं तनाव में बना रहता हूँ, और यही रोमांच खेल को आनन्दपूर्ण भी बनाता है। लेकिन हाल ही में मैंने लिवरपूल द्वारा खेली गई एक प्रतिस्पर्धा की रिकॉर्डिंग देखी, और मुझे आश्चर्य हुआ कि मैं उस खेल को देखते हुए कितना शांत था। ऐसा क्यों? क्योंकि मुझे उस खेल का परिणाम पहले ही पता था! इस कारण मैं शान्त मन और शरीर से उस खेल को देख सका, भाग ले रहे खिलाड़ियों के खेल की बारीकियों पर ध्यान देने पाया और खेल का एक अलग ही आनन्द उठाने पाया।

   जीवन भी रोमांचक खेलों के सीधे प्रसारण के समान ही होता है। कब कुछ अनेपक्षित हो जाए, कुछ अन्होना घट जाए, कब कोई निराशा की स्थिति आ जाए या कोई भय हावी हो जाए, कुछ पता नहीं होता; भविष्य को लेकर तनाव बना रहता है। क्योंकि हम परिणाम से अनभिज्ञ होते हैं इसलिए चिंतित और व्याकुल रहते हैं। लेकिन मसीही विश्वासी इस बात के द्वारा शान्ति प्राप्त कर सकते हैं कि हमारे प्रभु यीशु द्वारा क्रूस पर पूरे किए गए कार्य के द्वारा हमारा भविष्य अनन्तकाल के लिए सुनिश्चित हो चुका है।

   प्रभु यीशु के अनुयायी प्रेरित यूहन्ना ने अपनी पत्री में लिखा, "मैं ने तुम्हें, जो परमेश्वर के पुत्र के नाम पर विश्वास करते हो, इसलिये लिखा है; कि तुम जानो, कि अनन्त जीवन तुम्हारा है" (1 यूहन्ना 5:13)। जीवन हमारे सामने चाहे कैसी भी और कितनी भी अनेपक्षित बातें और परिस्थितियाँ लेकर आए, लेकिन प्रभु यीशु के कार्य के द्वारा हमारा भविष्य सुनिश्चित किया जा चुका है, इसलिए हम मसीही विश्वासियों के लिए कोई चिंता का विषय शेष नहीं रहा है; अनन्त शांति और आनन्द हमारे लिए तैयार हैं। - बिल क्राउडर


जब मसीह यीशु हृदय में राज्य करेगा तो उसकी शान्ति हमारे जीवन में राज्य करेगी।

परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। - यूहन्ना 1:12

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 5:10-15
1 John 5:10 जो परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास करता है, वह अपने ही में गवाही रखता है; जिसने परमेश्वर को प्रतीति नहीं की, उसने उसे झूठा ठहराया; क्योंकि उसने उस गवाही पर विश्वास नहीं किया, जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है। 
1 John 5:11 और वह गवाही यह है, कि परमेश्वर ने हमें अनन्त जीवन दिया है: और यह जीवन उसके पुत्र में है।
1 John 5:12 जिस के पास पुत्र है, उसके पास जीवन है; और जिस के पास परमेश्वर का पुत्र नहीं, उसके पास जीवन भी नहीं है।
1 John 5:13 मैं ने तुम्हें, जो परमेश्वर के पुत्र के नाम पर विश्वास करते हो, इसलिये लिखा है; कि तुम जानो, कि अनन्त जीवन तुम्हारा है। 
1 John 5:14 और हमें उसके साम्हने जो हियाव होता है, वह यह है; कि यदि हम उस की इच्छा के अनुसार कुछ मांगते हैं, तो हमारी सुनता है। 
1 John 5:15 और जब हम जानते हैं, कि जो कुछ हम मांगते हैं वह हमारी सुनता है, तो यह भी जानते हैं, कि जो कुछ हम ने उस से मांगा, वह पाया है।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 31-32
  • मत्ती 9:18-38